राष्ट्रीय, भारत की सबसे बड़ी एकात्मिक सोलर कंपनी और टाटा पावर की संपूर्ण मालिकी की उपकंपनी टाटा पावर सोलर को 21 फरवरी को हुए रिवर्स ऑक्शन के बाद एनटीपीसी के लिए 1730.16 करोड़ रूपए सर्व-समावेशी कीमत में 300 मेगावैट क्षमता के सीपीएसयू-II प्रोजेक्ट को बनाने के लिए 'लेटर ऑफ़ अवार्ड' दिया गया है। इस ग्रिड-कनेक्टेड सोलर फोटोवोल्टाइक प्रोजेक्ट के कमर्शियल ऑपरेशन को शुरू करने के लिए सितंबर 2021 (18 महीने) यह महीना तय किया गया है। इस लेटर ऑफ़ अवार्ड के मिलने से अब बाहरी और भीतरी काम मिलाकर टाटा पावर सोलर के आर्डर बुक में अब कुल 8541 करोड़ रुपयों के काम हैं।
टाटा पावर के सीईओ और एमडी प्रवीर सिन्हा ने बताया, "यह प्रोजेक्ट्स टाटा पावर के परियोजना प्रबंधन और कार्यान्वयन निपुणताओं पर भरोसे को दर्शाते हैं। यह काम हमारे लिए हमारे ग्राहकों को उनकी अपेक्षाओं के अनुसार सबसे अच्छी सेवाएं देने पर ध्यान केंद्रीत करना जारी रखने के लिए प्रेरणा देता है।"
टाटा पावर (रिन्यूएबल्स) के प्रेसिडेंट और टाटा पावर सोलार के एमडी और सीईओ आशीष खन्ना ने कहा, "एनटीपीसी जैसे अग्रणी सार्वजानिक उद्यम से बड़े और चुनौतीपूर्ण ग्रिड-बेस्ड सोलर ईपीसी कॉन्ट्रैक्ट्स लगातार मिलते रहना टाटा पावर सोलर के लिए एक गौरव है। यह डीसीआर प्रोजेक्ट होने की वजह से हम इस परियोजना को हमारे सेल्स और मॉड्यूल्स के साथ बनाएंगे।"
सितंबर 2019 में रिवर्स ऑक्शन के बाद टाटा पावर सोलर को करीबन 343 करोड़ रुपये कीमत के 105 मेगावैटपी फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट को विकसित करने के लिए 'लेटर ऑफ़ अवार्ड' दिया गया। इसमें तीन साल तक परियोजना के संचालन और निगरानी को भी शामिल किया गया है। या परियोजना देश के सबसे महत्वपूर्ण फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट्स में से एक है। इसे केरल के अलाप्पुज्जा में कायमकुलम जिले में एनटीपीसी जलाशय पर बनाया जा रहा है और यह काम 21 महीनों में पूरा किया जाएगा।
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