मुंबई।नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने बताया कि नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (एनईटीसी) प्रोग्राम के तहत अक्टूबर 2019 में फास्टैग के जरिए 31 मिलियन से अधिक ट्रांजेक्शंस हो चुके हैं।
फास्टैग आसानीपूर्वक उपयोग किया जा सकने वाला, रिलोडेबल टैग है, जो गाड़ी विंडस्क्रीन पर लगाया जाता है। फास्टैग का फायदा यह है कि यह जिस गाड़ी पर लगा होता है, हाइवे पर उसके किसी टोल बूथ से होकर गुजरते समय रूक कर टोल टैक्स देने की आवश्यकता नहीं होती है, बल्कि टोल टैक्स की निर्धारित राशि फास्टैग से जुड़े प्रीपेड या सेविंग्स खाते से अपने आप कट जाती है। उपयोगकर्ता (यूजर) के टैग खाते से होने वाले सभी ट्रांजेक्शंस की जानकारी उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए प्राप्त हो जाती है। फास्टैग लगी गाड़ियों को टोल प्लाजा पर नकद लेनदेन के लिए रूकने की जरूरत नहीं होती है, जिससे ईंधन और समय दोनों की ही बचत होती है।
अक्टूबर 2019 में, फास्टैग के जरिए 702.86 करोड़ रु. मूल्य के 31.46 मिलियन ट्रांजेक्शंस हुए, जबकि सितंबर 2019 में 658.94 करोड़ रु. मूल्य के 29.01 मिलियन ट्रांजेक्शंस हुए थे।
एनपीसीआई के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, प्रवीण राय ने बताया, ‘‘फास्टैग पर हम प्राथमिकता के साथ जोर दे रहे हैं और 2 वर्षों से भी कम समय में, सचमुच इसे समझा जाने लगा है और उपयोग में लाया जाने लगा है। आज, हम से जुड़े 23 सदस्य बैंक फास्टैग जारी करते हैं और 10 सदस्य बैंकों ने फास्टैग ट्रांजेक्शंस को मान्यता दे दी है (टोल प्लाजा में फास्टैग को स्वीकार किये जाने का समर्थन करते हैं)। आज, देश के 528 से अधिक टोल प्लाजों पर फास्टैग लाइव है। फास्टैग स्टेट हाइवेज और सिटी टोल प्लाजों पर भी शुरू किये जाने की प्रक्रिया में है, जिससे स्थानीय शहरवासियों को भी डिजिटल टोल भुगतान की सुविधा मिल जायेगी।’’
1 दिसंबर, 2019 के बाद से, सभी नई कारों पर पहले से ही फास्टैग्स एक्टिवेट होंगे। चुनिंदा टोल प्लाजेज, चुनिंदा बैंक शाखाओं, रिटेल पीओएस लोकेशंस/जारीकर्ता बैंक की वेबसाइट/माय फास्टैग ऐप्प के जरिए और ऑनलाइन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के जरिए भी फास्टैग खरीदा जा सकता है।
ग्राहक अपनी गाड़ी के विंडस्क्रीन पर फास्टैग्स चिपकाकर इसका उपयोग करना शुरू कर सकते हैं। जब भी वो किसी टोल प्लाजा से होकर गुजरेंगे, फास्टैग से जुड़े वैलेट से अपने आप टोल टैक्स कट जायेगा। क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड/नेफ्ट/आरटीजीएस/यूपीआई या नेट बैंकिंग के जरिए इसका ऑनलाइन टॉपअप कराया जा सकता है।
जल्द ही, फास्टैग पेट्रोल पंप्स पर उपलब्ध होगा और बाद में, इससे पेट्रोल भी खरीदा जा सकेगा और पार्किंग शुल्क का भुगतान किया जा सकेगा।
1 दिसंबर 2019 से देश भर के नेशनल हाइवेज पर फास्टैग अनिवार्य हो जायेगा।
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