बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के एमडी और सीईओ आशीष चौहान ने मुख्य तौर पर शिरकत की
जयपुर। भारतीय कंपनी सचिव संस्थान की ओर से जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में चल रहे तीन दिवसीय 47 वें राष्ट्रीय कन्वेंशन का आज समापन हो गया ।
समापन समारोह में अतिथि के तौर पर राज्य सभा के सांसद सुधांशु त्रिवेदी, राजस्थान विधान सभा के सदस्य डॉ. सतीश पूनिया और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के एमडी और सीईओ आशीष चौहान ने मुख्य तौर पर शिरकत की । कार्यक्रम में भारतीय कंपनी सचिव सस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीएस रंजीत पाण्डेय भी मौजूद थे।
इस राष्ट्रीय कन्वेंशन का आयोजन ‘‘एम्पावरिंग न्यू इंडिया-रिफाॅर्म, परफाॅर्म, ट्रांसफाॅर्म‘‘ के थीम पर था। राष्ट्रीय सम्मेलन के विभिन्न तकनीकी सत्र कोर विषय के विचार और विचार से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर आधारित थे । तीन दिनों से चल रहा राष्ट्रीय कन्वेंशन कुछ बेहतरीन चर्चाओं और सत्रों का भी गवाह बना । पूरे देश से 2000 से ज्यादा कंपनी सचिवों ने इसमें भाग लिया।
तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में जहां इंटेरिक्टव सेशन के जरिए स्टार्टअप, आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग, न्यू एरिया ऑफ सीएस जैसे विषयों पर चर्चा हुई, वहीं शाम को कई सांस्कृतिक झलकियां भी देखने मिली।
गुलाबीनगरी में हुए इस राष्ट्रीय कन्वेंशन में कुछ नए इनेशिएिटिवो की शुरुआत भी की गयी । इस आयोजन में जहाँ विद्यार्थी और मेंबर्स के लिए इंस्टीट्यूट की ओर से आईसीएसआई ई-लर्निंग पोर्टल को लॉन्च किया गया, वहीं सर्टिफिकेशन के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म की भी शुरुआत भी की गयी। आईसीएसआई के ऑर्बिटिबेशन और फॉरेंसिक ऑडिट के नए सर्टिफिकेशन कोर्स की शुरुआत भी की गयी । इससे पहले भी 2019 में इंस्टीट्यूट लगातार ऐसे प्रयास कर चुका है, जिससे विद्यार्थियों और सदस्यों को लाभ मिल सकें। इसमें यूनिक आईडेंटिटी नंबर (यूडीआईएन) और आईसीएसआईएन नंबर, कोड ऑफ कडेक्ट, प्रोटोकॉल गाइडलाइन 2019 और ऑटोमेशन से जुड़ाव जैसी कई इनेशिएटिव शामिल है।
कंपनी सचिवों के 47 वें राष्ट्रीय कन्वेंशन में कई तकनीकी सत्रों के साथ पैनल डिस्कशन भी आयोजित किये गए । जहाँ एक तरफ स्टार्ट-अप्स: मॉडर्न कैटालिस्ट्स ऑफ ग्रोथ एंड डेवलपमेंट उप विषय के तकनीकी सत्र में देश में सालाना आधार पर 1000 से अधिक स्टार्ट-अप्स को शामिल करने और इन संस्थाओं द्वारा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा किए जाने के साथ,स्टार्ट-अप के भविष्य और उसमें मौजूद पेशेवरों की उभरती भूमिका पर चर्चा केंद्रित रही वही इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस : बून या बेन के सत्र में दीर्घकालिक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के संभावित प्रभाव पर विचार-विमर्श किया और पेशेवर परिदृश्य में भी विचार-विमर्श किया गया । इन तकनीकी सत्रों के अलावा लीडरशिप बियॉन्ड जेंडर विषय पर एक पैनल डिस्कशन आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य लैंगिक समानता की वास्तविकताओं को समझना था और विभिन्न पृष्ठभूमि की महिलाओं ने नेतृत्व के पदों को हासिल करने के लिए कैसे ताकत का प्रदर्शन किया था ।
कार्यक्रम में आईसीएसआई के सीएस आशीष गर्ग, वाइस- प्रेसिडेंट, सीएस मनीष गुप्ता (काउंसिल सदस्य आईसीएसआई और 47वें राष्ट्रीय अधिवेशन की आयोजन उप -समिति के अध्यक्ष) और सीएस एनसीएस चावला (काउंसिल सदस्य आईसीएसआई और 47वें राष्ट्रीय अधिवेशन की आयोजन उप -समिति के सह-अध्यक्ष), सीएस अशोक कुमार दीक्षित, कार्यवाहक सचिव, आईसीएसआई और सीएस विनीत के चौधरी (काउंसिल सदस्य आईसीएसआई ) भी उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment