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Tuesday, July 9, 2019

जगुआर लैण्ड रोवर ने इलेक्ट्रिफिकेशन को गति दी






कैसल ब्रोमविच। जगुआर लैण्ड रोवर ने  कैसल ब्रोमविचयूके में स्थित अपने उत्पादन संयंत्र में नये इलेक्ट्रिफाइड वाहनों की श्रृंखला के उत्पादन की योजना का खुलासा किया है। यह घोषणा वर्ष 2020 से सभी नये जगुआर और लैण्ड रोवर मॉडल्स के लिये ग्राहकों हेतु इलेक्ट्रिफाइड विकल्पों की पेशकश की कंपनी की प्रतिबद्धता के निर्वाह की दिशा में अगला महत्वपूर्ण कदम है।

प्रोफेसर डॉ. रैल्फ स्पेथमुख्य कार्यकारी अधिकारी,जगुआर लैण्ड रोवर ने कहा‘‘परिवहन का भविष्य इलेक्ट्रिक है और एक दूरदर्शी ब्रिटिश कंपनी होने के नाते हम शून्य-उत्सर्जन वाहनों की अगली पीढ़ी को यूके में बनाने के लिये प्रतिबद्ध हैं।

हम इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादनइलेक्ट्रॉनिक ड्राइव यूनिट्स और बैटरी असेम्बली को एक जगह ला रहे हैंताकि मिडलैण्ड्स में इलेक्ट्रिफिकेशन का पॉवरहाउस बन सके।’’

इस संयंत्र में उत्पादित होने वाली पहली नई इलेक्ट्रिक कार होगी जगुआर का प्रमुख लक्जरी सैलून एक्सजे। एक्सजे विगत पाँच दशकों से व्यावसायिक दिग्‍गजों,सेलीब्रिटीजनेताओं और राज परिवारों की पसंद है,इसके उत्पादन के आठ जनरेशन हो चुके हैं और इसका डिजाइनइंजिनियरिंग तथा उत्पादन यूके में किया जाता है तथा इसे 120 से अधिक देशों में निर्यात किया जाता है।

वर्तमान एक्सजे का उत्पादन समाप्त होने की सूचना कैसल ब्रोमविच के कर्मियों को दी गई थी। विगत 50वर्षों के दौरान एक्सजे के उत्पादन में कई नवोन्मेष हुए हैंजो उद्योग के लिये प्रथम हैं और नई एक्सजे में भी अपने पूर्वजों की विशेषताएं होंगीजैसे सुंदर डिजाइन,विवेकशील प्रदर्शन और पसंदीदा लक्जरी।

नये ऑल-इलेक्ट्रिक मॉडल का निर्माण उन्हीं डिजाइनर्स और उत्पाद विकास विशेषज्ञों की टीम करेगीजिन्होंने विश्व की पहली प्रीमियम इलेक्ट्रिक एसयूवी और 2019वर्ल्ड कार ऑफ द ईयर- जगुआर आई-पेस दी है।

आज की घोषणा यूके में हजारों नौकरियाँ बचाती है और जगुआर लैण्ड रोवर की इलेक्ट्रिफिकेशन रणनीति के निष्पादन में अगला चरण है। जनवरी में कंपनी ने नई और मौजूदा सुविधाओं में निवेश के साथ बैटरी और इलेक्ट्रिक ड्राइव यूनिट (ईडीयू) को मिडलैण्ड्स में लाने की योजना की पुष्टि की थी। कंपनी द्वारा पूर्व में बताई गई पूंजी निवेश योजनाओं में इन निवेशों की अपेक्षा थी।

हैम्स हॉल में स्थित नया बैटरी असेम्बली सेंटर वर्ष 2020से परिचालन शुरू करेगा और यूके में सबसे खोजपरक तथा प्रौद्योगिकी के लिहाज से उन्नत होगाजिसकी स्थापित क्षमता 150,000 यूनिट्स की होगी। वोल्वरहैम्पटन इंजन मैन्युफैक्चरिंग सेंटर (ईएमसी) जगुआर लैण्ड रोवर के वैश्विक ईडीयू उत्पादन का केन्द्र हैजिसके साथ मिलकर यह सुविधाएं जगुआर और लैण्ड रोवर के अगली पीढ़ी के मॉडल्स को शक्ति प्रदान करेंगी।

कैसल ब्रोमविच यूके का पहला प्रीमियम इलेक्ट्रिफाइड वाहन संयंत्र बनने जा रहा हैजो उसके इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटना है। इस माह के उत्तरार्द्ध में उन सभी नई सुविधाओं और टेक्नोलॉजीस के इंस्टालेशन का काम शुरू होगाजो जगुआर लैण्ड रोवर की अगली पीढ़ी के मॉड्यूलर लॉन्गिट्यूडिनल आर्किटेक्चर (एमएलए) में सहयोग के लिये आवश्यक हैं। एमएलए का डिजाइन और इंजिनियरिंग कंपनी द्वारा ही की गई है और यह स्वच्छ तथा क्षमतावान डीजल तथा पेट्रोल वाहनों के साथ-साथ फुल इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड मॉडल्स का लोचशील उत्पादन सुगम बनाता है।

जगुआर लैण्ड रोवर की इलेक्ट्रिफाइड वाहन श्रृंखला के विस्तार से ग्राहकों को अपनी जीवनशैली के अनुसार व्यापक विकल्प मिलेंगे। हालांकि ग्राहकों की बड़ी संख्या एक चुनौती होगी।

प्रोफेसर डॉ. रैल्फ स्पेथमुख्य कार्यकारी अधिकारी,जगुआर लैण्ड रोवर ने कहा‘‘सुविधा और वहनीयता से ग्राहकों की संख्या बढ़ सकती है। चार्जिंग उतनी ही सुगम होनी चाहियेजितना ईंधन भरना होता है।

वहनीयता तभी होगीयदि हम बैटरी यूके में बनाएंगे,वाहन उत्पादन के समीपताकि विदेश से आयात करने की लागत और सुरक्षा का जोखिम नहीं हो। यूके के पास कच्चा माल हैयहाँ की यूनिवर्सिटीज में वैज्ञानिक शोध होता है और यहाँ का मौजूदा आपूर्तिकर्ता आधार परिवहन और रोजगार निर्माण के लिये महत्वपूर्ण है।’’

आज जगुआर यूके में इलेक्ट्रिक कार उत्पादन के लिये प्रतिबद्ध हैकंपनी चाहती है कि सरकार और उद्योग मिलकर काम करेंताकि देश में बैटरी उत्पादन व्यापक स्तर पर हो। यह यूके बैटरी इंडस्ट्रियलाइजेशन सेंटर और सरकार के फैराडे चैलेंज पर निर्भर हैजो अगली पीढ़ी की बैटरी प्रौद्योगिकी के लिये जरूरी हैताकि छोटी,सघनसस्ती बैटरियाँ बन सकें। इन महत्वपूर्ण कदमों से मौजूदा आपूर्ति श्रृंखला को सहयोग मिलेगा और उसकी वृद्धि होगी और यूके को उन अनिवार्य मटेरियल्स पर कम निर्भर होना होगाजो आज विदेशों से लिये जाते हैं।

इन पहलों से ऑटोमोटिव कंपनियों के लिये बैटरी का उत्पादन होगा और मांग उत्पन्न होगीजिससे भविष्य में यूके में बड़े कारखाने लग सकते हैं।

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