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Friday, May 31, 2019

वित्तीय वर्ष 2018-19 में एक्‍ज़ि‍म बैंक का कर पश्‍चात लाभ `82 करोड़ रहा



Exim Bank posts PAT of Rs 82 crore in FY 2018-19

ऋण पोर्टफोलियो `93,617 करोड़ रहा
Mumbai, May 30, 2019: भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) के प्रबंध निदेशक श्री डेविड रस्कीना और उप प्रबंध निदेशक श्री देबाशिस मल्लिक ने गुरुवार, 30 मई, 2019 को मुंबई में आयोजित एक प्रेस वार्ता में वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए बैंक के वित्तीय परिणामों की घोषणा की।
वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए बैंक के वित्तीय परिणामों की प्रमुख विशिष्टताएं निम्नलिखित अनुसार रहीं:

वित्तीय परिणाम
(` करोड़ में)
ऋण पोर्टफोलियो
93,617  
गैर-निधिक पोर्टफोलियो
14,096  
परिचालन लाभ
2,068  
नेटवर्थ
14,674  
कर पश्‍चात लाभ
82  
भारत सरकार को अंतरित लाभ की शेष राशि
8.17  
प्रति कर्मचारी व्‍यवसाय
571
प्रावधान कवरेज अनुपात
84.72 %
जोखिम भारित आस्तियों की तुलना में पूँजी अनुपात
19.07 %
निवल अनर्जक आस्तियां (एनपीए)
2.44 %
कारोबारी परिणाम  
  • ऋण-व्‍यवस्‍थाः वित्तीय वर्ष 2017-19 के दौरान बैंक द्वारा 2.31 बिलियन यूएस डॉलर की 18 ऋण-व्यवस्थाएं प्रदान की गईं। यथा 31 मार्च, 2019 को बैंक द्वारा अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और सीआईएस क्षेत्रों में 24.28 बिलियन यूएस डॉलर की ऋण प्रतिबद्धता के साथ 63 देशों को 246 ऋण-व्‍यवस्‍थाएं दी गई हैं।
  • परियोजना निर्यातः बैंक ने भारत से परियोजना निर्यातों को बढ़ावा देने के लिए अपनी वाणिज्यिक ऋण योजना के अंतर्गत कुल ` 4,895 करोड़ के ऋण और गारंटियां जारी कीं। इसके अंतर्गत कुल ` 23,500 करोड़ के कॉन्ट्रैक्ट्स को सहयोग प्रदान किया गया। बैंक ने थाईलैंड, यूएई, यूएसए जैसे देशों और अफ्रीका के 14 देशों में परियोजना निर्यातों को सहयोग प्रदान किया।
राष्ट्रीय निर्यात बीमा खाते के अंतर्गत क्रेता ऋण (बीसी-एनईआईए) : यथा 31 मार्च, 2019 को एक्‍ज़ि‍म बैंक ने बीसी-एनईआईए के अंतर्गत 21 परियोजनाओं के लिए 2.10 बिलियन यूएस डॉलर के क्रेता ऋण की मंजूरी दी है। कुछ प्रमुख परियोजनाओं में श्रीलंका में जल प्रशोधन तथा वितरण परियोजना; कैमरून, इथि‍योपिया, मौरिटानिया, सेनेगल एवं जाम्बिया में ट्रांसमिशन लाइन परियोजना; घाना में रेलवे लाइन परियोजना; मालदीव एवं जाम्बिया में सड़क परियोजना तथा सूरीनाम में सिंचाई परियोजना शामिल हैं। बैंक ने कई प्रमुख भारतीय निर्यातकों की ओर से निष्‍पादित की जाने वाली 43 परियोजनाओं को 5.32 बिलियन यूएस डॉलर की सहायता प्रदान करने हेतु सिद्धांततः सहमति भी दी है।
  • विदेशी निवेश वित्तः वर्ष 2018-19 के दौरान, भारतीय कंपनियों को 8 देशों में उनके विदेशी निवेश के आंशिक वित्तपोषण के लिए कुल `1,136 करोड़ की निधिक तथा गैर-निधिक सहायता प्रदान की गई। एक्‍ज़ि‍म बैंक अब तक 78 देशों में 467 कंपनियों द्वारा 621 उद्यमों की स्‍थापना के लिए कुल `58,427 करोड़ की सहायता प्रदान कर चुका है।
  • वर्ष 2018-19 के दौरान बैंक का कर पश्‍चात लाभ (पीएटी) ` 82 करोड़ रहा।

