मुम्बई। अशोक लेलैंड लि. ने सूचित किया है कि कंपनी ट्रेक्ड व्हीकल स्पेस के टेंडर में विजेता रही है। कंपनी मुख्य युद्ध टैंक हेतु 1500 एचपी स्वचालित ट्रांसमिशन की डिजाइन तथा विकास के लिए हल्के वजन वाले क्लच के निर्माण, असेंबली और परीक्षण के लिए कोम्बैट व्हीकल्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टाब्लिशमेंट (सीवीआरडीई), चेन्नई के साथ मिलकर काम करेगी। गौरतलब है कि अशोक लेलैंड हिन्दुजा समुह की प्रमुख कंपनी है और भारतीय सेना को व्हील्ड मिलेक्टरी व्हीकल आपूर्ति करने वाली सबसे बडी कंपनी है। इस मौके पर अशोक लेलैंड के डिफेंस हैड अमनदीप सिंह ने कहा कि तीन दशकों से कंपनी भारतीय सेना को उम्दा वाहन मुहैया करवा करवाने में अहम भूमिका निभा रही है। अब कंपनी टेंडर जीतने के साथ नये क्षे़त्र ट्रेक्ड व्हीकल स्पेस में भी उम्दा कार्य करने का प्रयास करेगी। कंपनी देश में एकमात्र कंपनी है तो कि 350 एचपी से अधिक पॉवर के व्हीकल निर्मित कर रही है। गौरतलब है कि दुनिया के अन्य देशों में रशियन कम्बैट व्हीकल काम में आ रहे हैं।
मुम्बई। अशोक लेलैंड लि. ने सूचित किया है कि कंपनी ट्रेक्ड व्हीकल स्पेस के टेंडर में विजेता रही है। कंपनी मुख्य युद्ध टैंक हेतु 1500 एचपी स्वचालित ट्रांसमिशन की डिजाइन तथा विकास के लिए हल्के वजन वाले क्लच के निर्माण, असेंबली और परीक्षण के लिए कोम्बैट व्हीकल्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टाब्लिशमेंट (सीवीआरडीई), चेन्नई के साथ मिलकर काम करेगी। गौरतलब है कि अशोक लेलैंड हिन्दुजा समुह की प्रमुख कंपनी है और भारतीय सेना को व्हील्ड मिलेक्टरी व्हीकल आपूर्ति करने वाली सबसे बडी कंपनी है। इस मौके पर अशोक लेलैंड के डिफेंस हैड अमनदीप सिंह ने कहा कि तीन दशकों से कंपनी भारतीय सेना को उम्दा वाहन मुहैया करवा करवाने में अहम भूमिका निभा रही है। अब कंपनी टेंडर जीतने के साथ नये क्षे़त्र ट्रेक्ड व्हीकल स्पेस में भी उम्दा कार्य करने का प्रयास करेगी। कंपनी देश में एकमात्र कंपनी है तो कि 350 एचपी से अधिक पॉवर के व्हीकल निर्मित कर रही है। गौरतलब है कि दुनिया के अन्य देशों में रशियन कम्बैट व्हीकल काम में आ रहे हैं।
No comments:
Post a Comment