कारोबार टुडे रिसर्च
जयपुर। अगली दीपावली तक अगर किसी को निवेश करना है तो वह टाटा स्टील को चुन सकता है। टाटा स्टील लिमिटेड लार्ज कैप की ब्लू चिप कंपनी है और वृहद स्तर पर स्टील के विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स का निर्माण करती है।
एक नज़र टाटा स्टील के बारे में
31 मार्च 2018 को टाटा स्टील लिमिटेड की स्टील निर्माण में वार्षिक क्षमता 27 मिलियन टन दर्ज की गई। इस आधार पर टाटा स्टील लिमिटेड दुनिया की प्रमुख स्टील कंपनियों में शामिल होती है। भौगोलिक विस्तार के आधार पर देखें तो टाटा स्टील लिमिटेड का स्थान दूसरा है । कंपनी की उपस्थिति 26 देशों में है और कंपनी करीब 50 देशों में अपने माल की बिक्री करती है। वित्त वर्ष 2018 में टाटा स्टील लिमिटेड ने 133016 करोड रुपए का कंसोलिडेट turnover हासिल किया था।
संस्थागत निवेशकों का विश्वास
टाटा स्टील लिमिटेड में संस्थागत निवेशकों जैसे इंश्योरेंस कंपनियां , म्यूचल फंड और विदेशी संस्थागत निवेशकों का अच्छा खासा निवेश है और संस्थागत निवेशकों का टाटा स्टील के प्रति भरोसा बरकरार है। सितंबर माह की शेरहोल्डिंग के पैटर्न के अनुसार टाटा स्टील लिमिटेड में एफआईआई की हिस्सेदारी 15.05%, इंश्योरेंस कंपनियों की हिस्सेदारी 12.64% और म्यूचल फंडों की हिस्सेदारी 16.89% है।
टाटा स्टील लिमिटेड के बढ़ते कदम
हाल ही में टाटा स्टील लिमिटेड ने यूरोप के प्रमुख स्टील कंपनी thyssenkrupp AG के साथ 50:50 भागीदारी में कारोबार करने के लिए करार किया है इसके लिए कंपनी ने यूरोपियन कमीशन से इजाजत मांगी है। इस भागीदारी से कंपनी का कारोबार काफी ज्यादा बढ़ने की संभावना है। कंपनी के लिए सिर्फ चिंता का एक ही विषय है वह है, उसका बढ़ता हुआ कर्ज। वित्त वर्ष 2018 में टाटा स्टील द्वारा 2810 करोड रुपए का ब्याज चुकाया गया था।पिछले 5 वर्षों में कंपनी का कर्ज निरंतर रूप से बढ़ रहा है। हाल ही में टाटा स्टील ने उषा मार्टिन और भूषण स्टील का अधिग्रहण किया है। इससे आने वाले दिनों में संभावना है कि कंपनी का भारत में उत्पादन वर्ष 2025 तक 30 मेट्रिक टन तक पहुंच जाए।
तकनीकी दृष्टिकोण पर टाटा स्टील
मंथली चार्ट पर देखने से पता चलता है कि₹200 से ₹600 के बीच कारोबार करने के बाद कंपनी के शेयर में ब्रेकआउट आया था, जिसे कंपनी का शेयर बढ़कर₹800 तक के स्तर तक पहुंच गया था लेकिन उसके बाद कंपनी के शेयर में गिरावट आई इससे कंपनी का शेयर ₹500 तक आ गया। अब कंपनी के शेयर में कंसोलिडेशन हो रहा है जिसे तकनीकी भाषा में पुल बैक सेटअप कहा जाता है, यहां से कंपनी के शेयर में अगले वर्ष तक 900 से 1000 ₹ तक के स्तर आसानी से आ सकते हैं। वहीं दीर्घ अवधि के निवेशकों को टाटा स्टील में₹500 से नीचे का स्टॉप लॉस भी लगाना चाहिए।
note- कंपनी के शेयर में निवेश करने से पूर्व निवेशकों को
पंजीकृत निवेश सलाहकारों से सलाह लेनी चाहिए। शेयर में निवेश होने वाले नुकसान पर कारोबार टुडे रिसर्च की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
No comments:
Post a Comment