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Wednesday, July 29, 2020

समाप्त फसल सीजन में 389.76 एलएमटी गेहूं और 504.91 एलएमटी चावल की खरीद की गई


FCI has already wound up the procurement operations for the current season and has set new records in procurement of both wheat and rice. A total of 389.76 LMT wheat and 504.91 LMT rice has been procured in the just concluded crop season.



प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना-II के तहत खाद्यान्नों का वितरण शुरू; राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा अब तक कुल 33.40 एलएमटी खाद्यान्न उठाया गया

भारतीय खाद्य निगम ने खाद्यान्नों की खरीद में नए कीर्तिमान स्थापित किए; हाल ही में समाप्त फसल सीजन में 389.76 एलएमटी गेहूं और 504.91 एलएमटी चावल की खरीद की गई


नई दिल्ली।अप्रैल से जून,2020 तक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के सफल कार्यान्वयन के बाद भारत सरकार ने इस योजना को जुलाई से नवंबर 2020 तक 5 महीने के लिए और बढ़ा दिया है। इस योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए )और अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) में शामिल लगभग 81 करोड़ लाभार्थियों को 5 किलोग्राम चावल / गेहूं मुफ्त प्रदान किया जा रहा है। जुलाई से नवंबर,2020 तक पीएमजीकेएवाई-II के लिए कुल आवंटन 200.19 एलएमटी खाद्यान्न (91.33 एलएमटी गेहूं और 109.96 एलएमटी चावल) है। इस योजना के लाभार्थियों के साथ-साथ राज्य सरकारों से भी बहुत उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है। यह योजना को 08.07.20 को शुरू कर दी गई और 27.07.20 तक 33.40 एलएमटी खाद्यान्न (13.42 एलएमटी गेहूं और 19.98 एलएमटी चावल) लाभार्थियों के बीच वितरण के लिए राज्य सरकारों को सौंप दी गई है,जो जुलाई 2020 के पूरे महीने के लिए आवंटन का लगभग 83 प्रतिशत है।
पीएमजीकेएवाई-II के लिए आवंटित 200.19 एलएमटी अतिरिक्त खाद्यान्न सहित भारत सरकार द्वारा 5 महीनों के दौरान समाज के कमजोर वर्गों को वितरित किए जाने वाले खाद्यान्न की कुल मात्रा लगभग 455 एलएमटी होगी। एनएफएसए और एएवाई के तहत प्रत्येक लाभार्थी को सब्सिडी वाले कीमतों पर अपने नियमित रूप से मिलने वाले खाद्य अनाज के कोटा के अलावा 5 किलोग्राम गेहूं या चावल बिल्कुल मुफ्त मिलेगा।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) व्यापक और विस्तृत लॉजिस्टिक प्लानिंग पहले ही कर चुका है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन 5 महीनों में आवंटन के अनुसार खाद्यान्न स्टॉक देश के हर हिस्से तक पहुँच सके। यह एक बड़ी चुनौती है क्योंकि यह सामान्य आवंटन से दोगुना है और मौजूदा भंडारण क्षमता और परिवहन की व्यवस्था नियमित आवंटन के अनुसार ही है। हालांकिएफसीआई इस चुनौती के लिए पूरी तरह से तैयार है और अनाज वितरित करने की इसकी क्षमता लॉकडाउन अवधि के दौरान की सबसे कठिन परिस्थितियों में पहले ही देखी जा चुकी है जब लॉजिस्टिक संचालन के संदर्भ में नए रिकॉर्ड बनाए गए थे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आवंटन के अनुसार देश के हर कोने तक खाद्यान्न पहुंचे और सरकार के उस घोषित उद्देश्य को हासिल कर लिया जाएगा जिसमें कहा गया है कि किसी भी गरीब व्यक्ति को भोजन के अभाव में भूखा नहीं रहना पड़ेगा।
एफसीआई ने चालू सत्र के लिए खरीद का काम पहले ही पूरा कर लिया है और गेहूं तथा चावल दोनों की खरीद में नए रिकॉर्ड बनाए हैं। हाल ही में समाप्त फसल सीजन में एफसीआई ने कुल 389.76 एलएमटी गेहूं और 504.91 एलएमटी चावल की खरीद की है। मॉनसून के वर्तमान रुझान को देखते हुए, 2020-21 के आगामी खरीफ सीजन के भी अच्छा होने की उम्मीद है।

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