नयी दिल्ली। एमएसएमई के लिए कैपिटल बैंक समर्थित फिनटेक ऋणदाता आय फाइनेंस, अपनी स्थापना के 5साल के भीतर 1000 करोड़ रुपये एयूएम (एसेट अंडर मैनेजमेंट) के उल्लेखनीय पड़ाव पर तक पहुँच गया है। 2014 में शुरू हुई यह ऋणदाता कंपनी दिन दूना-रात चौगुना विकास किया है और 2014 से अब तक 1,25,000 से अधिक सूक्ष्म उद्यमों को 1700 करोड़ रुपये वितरित कर चुका है।
आय उन तरीकों पर नवाचार करके भारत में सूक्ष्म उद्यम फिनेंसिंग के कायाकल्प का अगुवा बन गया है जो औपचारिक ऋण चैनलों द्वारा ऐतिहासिक रूप से नजरअंदाज किये गये इस खंड की प्रभावी क्रेडिट अंडरराइटिंग को सक्षम बनाते हैं। सूक्ष्म उद्यमों की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप उत्पादों और प्रक्रियाओं के साथ,आय इस क्रेडिट की कमी से पीड़ित इस क्षेत्र के लिए पर्याप्त वित्तपोषण की समस्या को सफलतापूर्वक हल कर रहा है।
इस उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए, संस्थापक और प्रबंध निदेशक संजय शर्मा ने कहा, “5 वर्षों के अल्प समय में 1000 करोड़ रुपये के एयूएम के स्तर तक पहुँचना हमें एमएसएमई लेंडिंग सेगमेंट में अगुवाओं की श्रेणी में शामिल कर दिया है। एमएसएमई अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और अभी तक औपचारिक वित्तीय प्रणाली तक पहुँचने में विफल हैं। हम इस यथास्थिति को तोड़ना और पर्याप्त व्यवसाय फाइनेंसिंग तक आसान पहुँच देकर इन उद्यमों के विकास और दीर्घकालिकता में योगदान करना चाहते हैं। आज जब हम इस उल्लखनीय आंकड़े तक पहुँच गये हैं, तो यह हमें हमारी किफायती क्रेडिट व्यवस्था के जरिये पूरे भारत में 1,25,000 से अधिक सूक्ष्म उद्यमों को सशक्त बनाने की एक अतिरिक्त संतुष्टि देता है। अब हम एक और आशाजनक चरण के लिए तैयार हैं और लाभप्रदता और सकारात्मक सामाजिक प्रभाव के साथ अपने ग्राहक आधार का विस्तार करेंगे।”
पिछला वित्तीय वर्ष आय के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष रहा है। इसने इक्विटी के सी और डी सीरीज़, दो चक्र पूरे किये और 380 करोड़ रुपये उगाहे और फाल्कन एज और कैपिटलजी(पूर्ववर्ती गूगल कैपिटल) को अपने प्रतिष्ठित निवेशकों – सैफ पार्टनर्स, एक्शन, एलजीटी और एमएजे इनवेस्ट की श्रेणी में जोड़ा।
आय एक समावेशी तरीके से गुणवत्ता ऋण पोर्टफोलियो के निर्माण में नये मानक स्थापित कर रहा है और अपने ग्राहकों,कर्मचारियों, निवेशकों और अन्य हितधारकों के लिए मूल्यवर्धन कर रहा है।
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