जयपुर। हल्दी वायदा अगस्त की कीमतें 5300 से 5600 के दायरे में रह सकती है। रेगुलेटेड मार्केटिंग कमेटी और इरोड कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटी में हल्दी की बिक्री बहुत ही उत्साहजनक रही और वहां शत-प्रतिशत बिक्री दर्ज की गई। पिछले कुछ दिनों से इरोड कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी में खरीदारों ने लगभग सभी हल्दी की खरीद की है। एरोड मार्केटिंग कोऑपरेटिव सोसाइटी में फिंगर क्वालिटी की हल्दी 5311 से 6300 रुपए प्रति क्विंटल और रूट क्वालिटी हल्दी की कीमतें 5211 से 5769 रुपए प्रति क्विंटल के दायरे में दर्ज की गई। जीरा वायदा अगस्त की कीमतें 13700 से 14100 के दायरे में कारोबार कर सकती है। जीरा में मांग बेहतर रहने की उम्मीद है क्योंकि जिन निर्यातकों ने भारत चीन विवाद के चलते सौदे रोक लिए थे, लेकिन अब तनाव कम होने के कारण सौदे फिर से हो रहे हैं। धनिया वायदा में तेजी का रुझान जारी रह सकता है क्योंकि मंडियों में आवक कम पड़ने लगी है जबकि धनिया की मांग बेहतर होती जा रही है। इसके चलते धनिया वायदा 6100 से 6400 के दायरे में बना रह सकता है। गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान की मंडियों में धनिया की आवक कम पड़ने लगी है क्योंकि वहां पर अधिकतम आवक का सीजन खत्म हो गया है। इलायची वायदा की कीमतों में 1320 तक की गिरावट आ सकती है । जानकारों का मानना है कि इलायची का बेहतर उत्पादन अनुमान और महामारी के चलते कमजोर मांग से इलायची की कीमतों पर दबाव बना रह सकता है। उत्पादकों ने आगे वृद्धि की संभावना को देखते हुए इलायची का स्टॉक कर लिया था लेकिन महामारी लंबी चलने के कारण यह स्टॉक नहीं निकल पाया है और अब गिरते बाजार को देखते हुए यह स्टॉक मार्केट में आएगा जिसके चलते आपूर्ति बढ़ जाएगी और भाव में गिरावट की आशंका पैदा हो गई है। वहीं इलायची के कारोबारी कम रिटर्न की आशंका के चलते खरीदारी से पहले इंतजार करने को प्राथमिकता दे रहे हैं। वर्तमान में केरल में इलायची की कटाई पहले दौर में शुरू हुई है लेकिन यह अभी कमजोर है। अगस्त में इलायची की कटाई बढ़ने से आपूर्ति बढ़ेगी और सितंबर में इलायची की आपूर्ति में दूसरे दौर की बढ़त देखी जाएगी।
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