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Friday, August 2, 2019

टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (टीटीटीआई) ने 10वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया






बिडाडी।   टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (टीटीटीआई) ने आज अपने 10वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया। इस मौके पर 2016-19 बैच के 42 सफल छात्रों को डिग्री दी गई। इस मौके पर मुख्य अतिथि थे,  अजय कुमार जैन, अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक, पीपीएपी ऑटोमोटिव लिमिटेड और प्रेसिडेंट, टोयोटा किर्लोस्कर सप्लायर्स एसोसिएशन। बैंगलोर में जापान के वाणिज्यदूत श्री ताकायुकी कितागावा और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वरिष्ठ प्रबंध प्रतिनिधि –  मासाकाजू योशिमुरा – प्रबंध निदेशक,  विक्रम किर्लोस्कर वाइस चेयरमैन,  शेखर विश्वनाथन, वाइस चेयरमन और पूर्णकालिक निदेशक आदि अतिथि थे। इनके साथ बच्चों के अभिभावक, मित्र और रिश्तेदार भी मौजूद थे। कुल मिलाकर, इस आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। 

प्रवेश स्तर की प्रतिभा की कमी वाले उद्योग के लिए टीटीटीआई युवकों को विश्व स्तर के कौशल का प्रशिक्षण मुहैया कराता है। यह प्रशिक्षण ग्रामीण कर्नाटक के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं को दिया जाता है और इसके लिए तीन साल का एक व्यापक कार्यक्रम चलाया जाता है जो उनके संपूर्ण विकास पर केंद्रित होता है। इससे उनमें ज्ञान, कौशल, स्वस्थ शरीर के साथ ऐटीट्यूड का भी विकास होता है। इस कार्यक्रम की संरचना ऐसी है जो यह सर्वोच्च स्तर की शिक्षा सुनिश्चित करती है। पाठ्यक्रम संपूर्ण ज्ञान अनुभव के एक अनूठे मेल की पेशकश करता है और इसके साथ बुनियादी विषय, मनोरंजन गतिविधियां और ऑटोमोबाइल असेम्बली पर व्यापक प्रशिक्षण ऑटोमोबाइल पेन्ट, ऑटोमोबाइल वेल्ड तथा मेकैट्रोनिक्स शामिल है। इसके अलावा, छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाता है और इसके लिए बिडाडी स्थित टोयोटा के प्लांट में भिन्न निर्माण प्रक्रियाओं के दौरान विश्व विख्यातटोयोटा प्रोडक्शन सिस्टम्स लागू किया जाता है। स्थापना के समय से लेकर अभी तक संस्थान ने 573 छात्रों को प्रशिक्षण दिया है। इसके अलावा, बच्चों को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाता है। स्थापना के समय से अभी तक संस्थान ने 573 से ज्यादा छात्रों को प्रशिक्षण दिया है। इन्हें टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और टोयोटा समूह की अन्य कंपनियों में शामिल कर लिया गया है।

छात्रों को बधाई देते हुए बैंगलूर में जापान के कौनसुल जनरल ताकायुकी कितागावा ने कहा, मुझे बेहद खुशी हो रही है कि मैं टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के 10वें दीक्षांत समारोह का भाग हूं। यह कर्नाटक के आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के प्रतिभाशाली युवाओं के भविष्य को अच्छा बनाने में सहायता कर रहा है। हम ज्यादा से ज्यादा भारतीय युवाओं को ओईएम (मूल उपकरण निर्माता) को इस उदाहरण का पालन करने के लिए प्रेरित करते हैं ताकि वे युवाओं को नौकरी पर रखने के लिए सामान्य कौशलों से युक्त कर दें। इससे देश में मौजूद कौशल की कमी कम होगी। और गतिशील तथा हमेशा बेहतर होने वाले वाहन उद्योग में आवश्यक कौशल की कमी पूरी होगी।  इस तरह की पहल कौशल विकास के क्षेत्र में गठजोड़ तथा संबंधित कारखानों में टेक्निकल एक्सचेंज से संभव होगी।
उद्योग को कल के लिए तैयार करने के टोयोटा के दर्शन की तारीफ करते हुए मुख्य अतिथि अजय कुमार ने कहाभारत एक युवा देश है और हमारे यहां कुछ असाधारण प्रतिभाशाली युवा है जिन्हें निखारा जाना चाहिए और सर्वश्रेष्ठ संभव प्रशिक्षण तथा मौका दिया जाना चाहिए ताकि प्रतिस्पर्धी समाज में वे बेहतर कर सकें। सरकार की स्किल इंडिया पहला का सपोर्ट करने के लिए हमें टोयोटा किर्लोस्कर मोटर जैसे और कॉरपोरेट की आवश्यकता है ताकि उनकी प्रतिभा के विकास के लिए हम बेहतर मौके और मंच तैयार कर सकें। मैं टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की फैकल्टी और कर्मचारियों को उनके प्रयासों के लिए बधाई देता हूं कि वे ग्रामीण युवाओं के कौशल तथा उन्हें नौकरी पर रखने की उनकी योग्यता का विकास कर रहे हैं। हम पढ़ाई पूरी करने वाले सभी छात्रों की प्रशंसा करते हैं और उनके अच्छे भविष्य तथा सफल कैरियर की कामना करते हैं।

