विजयवाड़ा। देश की प्रौद्योगिकी अधारभूत संरचना को बढ़ाने और ग्रीन डाटा सेंटर्स के कॉन्सेप्ट को जीवंत करने के लिये आंध्र प्रदेश सरकार ने बुधवार को अदानी ग्रुप के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किये, जिसके तहत अगले 20 वर्षों में विशाखापटनम के आस-पास 5 जीडब्ल्यू क्षमता तक के डाटा सेंटर पार्क निर्मित किये जाएंगे। यह महत्वाकांक्षी परियोजना विश्व में 100 प्रतिशत नवीकरण योग्य ऊर्जा द्वारा चालित अपने प्रकार की पहली परियोजना होगी।
एकीकृत अवसंरचना समूह अदानी ग्रुप के साथ मिलकर आंध्र प्रदेश सरकार राज्य में बड़े पैमाने का डाटा सेंटर बाजार विकसित करेगी और आंध्र प्रदेश को भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के लिये ईस्ट कोस्ट डाटा सेंटर का केन्द्र बनाएगी। इसे एक केबल लैण्डिंग स्टेशन से भी जोड़ा जाएगा, जिसे राज्य के लंबे समुद्रतट का लाभ मिलेगा, ताकि आवश्यक वैश्विक कनेक्टिविटी और बाहुल्य प्रदान किया जा सके, जिसकी आवश्यकता देश के अपने असीमित डाटा के प्रबंध के लिये है।
राज्य सरकार के विजन, आईटी पॉलिसी और डाटा सेंटर,क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, संबद्ध प्रौद्योगिकी उद्योग और नवीकरण योग्य ऊर्जा को बढ़ावा देने के प्रयास के अनुसार अदानी ग्रुप राज्य में 20 वर्षों की अवधि में लगभग 70,000 करोड़ रू. का निवेश कर डिजिटल एवं ऊर्जा अवसंरचना के विकास में सहयोग देगा, जिससे राज्य में 1,00,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार निर्मित होंगे।
पार्कों का विकास तीन अलग कैम्पसों में किया जाएगा,प्रत्येक कैम्पस डाटा सेंटर ऑपरेटर्स को महत्व, बाहुल्य और विश्वसनीयता प्रदान करेगा। डाटा सेंटर पार्क 100प्रतिशत नवीकरण योग्य ऊर्जा से चलेंगे, जिसका उत्पादन आंध्र प्रदेश में ही किया जाएगा, ताकि राज्य नवीकरण लक्ष्यों की ओर अग्रसर हो।
इस अवसर पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ‘‘आंध्र प्रदेश राज्य लगातार विश्व के शीर्ष डिजिटल गंतव्यों में से एक बनने का प्रयास कर रहा है। कृषि से लेकर वित्तीय बाजारों और स्मार्ट सिटीज से लेकर स्वास्थ्यरक्षा तक डिजिटाइजेशन ही भविष्य है और जल्द ही हमारे हर काम का महत्वपूर्ण अंग बनेगा। डिजिटल पारिस्थितिकी के निर्माण हेतु क्षमतावान और पर्यावरण हितैषी डाटा सेंटर जरूरी हैं। अदानी ग्रुप ने आंध्र प्रदेश के विजन में जो विश्वास जताया है, उससे हम अत्यंत प्रसन्न हैं, आंध्र प्रदेश हमारे देश के सबसे प्रगतिशील राज्यों में से एक है और इसलिये उन्होंने इस यात्रा में आंध्र प्रदेश सरकार को अपना भागीदार बनाया है।’’
आंध्र प्रदेश सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारा लोकेश ने कहा, ‘‘अगली पीढ़ी की सभी प्रौद्योगिकी, जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, एनालिटिक्स, बिग डाटा, इमेज प्रोसेसिंग हमारे आस-पास की दुनिया को बदल रही है और हमारी गतिविधियों को खोजपरक बना रही हैं। मोबाइल क्रांति के बाद अब भारत को डाटा स्टोरेज, डाटा प्रोसेसिंग और डाटा नेटवर्किंग चाहिये। डिजिटल क्रांति की बुनियाद रखने के लिये आंध्र प्रदेश सरकार और अदानी ग्रुप की भागीदारी महत्वपूर्ण है, जिससे प्रत्येक नागरिक और व्यवसाय को लाभ मिल सकता है।’’
अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदानी ने कहा, ‘‘विश्व के प्रथम ग्रीन डाटा सेंटर पार्कों के विकास हेतु आंध्र प्रदेश सरकार के साथ जुड़ना हमारे लिये गर्व की बात है। डाटा सेंटर भारत की वृद्धि को गति देने के लिये आवश्यक प्रौद्योगिकी अवसंरचना के प्रत्येक पहलू का आधार हैं। इसके अलावा अदानी ग्रुप के पास 100प्रतिशत नवीकरण योग्य ऊर्जा देने की क्षमता है और ऊर्जा प्रबंधन में हमारा अनुभव उस उद्योग के कार्बन फुटप्रिंट को कम कर सकता है, जो विश्व का सबसे बड़ा और तेजी से बढ़ता ऊर्जा उपभोग उद्योग है।’’
इस कदम के साथ अदानी ग्रुप ने डिजिटल अवसरंचना क्षेत्र में प्रवेश किया है, जो राष्ट्रीय महत्व का है। इसमें संपूर्ण ऊर्जा प्रबंधन (नवीकरण योग्य, बेसलोड, संवहन और वितरण) में अदानी ग्रुप के व्यापक अनुभव और परियोजना निष्पादन क्षमता का उपयोग होगा, जो उसे विश्व स्तरीय पीयूई के साथ एक व्यवहारिक 100 प्रतिशत नवीकरण योग्य डाटा सेंटर अवसंरचना की आपूर्ति के लिये योग्य बनाता है।
पार्कों का यह नेटवर्क डाटा सेंटर उद्योग के उभरते प्रौद्योगिकी प्रचलनों को अपनाने के लिये लोचशील होगा और ग्राहकों की मांग के अनुसार आपूर्ति करेगा। यह अपने ग्राहकों के लिये अनूठे ऊर्जा आपूर्ति मूल्य की पेशकश करेगा। इसके अलावा, यह डाटा सेंटर पार्क हार्डवेयर आपूर्तिकर्ताओं, सॉफ्टवेयर अनुप्रयोग प्रदाताओं, स्टार्ट-अप कंपनियों और टेलीकॉम कंपनियों समेत संपूर्ण पारिस्थितिकी को सुचारू बनाएगा, ताकि नवोन्मेष हो, हजारों नये रोजगार उत्पन्न हों और टैक्स कलेक्शन में वृद्धि हो।
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