जयपुर। जीरा का चार्ट ब्रेकआऊट का संदेश दे रहा है और आने वाले समय में जीरा के 16000 रुपये के स्तर छूने की संभावना प्रबल नजर आ रही है।
जीरा की फंडामेंटल रिपोर्ट: विशेषज्ञों के अनुसार जीरा अप्रेल की वायदा कीमतों को 13500 के स्तर पर बहुत अच्छा समर्थन है और यहां से जीरा वायदा की कीमतों में गिरावट की संभावना न्यून लग रही है। राजस्थान और गुजरात में कम उत्पादन और पैदावार के कारण 2020-21 (अक्टूबर-सितम्बर) में देश में जीरा का उत्पादन 11 प्रतिशत घटकर 478520 टन हो सकता है। चालू सीजन में जीरा की पैदावार 504 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर रहने का अनुमान है जो कि एक साल पहले 522 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर थी। वहीं त्यौहारी मांग व निर्यात मांग बढऩे से भी जीरा की कीमतों का हाजिर बाजार में भी समर्थन मिल रहा है।
जीरा का तकनीकी दृष्टिकोण: जनवरी 2020 से मार्च 2021 तक जीरा का वायदा मुख्य रूप से 14900 से नीचे में करीब 13000 रुपये मध्य कारोबार कर रहा है और अब जीरा पर चार्ट में बॉटम आऊट के संकेत मिल रहे हैं। अब जीरे में हॉयर हाई हॉयर लो का पैटर्न बन रहा है जो कि जीरे में ब्रेकऑऊट दर्शा रहा है। ऐसे में जीरे में खरीद की प्रबल संभावना नजर आ रही है। खरीददारों को जीरा में 14500 और 14000 रुपये पर बाईंग पॉजिशन बनानी चाहिये और 13100 का स्टॉप लॉस लगाना चाहिये। आने वाले दिनों में जीरा वायदा में 16000 और इसे ब्रेक करने के बाद 18200 रुपये के स्तर भी देखने को मिल सकते हैं।
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नोट: वायदा में कारोबार करने से पूर्व किसी पंजीकृत निवेश सलाहकार से सलाह लेंवे।
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