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Thursday, September 13, 2018

मंत्रिमंडल ने कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में सहयोग पर भारत और मिस्र के बीच एमओयू को मंजूरी दी


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्‍यक्षता में केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल ने कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में सहयोग के लिए भारत और मिस्र के बीच सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्‍ताक्षर को मंजूरी दे दी है।

इस एमओयू के तहत सहयोग के क्षेत्रों में फसल (विशेष तौर पर गेहूं और मक्‍का)कृषि जैव प्रौद्योगिकीनेनो टेक्‍नोलॉजीजल संरक्षण एवं सूक्ष्‍म सिंचाई प्रौद्यागिकी सहित सिंचाई एवं जल प्रबंधन तकनीकऊर्जा उत्‍पादन के लिए कृषि अपशिष्‍ट प्रबंधनखाद्य संरक्षणसुरक्षा एवं गुणवत्‍ताबागवानी, जैविक कृषिपशुपालन डेरीमत्‍स्‍य पालनचारा उत्‍पादनकृषि उत्‍पाद एवं मूल्‍यवर्धनपादप एवं पशु उत्‍पादों के व्‍यापार से संबंधित स्‍वच्‍छता मामलोंकृषि औजारों एवं उपकरणोंकृषि कारोबार एवं विपणनकटाई से पहले और बाद की प्रक्रियाओंखाद्य प्रौद्योगिकी एवं प्रसंस्‍करणकृषि में एकीकृत कीट प्रबंधनकृ‍षि विस्‍तार एवं ग्रामीण विकासकृषि व्‍यापार एवं निवेश,  बौद्धिक संपदा अधिकारसंबंधी मुद्दोंबीज के क्षेत्र में तकनीकी ज्ञान एवं मानव संसाधन और पारस्‍परिक हित वाले अन्‍य सहमति के मुद्दे शामिल हैं।

शोध वैज्ञानिक एवं विशेषज्ञों के आदान-प्रदानकृषि संबंधी सूचनाओं एवं विज्ञान संबंधी प्रकाशनों (पत्र-पत्रिकाओंपुस्‍तकोंबुलेटिनकृषि एवं सहायक क्षेत्र के सांख्यिकीय आंकड़े)जर्मप्‍लाज्‍म एवं कृषि प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान और सेमीनारोंकार्यशालाओं एवं अन्‍य गतिविधियों के जरिए सहयोग को प्रभावी बनाया जाएगा।

इस एमओयू के तहत एक संयुक्‍त कार्य समूह (जेडब्‍ल्‍यूजी) का गठन किया जाएगा ताकि द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत सहित पारपरिक हित वाले अन्‍य मुद्दों पर सहयोग को बेहतर किया जा सके। शुरूआती दो वर्षों के दौरान संयुक्‍त कार्य समूह की बैठक कम से कम साल में एक बार (भारत और मिस्र में) जरूर होगी। इसके तहत संयुक्‍त कार्य के लिए कार्यक्रम तैयार करनेसुविधा एवं परामर्श मुहैया कराने और खास मुद्दों के संदर्भ में अतिरिक्‍त  सहयोग आदि मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
     

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