छात्रों की तारीफ करते हुए सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अत्सुनोरी कोमेयी ने कहा, टोयोटा का दृढ़ विश्वास है कि भारत में हमारी भूमिका सबसे सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल कार बनाने और और बेचने भर ज्यादा है। एक प्रतिभा पूल बनाना हमारे मुख्य कारोबार से आगे की चीज है और यह एक स्थायी कारोबारी माहौल बनाने की तरह है। उद्योग के प्रति अपनी कटिबद्धता के क्रम में टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट टोयोटा की एक महत्वपूर्ण शाखा रही है और इसका एक दशक से ज्यादा हो चुका है। यहां हमारा लक्ष्य एक पाठ्यक्रम के जरिए सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा तैयार करना और उसे निखारना है। यह न सिर्फ प्रतिभा का विकास करता है बल्कि संपूर्ण औद्योगिक इकोसिस्टम को लाभ पहुंचाता है और यह कामगारों के एक ऐसे वर्ग से संभव होता है जो सॉफ्ट स्किल्स, नौतिकता और सिद्धांत से युक्त है। इसलिए, यह हम सभी लोगों के लिए गौरव के क्षण हैं जब टीटीटीआई के स्नातक अपने कैरियर में अच्छा कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय मंचों जैसे वर्ल्ड स्किल प्रतियोगिता आदि में यादगार छवि बना रहे हैं। 
उन्होंने आगे कहा, एक कॉरपोरेट के रूप में हम स्किल इंडिया मिशन का साझा लक्ष्य हासिल करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखेंगे। टीटीटीआई इस विश्वास का जोरदार परावर्तन है और इससे पता चलता है कि वाहन उद्योग में भारत को आत्म निर्भर बनाने की दिशा में बढ़ते भारत की सहायता करने में टोयोटा का समर्पण कैसा है। अपने सुदृढ़ कौशल विकास कार्यक्रम के जरिए हम ना सिर्फ प्रत्येक कर्मचारी के कौशल में मूल्य जोड़ने के लक्ष्य पर काम करेंगे बल्कि पूरे उद्योग के लिए एक मजबूत कार्यबल तैयार करेंगे।
टोयोटा की सामाजिक पहल के भाग के रूप में वर्ष 2007 में स्थापित टीटीटीआई के पहले बैच के छात्रों को उनकी ऐकेडमिक डिग्री 2010में मिली थी। उस मौके पर पूर्व राष्ट्रपति मरहूम डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भी मौजूद थे। इंस्टीट्यूट पूरी तरह आवासीय स्कूल है और इसका उद्देश्य अच्छे कॉरपोरेट नागरिक का विकास करना है जो टोयोटा के खासतौर-तरीकों से युक्त होंगे और योग्य लोगों के लिए सीखने के मौके तैयार करेंगे। इस साल टीटीटीआई ने इनटेक की अपनी क्षमता का विस्तार किया है और अब यह 64 से बढ़कर 120 हो गया है। इसमें लड़कियों के लिए पांच जगह शामिल है।

पाठ्यक्रम के दौरान टीटीटीआई के छात्रों को भी यह मौका मिला कि वे नेशनल स्किल कंपीटिशन एंड वर्ल्ड स्किल कंपीटिशन (स्किल ओलंपिक्स) में तीन श्रेणी में भाग लें। ये हैं – मेकाट्रोनिक्सकार पेन्टिंगप्रोटोटाइप मॉडलिंग। वर्ष 2017 में 44 वें वर्ल्ड स्किल्स कंपीटिशन में टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के कर्मचारी श्री किरण को कांस्य पदक मिला था। यह प्रतियोगिता दुबई में हुई थी। श्री किरण को यह पुरस्कार प्रोटोटाइप मॉडलिंग स्किल में मिला था। श्री एच वरुण और टीए आनंद कुमार जो टीटीटीआई के पूर्व छात्र हैं और टीकेएम के कर्मचारी – को स्किल श्रेणी में छठा स्थान मिला था। 

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