संसाधन/ ट्रेजरी
  • संसाधन जुटाने और निर्यातकों को दीर्घावधि ऋण देने हेतु भारत सरकार द्वारा बैंक की पूँजी में `5000 करोड़ का अभिदान दिया गया। सरकार ने बैंक की प्राधिकृत पूँजी को भी `10,000 करोड़ से बढ़ाकर `20,000 करोड़ करने की मंजूरी दे दी है।     
  • बैंक ने अपने निवेशक आधार को व्‍यापक करते हुए विभिन्‍न भौगोलिक क्षेत्रों और विभिन्‍न लिखतों के जरिए 1.22 बिलियन यूएस डॉलर के समतुल्‍य विदेशी मुद्रा संसाधन जुटाए।
  • बैंक ने मार्च 2019 में 500 मिलियन यूएस डॉलर का 5 वर्षीय रेग-एस बॉन्‍ड निर्गम (इश्‍यू) सफलतापूर्वक जारी किया। निर्गम को 117 से ज्‍यादा उच्‍च गुणवत्ता वाले निवेशकों से कुल 1.7 बिलियन यूएस डॉलर का अभिदान मिला, जो निर्गम के आकार से 3.4 गुना ओवर सब्सक्रिप्‍शन है।
  • वर्ष के दौरान बैंक द्वारा `11,092 करोड़ की रुपया उधारियां तथा `7,054 करोड़ के समतुल्‍य विदेशी मुद्रा जुटाए गए।   
  • रेटिंगः बैंक के रुपया ऋण लिखतों को (एएए)/(ए1+)की सर्वोच्‍च रेंटिंग प्राप्‍त है। इसके अतिरिक्‍त बैंक को अंतरराष्‍ट्रीय एजेंसियों जैसे मूडीज द्वारा बीएए2 (स्थिर); स्‍टैंडर्ड एंड पुअर्स द्वारा बीबीबी- (स्थिर); फिच द्वारा बीबीबी- (स्थिर) रेटिंग तथा जापान क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (जेसीआरए) द्वारा बीबीबी+ (स्थिर) रेटिंग प्रदान की गई है, जो संप्रभु रेटिंग के समतुल्‍य रेटिंग है।     



निर्यात सुगमीकरण
  • वर्ष के दौरान, निर्यातक जागरूकता बढ़ाने के लिए एक्‍ज़ि‍म बैंक द्वारा निर्यातकों के लिए 36 सेमिनारों एवं कार्यशालाओं का आयोजन किया गया, जो व्‍यापक रूप से निर्यात क्षमता निर्माण, उद्योग, देश एवं क्षेत्रों तथा भारत के राज्‍यों में निर्यात संभाव्‍यता पर केन्द्रित थे।
  • बैंक ग्रामीण कारीगरों और हस्तशिल्‍प कारीगरों के लिए प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन कर उनकी घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति को व्यापक बनाने हेतु सहायता प्रदान करता है। वर्ष के दौरान, एक्‍ज़ि‍म बैंक ने बारपेटा, असम में बांस कारीगरों; मणिपुर में कौना घास से हैंडिक्राफ्ट बनाने वाले कारीगरों; राजस्‍थान में जोधपुर के नजदीक पारंपरिक बुनकरों; प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश में आंवला उत्पादकों तथा लद्दाख में लूम्‍स ऑफ लद्दाख वूमेन्स कोऑपरेटिव की महिला शि‍ल्पियों को सहायता प्रदान करने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया।         

