जयपूर। राजस्थान इतिहास और खूबसूरत परिवेश के लिए ही नहीं जाना जाता, बल्कि यह तेज़ी से विकसित होते उद्योगों और अवसरों का भी पर्याय बन चुका है। कृषि एवं खनिज संसाधनों के अलावा राजस्थान समृद्ध जनसांख्यिकी संसाधनों केे रूप में उभरा है। संभवतया राज्य में ज़मीन के विकास के कारण क्षेत्र के युवा अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में कामयाब हो रहे हैं। कौशल विकास में सतत निवेश के चलते भारत के इस सबसे बड़े राज्य के युवा समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास में लगातार योगदान दे रहे हैं। जहां एक ओर बड़ी संख्या में युवा विभिन्न कारोबारों और क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, वहीं ऐसे कुछ लोग भी हैं, जो कौशल हासिल करने में सभी सीमाओं और दायरों के बाहर चले गए हैं। इस तरह के उदाहरण न केवल इन लोगों को पहचान देते हैं, बल्कि अन्य लोगों को भी उनका अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। भारत कौशल के लक्ष्य भी इसी तरह के हैं। यह उभरते पेशेवरों को राष्ट्रीय मंच पर अपने कौशल को प्रदर्शित करने के लिए मंच प्रदान करता है। इसके अलावा यह मंच इन पेशेवरों को राष्ट्र-व्यापी एक्सपोजऱ देता है, उन्हें अपने गांव, समुदाय, शहर और राज्य का नाम रौशन करने का अवसर प्रदान करता है। प्रतियोगिता के इस संस्करण के लिए राजस्थान का प्रतिनिधित्व एक ऐसे व्यक्ति के द्वारा किया जा रहा है, जिसने अपने क्षेत्र के कौशल में महारत हासिल कर सर्वश्रेष्ठ परफोर्मेन्स दिया है। ब्यूटी थेरेपिस्ट निकिता सरकार ने जयपुर में आयोजित क्षेत्रीय इण्डिया स्किल प्रतियोगिता में सभी प्रतियोगियों को कड़ी टक्कर देकर उन्हें पीछे छोड़ दिया। 12वीं कक्षा पास कर चुकी निकिता ने एल.टी.ए.स्कूल ऑफ ब्यूटी में प्रशिक्षण लिया है और अब इण्डिया स्किल प्रतियोगिता के नेशनल राउण्ड के लिए तैयारी कर रही हैं।
निकिता ऐसे कई लोगों में से एक हैं जो हर बाधा को पार कर अपनी महत्वाकांक्षाओं को हासिल करने में कामयाब हुए हैं। ज़्यादातर मामलों में ये लोग कम आय वर्ग वाली ग्रामीण, कृषि पृष्ठभूमि से हैं। उनके लिए पारम्परिक बाधाओं को तोड़ कर नए कौशल में कामयाबी हासिल करना आसान नहीं था। हालांकि कौशल प्रशिक्षण के कारण इनके सशक्तीकरण एवं सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला है, इनके जीवन, परिवार एवं समुदाय में स्थायित्व आया है। ऐसे लोगों के लिए इण्डिया स्किल यात्रा का अंत नहीं है। इण्डिया स्किल के विजेताओं को 2019 में कज़ान, रूस में आयोजित वर्ल्ड स्किल्स प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा। इण्डिया स्किल एक ऐसा मंच है जो न केवल प्रतियोगियों को राष्ट्रीय पहचान देता है, बल्कि उन्हें विश्वस्तरीय मंच पर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर भी प्रदान करता है।
इस तरह की पहलों के माध्यम से ‘स्किल इण्डिया’ मिशन न केवल लोगों को सुरक्षित आजीविका प्रदान कर रहा है बल्कि भारत को कौशल की दृष्टि से दुनिया की राजधानी बनाने के लिए भी प्रयासरत है। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय निरंतर संबद्ध मंत्रालयों, राज्य सरकारों, उद्योग एवं अकादमिक जगत के साथ मिलकर काम करते हुए ऐसे कुशल कार्यबल के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है जो भारत के आर्थिक विकास में योगदान दे सके।
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