जयपुर। क्रूड आयल में फिर से तेज़ी बनने के कारण ग्वार और ग्वार गम के भाव को बल मिला है। विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले दिनों में ग्वार सीड का वायदा 4400 से 4500 तक पहुंच सकता है। गौरतलब है कि क्रूड ऑयल में फिर से तेज़ी आने से अमेरिका में क्रूड ऑयल का उत्पादन फिर से बढ़ रहा है और इसलिए रीग्स संख्या भी बढ़ रही है। इससे ग्वार की निर्यात मांग बढ़ रही है। वहीं हाजिर बाजार में भी ग्वार की आपूर्ति कमजोर होने से इसके बाहों में ज्यादा गिरावट आने की संभावना नहीं है। मंडी सूत्रों के अनुसार इस वर्ष ग्वार का उत्पादन 40 से 45 लाख टन तक रह सकता है जोकि गत वर्ष के मुकाबले 15 से 20 लाख टन कम है। इस स्थिति को देखते हुए लगता है कि ग्वार के फंडामेंटल मजबूत है और आने वाले दिनों में इसके भावों को मजबूती मिलती रहेगी।
जयपुर। क्रूड आयल में फिर से तेज़ी बनने के कारण ग्वार और ग्वार गम के भाव को बल मिला है। विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले दिनों में ग्वार सीड का वायदा 4400 से 4500 तक पहुंच सकता है। गौरतलब है कि क्रूड ऑयल में फिर से तेज़ी आने से अमेरिका में क्रूड ऑयल का उत्पादन फिर से बढ़ रहा है और इसलिए रीग्स संख्या भी बढ़ रही है। इससे ग्वार की निर्यात मांग बढ़ रही है। वहीं हाजिर बाजार में भी ग्वार की आपूर्ति कमजोर होने से इसके बाहों में ज्यादा गिरावट आने की संभावना नहीं है। मंडी सूत्रों के अनुसार इस वर्ष ग्वार का उत्पादन 40 से 45 लाख टन तक रह सकता है जोकि गत वर्ष के मुकाबले 15 से 20 लाख टन कम है। इस स्थिति को देखते हुए लगता है कि ग्वार के फंडामेंटल मजबूत है और आने वाले दिनों में इसके भावों को मजबूती मिलती रहेगी।
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