दोनों राज्य सरकारों के पास यूरिया का पर्याप्त भंडार उपलब्ध |
जयपुर। मध्यप्रदेश और राजस्थान में यूरिया की कमी के बारे में भारत सरकार के उर्वरक विभाग ने राज्य स्तर पर मासिक आपूर्ति और उपलब्ध भंडार का विवरण उपलब्ध कराया है। दिये गये आकड़ों से स्पष्ट होता है कि रबी सीजन 2018-19 में यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति है और राज्य स्तर पर इसका पर्याप्त भंडार उपलब्ध है।
पूरे देश में दिसम्बर 2018 माह के लिए यूरिया की मासिक आवश्यकता 33.07 लाख मिट्रिक टन है, जबकि उर्वरक विभाग ने देशभर के लिए 36.20 लाख मिट्रिक टन की आपूर्ति योजना जारी की है। तत्काल आवश्यकता (23.12.2018 तक) 24.53 लाख मिट्रिक टन है, जबकि पूरे भारत में उक्त तिथि पर 28.62 लाख मिट्रिक टन की उपलब्धता है और इस तिथि तक 20.94 लाख मिट्रिक टन का विक्रय हो चुका है। उर्वरक विभाग आवंटनों के अनुसार विभिन्न राज्यों के लिए संयंत्रों और बंदरगाहों से संयुक्त रूप से प्रति दिन औसतन लगभग 1 लाख मिट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति कर रहा है। यूरिया उत्पादन इकाईयां अपने लक्ष्य के अनुसार काम कर रही हैं और विभिन्न बंदरगाहों पर पर्याप्त भंडार (लगभग 10 लाख मिट्रिक टन) उपलब्ध है। लगभग 10 लाख मिट्रिक टन यूरिया का अतिरिक्त भंडार इकट्ठा होना शेष है, जो दिसम्बर 2018 और जनवरी 2019 में पूरा हो जायेगा। रेल विभाग विभिन्न राज्यों के लिए संयंत्रों और बंदरगाहों से प्राथमिकता के आधार पर यूरिया की ढुलाई में जुटा है। उर्वरक विभाग सभी राज्यों, रेलवे और उर्वरक कंपनियों के साथ लगातार संपर्क साधे हुए है और दिन प्रतिदिन आधार पर गहनता से स्थिति की निगरानी कर रहा है। मध्य प्रदेश के लिए वर्तमान दिसम्बर माह में 3.50 लाख मिट्रिक टन यूरिया की मासिक आवश्यकता है, उर्वरक विभाग ने 3.70 लाख मिट्रिक टन की आपूर्ति योजना जारी की है। तिथि 23.12.2018 तक 2.59 लाख मिट्रिक टन की वर्तमान आवश्यकता है, जबकि 2.38 लाख मिट्रिक टन की आपूर्ति हो चुकी है। इसके परिणाम स्वरूप उक्त तिथि पर 2.75 लाख मिट्रिक टन (0.37 लाख मिट्रिक टन खुले भंडार सहित) की उपलब्धता है। उपलब्ध आंकड़े के अनुसार 1.85 लाख मिट्रिक टन का विक्रय हो चुका है। इससे पता चलता है कि राज्य स्तर पर यूरिया का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। राजस्थान में दिसम्बर माह में 2.70 लाख मिट्रिक टन की मासिक आवश्यकता है, जबकि उर्वरक विभाग ने 2.89 लाख मिट्रिक टन की आपूर्ति योजना जारी की है। दिनांक 23.12.2018 तक 2.00 लाख मिट्रिक टन की वर्तमान आवश्यकता है, जबकि 2.57 लाख मिट्रिक टन की आपूर्ति की जा चुकी है। इसके परिणामस्वरूप उक्त तिथि तक 2.60 लाख मिट्रिक टन (0.03 लाख मिट्रिक टन के खुले भंडार सहित) की उपलब्धता है और 2.31 लाख मिट्रिक टन का विक्रय हुआ है। उपर्युक्त आंकड़ों से यह स्प्ष्ट है कि फिलहाल दिसम्बर माह में दोनों राज्यों ने यूरिया की आपूर्ति वर्तमान आवश्यकता की तुलना में कहीं अधिक है। उर्वरक विभाग के द्वारा समय पर की गई पहल से ऐसा संभव हुआ है। |
Post Top Ad
Tuesday, December 25, 2018

मध्यप्रदेश और राजस्थान में यूरिया खाद की आपूर्ति आवश्यकता से अधिक
Tags
# commodity
# Feature
Share This
About Karobar Today
Feature
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment