जयपुर। आंध्रप्रदेश में कुल दालों का क्षेत्र और उत्पादन 4 जनवरी, 2019 को आंध्रप्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए दूसरे सामान्य अनुमान के अनुसार 1356 हजार हेक्टेयर और 1085 हजार टन पर आंका गया है। व्यापारी इस अनुमान से बहुत कम उत्पादन देखते हैं, क्योंकि रबी की फसल प्रमुख दलहन उत्पादक जिलों में सूखे से प्रभावित हुई है। कुलथी और लोबिया क्षेत्र और उत्पादन 1616 हजार हेक्टेयर और 78 हजार टन आंकी गई है जबकि इस साल आंध्रप्रदेश में लोबिया क्षेत्रफल और उत्पादन कम से कम 26 हजार हेक्टेयर और 18 हजार टन है। चना क्षेत्र और उत्पादन को दूसरे अग्रिम अनुमान में 417 हजार हेक्टेयर और 470 हजार मीट्रिक टन जारी किया गया है। यील्ड 1126 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर आंकी गई है। हालांकि, किसानों को प्राप्त होने वाली वास्तविक उपज कम है और सूखे से प्रभावित फसलें हैं। उत्पादकों का कहना है कि वे केवल गत वर्ष के मुकाबले 50% ही उपज प्राप्त कर रहे हैं।
जयपुर। आंध्रप्रदेश में कुल दालों का क्षेत्र और उत्पादन 4 जनवरी, 2019 को आंध्रप्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए दूसरे सामान्य अनुमान के अनुसार 1356 हजार हेक्टेयर और 1085 हजार टन पर आंका गया है। व्यापारी इस अनुमान से बहुत कम उत्पादन देखते हैं, क्योंकि रबी की फसल प्रमुख दलहन उत्पादक जिलों में सूखे से प्रभावित हुई है। कुलथी और लोबिया क्षेत्र और उत्पादन 1616 हजार हेक्टेयर और 78 हजार टन आंकी गई है जबकि इस साल आंध्रप्रदेश में लोबिया क्षेत्रफल और उत्पादन कम से कम 26 हजार हेक्टेयर और 18 हजार टन है। चना क्षेत्र और उत्पादन को दूसरे अग्रिम अनुमान में 417 हजार हेक्टेयर और 470 हजार मीट्रिक टन जारी किया गया है। यील्ड 1126 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर आंकी गई है। हालांकि, किसानों को प्राप्त होने वाली वास्तविक उपज कम है और सूखे से प्रभावित फसलें हैं। उत्पादकों का कहना है कि वे केवल गत वर्ष के मुकाबले 50% ही उपज प्राप्त कर रहे हैं।
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