  • एक्‍ज़ि‍म बैंक हैंडिक्राफ्ट एवं हैंडलूम प्रदर्शनियों जिसे 'एक्‍ज़िम‍ बाजार' नाम दिया गया है, का आयोजन कर पूरे भारत के ग्रासरूट उद्यमों तथा शिल्‍पकारों को सहायता प्रदान करता है। वर्ष 2017 में ऐसे पहले आयोजन के बाद वित्तीय वर्ष 2019 में दो स्‍थानों पर एक्‍ज़ि‍म बाजार का आयोजन किया गया। इस आयोजन में 25 से अधिक राज्‍यों के कुल 163 ग्रामीण शिल्पियों ने हिस्‍सा लि‍या तथा वे अपने हस्‍तशिल्प उत्‍पादों को बेचकर लाभान्वित हुए।  
सलाहकारी एवं परामर्शी सेवाएं  
  • वर्ष के दौरान, भारतीय एक्‍ज़ि‍म बैंक ने घाना एक्ज़िम बैंक के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया तथा वि‍भिन्‍न परिचालन क्षेत्रों में तकनीकी सहायता मुहैया कराई। भारतीय एक्‍ज़ि‍म बैंक सऊदी अरब के विजन 2030- जिसका उद्देश्‍य 2030 तक गैर-तेल जीडीपी में गैर-तेल निर्यात के शेयर को 16 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत तक करना है- को प्राप्‍त करने में सऊदी एक्‍ज़ि‍म बैंक का मार्गदर्शन करेगा।    
  • एक्‍ज़ि‍म बैंक वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार और नीति आयोग के साथ मिलकर निर्यात के लिए राज्यों की तैयारी की रैंकिंग के आधार पर एक सूचकांक तैयार करने के लिए काम कर रहा है। इससे राज्यों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा। यह सूचकांक राज्यों को उनकी नीतियों, व्यापार सुगमता, बुनियादी ढाँचे, वित्तीय सहायता ढांचा और आउटपुट आदि जैसे प्रमुख मापदंडों पर रैंक करेगा और प्रत्येक राज्य के समग्र निर्यात बाजार और निर्यात का आकलन करेगा।
  • एक्ज़िम बैंक निर्यात ऋणों पर अंतरराष्ट्रीय कार्य समूह (IWG) के अंतर्गत भारत सरकार के वाणिज्य विभाग के नेतृत्व वाली वार्ता टीम का एक हिस्सा है।  अंतरराष्ट्रीय कार्य समूह सरकार समर्थित निर्यात ऋणों पर तैयार किए जाने वाले दिशानिर्देशों पर बातचीत कर रहा है, जिनके विश्व व्यापार संगठन के सब्सिडी और प्रतिकारी उपाय (ASCM) पर समझौते के अंतर्गत लागू होने की संभावना है।
  • एक्ज़िम बैंक और यूएनडीपी निर्यात प्रतिस्पर्धा के लिए पूर्वोत्तर भारत की एमएस एमई इकाइयों में क्षमता निर्माण के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। इस पहल का उद्देश्य निर्यात बढ़ाने, रोजगार सृजन तथा विशेष रूप से युवाओं एवं महिलाओं को जीवि‍कोपार्जन के अवसर मुहैया कराने के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र में एमएसएमई को सशक्‍त बनाना है।   
  • एक्ज़िम बैंक ने भारत के वस्तु निर्यातों और गैर-तेल निर्यातों में तिमाही आधार पर आने वाले उतार-चढ़ावों का पूर्नानुमान लगाने और उनका ट्रैक रखने के उद्देश्य से एक्सपोर्ट लीडिंग इंडेक्स (ईएलआई) तैयार करने के लिए एक आंतरिक मॉडल विकसित किया है। इस मॉडल तथा इससे प्राप्‍त पूर्वानुमान संबंधी परिणामों की समीक्षा विशेषज्ञों की एक स्‍थाई तकनीकी समिति द्वारा समय-समय पर की जाती है। पूर्व में जारी किए गए पूर्वानुमान सही पाए गए हैं और आधिकारिक आंकड़ों से मेल खाते हैं। हाल में 6 मार्च, 2019 को जारी ईएलआई के पूर्वानुमानों के अनुसार, 2018-19 में 9.4% की वृद्धि के साथ वस्तु निर्यात 331.8 बिलियन यूएस डॉलर का रहा। ये आंकड़े 15 अप्रैल, 2019 को जारी क्रमशः 331.02 बिलियन यूएस डॉलर और 9.06% के आधिकारिक आंकड़ों से मेल खाते हैं।

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