सरसों वायदा जून के 4550 से 4655 ₹ के मध्य कारोबार करने की संभावना है। गौरतलब है कि देशव्यापी तालाबंदी के कारण मंडियों में मांग के मुकाबले 50% ही सरसों की आवक हुई है। वर्तमान में देश की मंडियों में कुल ढाई से 300000 बोरियों की सरसों की आवक हो रही है जबकि गत वर्ष समान अवधि में मंडियों में करीब 600000 बोरियों की आवक हो रही थी।
सोयाबीन तेल जून वायदा के नरमी के रुझान के साथ 795 से ₹810 के मध्य कारोबार करने की संभावना अधिक है।
सीपीओ के जून वायदा में नरमी का रुझान दिख सकता है और कीमतें 646 से ₹656 के मध्य कारोबार कर सकती है। निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली के चलते मलेशियन क्रूड पाम ऑयल में 3% तक की गिरावट आई है। वहीं मई माह में पाम ऑयल के अधिक भंडार होने के अनुमानों के चलते भी इसमें नरमी का रुख है। अमेरिकी कच्चे तेल के भंडारण में कमी के साथ ही प्रमुख तेल उत्पादकों द्वारा कटौती जारी रखने के संबंध में किसी करार के नहीं होने के कारण भी कच्चे तेल की कीमतों में दबाव बढ़ा है।
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