मुंबई । टाटा पावर की चीफ सस्टेनबिलिटी ऑफिसर शालिनी सिंह का नाम एशिया के ‘टॉप सस्टेनबिलिटी सुपरवुमन- लिस्ट ऑफ ऑनर फॉर 2019’ में शामिल हो गया है। इस मुहिम के जरिये उन महिलाओं को सम्मानित किया जाता है जोकि स्थायी रणनीतियों और अभियानों के जरिये बदलाव लाने का काम कर रही हैं।
इस कार्यक्रम के संरक्षक, ‘सीएसआर वर्क्स इंटरनेशनल’ द्वारा पिछले14 सालों से वार्षिक ‘एशिया सस्टेनबिलिटी रिपोर्टिंग अवॉर्ड्स’ के माध्यम से एशिया में स्थायित्व तथा जिम्मेदारीपूर्ण व्यवसास अभ्यासों में उत्कृष्टता का जश्न मनाया जा रहा है। इस साल पैनल ने उन महिलाओं की बढ़ती संख्या पर मुख्य रूप से प्रकाश डालने का फैसला किया, जो स्थायित्वपूर्ण नेतृत्व के माध्यम से बदलाव लाने का काम कर रही हैं।
एशिया का ‘टॉप सस्टेनबिलिटी सुपनवुमन’ एशिया में उन महिलाओं के प्रेरक प्रयासों को सम्मानित करने और उन्हें पहचान देने का पुरस्कार है जो संस्थान के अंदर और बाहर, स्थायित्व का नेतृत्व करते हुए बदलाव लाने का काम कर रही हैं। यह सूची 4 सितंबर, 2019 को सिंगापुर में आयोजित ‘एशिया सस्टेनबिलिटी रिपोर्टिंग सम्मिट’ में जारी की गयी।
एशिया के ‘टॉप सस्टेनबिलिटी सुपरवुमन’ के लिए नामितों की इस सूची की समीक्षा अतंरराष्ट्रीय स्तर की विविधतापूर्ण जूरी द्वारा की गई। जूरी ने उन रणनीतियों, कार्यक्रम, पहलों या योगदान के विशिष्ट उदाहरणों पर गौर किया जिसका परिणाम उल्लेखनीय बदलाव के रूप में सामने आया हो जिसे ये महिलाएं अपने संबंधित संगठनों में लेकर आई हों।
शालिनी सिंह, चीफ कॉरपोरेट कम्युनिकेशन एंड सस्टेनबिलिटी, टाटा पावर ने कहा, ‘’टाटा पावर में स्थायित्व का विषय इसके व्यवसाय के विकास और निरंतरता के केंद्र में है। हमारी स्थायित्व से जुड़ी कई मुहिमों, खासकर ऊर्जा संरक्षण के प्रयास, ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव डाला है।‘’
कॉरपोरेट कम्युनिकेशन एवं सस्टेनबिलिटी की प्रमुख होने के नाते, शालिनी सिंह 2004 से डिकार्बोनाइजेशन और सर्कुलर इकोनॉमी पहल का नेतृत्व कर रही हैं। वह क्लब एनर्जी, ऐक्ट फॉर माहशीर और ग्रीनोल्युशन जैसे सरंक्षण प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए पुरस्कार प्राप्त सोशल ब्रांड कार्यों को लॉन्च करने और उसकी अगुवाई करने में महत्वपूर्ण रही हैं।
पिछले दशक में क्लब एनर्जी ने 14 शहरों में 533 स्कूलों का नेटवर्क तैयार किया, जहां 7.2 लाख स्कूली बच्चों को जागरूक किया गया। भारत में 23.8 मिलियन से भी ज्यादा लोगों को 25 मिलियन यूनिट संरक्षण करने के लिये प्रेरित किया गया, जिसके परिणामस्वरूप आज तक 25000 टन से भी ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड में कमी लायी जा सकी है। ताजे पानी की लुप्त होती मछलियों की प्रजाति माहशीर के जैव विविधता संरक्षण प्रयास के लिये ‘एक्ट फॉर माहशीर’ की वजह से इस प्रजाति की 10 मिलियन मछली के बच्चों को सफलतापूर्वक लाया जा सका । ‘ग्रीनोल्युशन’ कर्मचारियों के भागीदारी की एक मुहिम है, जिसमें 2300 से भी ज्यादा ग्रीन-हीरोज को संसाधनों की रीसाइकलिंग, पुन: प्रयोग और अनुकूलन के लिये प्रेरित और सम्मानित किया जा चुका है।
सामाजिक तथा पर्यावरण से जुड़े मुद्दों की हिमायती होने के कारण, शालिनी सिंह संसाधनों के संरक्षण, महिलाओं के सशक्तिकरण और बिजेनसे रिस्पॉन्सिबिलिटी जैसे विषयों का नेतृत्व कर चुकी हैं। वे कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फोरम जैसे ‘ग्लोबल सस्टेनबिलिटी इलेक्ट्रिसिटी पार्टनरशिप’, ‘यूनाइटेड नेशनल ग्लोबल कॉम्पैक्ट’, ‘टेडएक्स-आईआईएमए ‘, ‘नीति आयोग’ ‘ईएसजी मैटर्स-एशिया पैनल सीरीज (बैंक ऑफ मेरिल लिंच) और ‘सीएसआर लाइव वीक’ में उन विषयों को पेश कर चुकी हैं।
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