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Thursday, December 13, 2018

एनबीएफसी सेक्टर के लिए खराब दौर, दूर रहें ईसीएल फाइनेंस के एनसीडी से


ECL Finance Limited NCD open today

मुंबई। वर्तमान में एनबीएफसी कंपनियों के लिए सबसे खराब दौर चल रहा है। फसे कर्ज की रिकवरी ना होना, कार्य विस्तार के लिए नकदी प्राप्त ना होना और कर्जदार कंपनियों का डूबना ऐसे प्रमुख कारण है जिनकी वजह से एनबीएफसी कंपनियां काफी परेशानी के दौर से गुजर रही है। इसलिए एनबीएफसी कंपनियां कार्य विस्तार के लिए हर प्रकार से पूंजी प्राप्त करने का प्रयास कर रही है। इनमें से एक प्रकार एनसीडी का भी है। जिसमें कंपनियां निश्चित ब्याज दर पर एनसीडी जारी कर निवेशकों से पैसा जुटाती  है। एडलवाइज ग्रुप की कंपनी ईसीएल फाइनेंस लिमिटेड एनसीडी के माध्यम से 1000 करोड़ रुपए जुटा रही है। एनबीएफसी सेक्टर के खराब दौर को देखते हुए लगता है कि निवेशकों को इस एनसीडी से दूर रहना चाहिए या फिर अधिक जोखिम पसंद निवेशक इस एनसीडी में निवेश कर सकते हैं।
एनबीएफसी सेक्टर की वर्तमान स्थिति
il&fs के बर्बाद होने के साथ ही एनबीएफसी सेक्टर की कंपनियों के लिए बुरे दौर की शुरुआत हो गई है। इसका नजारा हमने रिलायंस कैपिटल, इंडियाबुल्स होम फाइनेंस, दीवान हाउसिंग, एडलवाइज कैपिटल, आदित्य बिरला कैपिटल, रिलायंस होम फाइनेंस व अन्य फाइनेंस कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट के रूप में देखा है। वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज, जयप्रकाश एसोसिएट, पुंज लॉयड, व अन्य कई प्राइवेट कंपनियों को जिन फाइनेंस कंपनियों ने ऋण दिया था वे अब एनसीएलटी के माध्यम से अपने ऋण की प्राप्ति करने के लिए तैयारियां कर रही है। यह बात और है जिसमें सबसे ज्यादा बुरा असर फाइनेंस कंपनियों पर ही पड़ रहा है। वहीं इस समय इन फाइनेंस कंपनियों को बैंकों व अन्य माध्यमों से नकदी भी बड़ी मुश्किल से प्राप्त हो रही है।
कंपनी का बिजनेस मॉडल
ECL Finance Limited एडलवाइज ग्रुप की गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी है। कंपनी मुख्य रूप से एसएमई, कॉरपोरेट और व्यक्तिगत ऋण मुहैया कराने का काम करती है। कंपनी के पोर्टफोलियो में शेयर गिरवी रख कर ऋण देना, एग्री क्रेडिट ऋण, रिटेल मॉर्टगेज ऋण व अन्य financial सर्विसेज​ शामिल है। पिछले 2 वर्षों में जीएसटी से एग्री कमोडिटीज के दामों में आये भारी उतार-चढ़ाव के चलते एग्री क्रेडिट बिजनेस काफी कमजोर चल रहा है। वही नोट बंदी और जीएसटी ने एसएमई सेक्टर की कमर ही तोड़ दी है। वहीं इस क्षेत्र में small finance Bank डिपॉजिट लेने के कारण एनबीएफसी से प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ रहे हैं। शेयरों को गिरवी रख कर ऋण देने में अच्छा मार्जिन प्राप्त होता है। लेकिन शेयरों में आई गिरावट के चलते यह बिजनेस भी कमजोर हुआ है।
बढ़ रहा है कंपनी का एनपीए
कंपनी का नेट एनपीए वित्त वर्ष 2016 में 0.49%, वित्त वर्ष 2017 में 0.64% था। जो कि वित्त वर्ष 2018 में बढकर 0.75% हो गया। सितंबर तिमाही में इश्यू से पहले कंपनी का डेट इक्विटी रेश्यो 7.66 से बढ़कर 8.24 हो गया। 30 सितंबर तक कंपनी कैपिटल एडेक्वेसी रेश्यो यानी की पूंजी पर्याप्तता​ अनुपात 15.87% था। जबकि बैंकिंग नियामक संस्था रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कैपिटल एडेक्वेसी रेश्यो को अधिकतम 15%निर्धारित कर रखा है। इसका मतलब यह हुआ कि कंपनी ने अपनी क्षमता से अधिक ऋण दिये हुए हैं।
कंपनी के एनसीडी के संबंध में जानकारी
ईसीएल फाइनेंस लिमिटेड का एनसीडी आज खुलकर 1 जनवरी 2019 को बंद हो रहा है। इसमें निवेशक 1000₹ के गुणक में 10 एप्लीकेशन लगा सकते हैं। इस एनसीडी का इश्यू साइज 1000 करोड रुपये है और यह एनएसई और बीएसई पर लिस्ट होगा। इसमें समय अवधि के आधार पर निवेशकों को 9.95 % से लेकर 10.64% तक का ब्याज मिलेगा। निष्कर्ष रूप में यह कहा जा सकता है जोखिम और मिलने वाले रिटर्न को देखते हुए इस एनसीडी से दूर ही रहना चाहिए।
नोट- कंपनी की एनसीडी में निवेश करने से पूर्व पंजीकृत निवेश सलाहकार से सलाह लेवे।

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