जयपुर। सोमवार 27 जुलाई से प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंज एनसीडीईएक्स पर गेहूं, सरसों और इंडस्ट्रियल ग्रेड मक्का जैसे गुड्स कॉन्ट्रैक्ट में ऑप्शन शुरू हो गए। इस संदर्भ में एनसीडीएक्स की ओर से रविवार को एक वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबीनार में एनसीडीएक्स के एमडी और सीईओ विजय कुमार ने कहा कि "ऑप्शन किसानों को फसल कीमत जोखिम कम करने में सहायक साबित होंगे और यह समय पर उठाया गया कदम है। कृषि क्षेत्र में उठाए गए हालिया अभूतपूर्व सुधार कदमों से ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को शुरुआती स्तर पर अच्छी सफलता मिलने की संभावना है। "
उन्होंने कहा कि " खेती एक जोखिम भरा पैशा है और यह महत्वपूर्ण है कि किसान सुनिश्चित करें कि उनको उनकी फसल का सही दाम प्राप्त हो। ऑप्शन इस प्रकार का साधन है जिससे किसान अपनी फसल की कीमत जोखिम को निर्धारित कर सकता है और यह सुनिश्चित कर सकता है कि उसको उसकी फसल का सही दाम प्राप्त होगा। हाल में सरकार ने किसानों उन्नत करने के लिए तीन प्रमुख कृषि सुधार उपाय किए हैं और उसके तुरंत बाद गुड्स में ऑप्शन शुरू करना समय पर उठाया गया एक प्रमुख कदम है। जैसे कि अभी खरीफ फसलों की बुवाई हो रही है और किसानों की फसल कीमत जोखिम कम करने के लिए यह उचित समय है। इसके लिए हम सभी का धन्यवाद करते हैं। मुझे उम्मीद है कि किसान पुट ऑप्शन खरीद कर कीमतों पर अचानक पड़ने वाले विपरीत प्रभावों को कम कर सकेंगे।"
उल्लेखनीय है कि सेबी ने कमोडिटी एक्सचेंजों को जनवरी 2020 में कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में गुड्स ऑप्शन शुरू करने की मंजूरी दी थी। इसी के अनुसार एनसीडीएक्स ने 27 जुलाई से तीन गुड्स गेहूं, सरसों और इंडस्ट्रियल मक्का में ऑप्शन शुरू किए हैं। सेटलमेंट के दिन अनिवार्य डिलीवरी से कॉन्ट्रैक्ट पूरा होगा। ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के
गुणवत्ता संबंधी विनिर्देश, डिलीवरी सेंटर, फाइनल सेटेलमेंट प्राइस कार्यप्रणाली, कारोबारी घंटे इत्यादि फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट के अनुरूप होंगे। इन ऑप्शन का सेटलमेंट स्पॉट प्राइस पर होगा और एक्सपायरी के समय सभी खुली पोजीशन फिजिकल सेटेलमेंट में तब्दील हो जाएगी।
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