नई दिल्ली। मोटरसाइकिल्स और स्कूटर्स का निर्माण करने वाली कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने एक वैश्विक स्थान पर अपने पहले अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) केन्द्र –हीरो टेक सेंटर जर्मनी जीएमबीएच को स्थापित करने की घोषणा की है।
यह नया टेक्नोलॉजी सेंटर हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड की एक पूर्णत: स्वामित्व वाली अनुषंगी है। यह जर्मनी में म्यूनिख के निकट स्टीफन्सकिर्चेन में स्थित है। इसका परिचालन उत्तरी भारत के राजस्थान राज्य के जयपुर में स्थित हीरो के ग्लोबल आरएंडडी हब, सेंटर ऑफ इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी (सीआइटी) के साथ मिलकर किया जायेगा।
डॉ. पवन मुंजाल, चेयरमैन, हीरो मोटोकॉर्प ने कहा, ''हीरो टेक सेंटर जर्मनी जीएमबीएच की स्थापना एक आरएंडडी इको-सिस्टम का निर्माण करने की हमारी आकांक्षा का परिणाम है। हीरो ने वर्ष 2011 में जब से अकेले अपना सफर शुरू किया है, तभी से ही अपने तकनीकी ज्ञान और उत्पाद विकसित करने की दक्षताओं को बेहतर एवं सुदृढ़ बनाने के लिये हमारे पास स्पष्ट एवं केन्द्रित योजना थी। हमने 2016 में जयपुर में सेंटर ऑफ इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी (सीआइटी) की स्थापना की थी और तभी से ही, इस फैसिलिटी द्वारा दुनिया भर में ग्राहकों के लिये नये मोबिलिटी सॉल्यूशन्स की एक श्रृंखला डिजाइन एवं विकसित की जा रही है।''
''जर्मनी में हीरो टेक सेंटर वैश्विक उपभोक्ता आधार पर फोकस करने के साथ आधुनिक तकनीकों का एक स्रोत होगा तथा इस तरह हमारी आरएंडडी दक्षतायें और मजबूत हो रही हैं। यह टेक सेंटर हमें समूचे यूरोप में उपलब्ध संसाधनों तक आसानी से पहुंचने और सीआइटी में जारी हमारे परिचालनों के साथ उन्हें मिलाने में सक्षम बनायेगा।''
हीरो मोटोकॉर्प के पास पहले से ही एक प्रभावी तकनीकी इको-सिस्टम है, जहां यह इटली, स्पेन और थाइलैंड सहित दुनिया भर में शीर्ष ग्लोबल डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी घरानों के साथ भागीदारी करता है।
हीरो टेक सेंटर जर्मनी जीएमबीएच का परिचालन डॉ. मार्कस ब्राउनस्पर्गर, चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (सीटीओ), हीरो मोटोकॉर्प की प्रत्येक्ष निगरानी के अंतर्गत किया जायेगा। यह जयपुर में सीआइटी में टीमों के साथ मिलकर नई वाहन अवधारणाओं और अन्य तकनीकों के विकास पर फोकस करेगी। यह हीरो की मोटोरस्पोर्ट टीम– हीरो मोटोस्पोर्ट्स टीम रैली के लिये एक एपिसेंटर होगा, जिसने बेहद कम समय में भारत को मोटरस्पोर्ट्स के वैश्विक नक्शे पर ला दिया है और यह टीम के लिये नये उत्पाद विकास सहित सभी रैली भागीदारी गतिविधियों को बढ़ावा देगा।
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