जयपुर। देश में रबी के अंतर्गत की जाने वाली तिलहन की बुवाई वर्तमान में मजबूत चल रही है वहीं दलहन की बुवाई में कमजोरी दर्ज की जा रही है।
तिलहन की बुवाई
30 नवंबर तक देश में सरसों की बुवाई गत वर्ष की समान अवधि में दर्ज 55.51 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 12.69% बढकर 57.89 लाख हेक्टेयर दर्ज की गई है। वही देश में मूंगफली बुवाई की स्थिति कमजोर चल रही है। गत वर्ष की समान अवधि के मुकाबले मूंगफली की बुवाई 10.80% घटकर 1.95 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है। जबकि सूरजमुखी की बुवाई गत वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 31.84% घटकर 0.76 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है। देश में कुल तिलहन की बुवाई गत वर्ष के समान अवधि में दर्ज 62.90 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 63.14 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है।
दलहन बुवाई की स्थिति
30 नवंबर 2018 तक देश में दलहन की बुवाई गत वर्ष की समान अवधि में दर्ज 116.33 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 12.40% घटकर 101.90 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है। चना की बुवाई गत वर्ष की समान अवधि में दर्ज 83.02 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 15.13% घटकर 70.46 लाख हेक्टेयर में दर्ज की गई है। वहीं किसानों ने मसूर की बुवाई गत वर्ष की समान अवधि में दर्ज 13.61 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 12.68 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में दर्ज की गई है। मटर की बुवाई वर्तमान तक 6.65 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में दर्ज की गई है। उड़द की बुवाई गत वर्ष के समान अवधि में दर्ज 2.55 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 7.06% घटकर 2.37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में दर्ज की गई है। विशेषज्ञों ने अनुमान जाहिर किया है कि जब तक खेतों में आद्रता की कमी रहेगी तब तक बुवाई की स्थिति में सुधार दर्ज नहीं किया जाएगा।इससे रबी की कुल बुवाई और उत्पादन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका है।
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