स्तन कैंसर की रोकथाम व जागरूकता के लिए पिंकसिटी में सजेगी चैरिटी म्यूजिकल ईवनिंग, सुप्रसिद्ध कव्वाल निज़ामी ब्रदर्स देंगे सूफियाना प्रस्तुति, हाइट्स इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन एंड टेक्नोलॉजी, फैलिसिटी थिएटर, जी.एस. फाउंडेशन ट्रस्ट हैं आयोजन में सहभागी
जयपुर। चौदहवीं सदी के मशहूर शायर-संगीतकार अमीर खुसरो की लिखी इबारतें अब गुलाबी नगरी में फिर से जवां होगीं। 11 अक्टूबर 2019 को शाम 7 बजे से अजमेर रोड़ स्थित जोन पैलेस बाय द पार्क में सजाई जाने वाली चैरिटी म्यूजिकल ईवनिंग "रूहानी-ए-नूर" में सुप्रसिद्ध कव्वाल निज़ामी ब्रदर्स की सूफियाना प्रस्तुतियां होगीं। फ्रीडम ऑफ ब्रैस्ट कैंसर की मुहिम को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किए जाने वाले इस चैरिटी कार्यक्रम के आयोजन में हाइट्स इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन एंड टेक्नोलॉजी, फैलिसिटी थिएटर, जी.एस. फाउंडेशन ट्रस्ट सहभागी हैं। बुधवार को सुभाष नगर स्थित होटल सोवेनियर पिपरमिंट में हाइट्स इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन एंड टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर दीपक गुप्ता व अंजलि गुप्ता, फैलिसिटी ग्रुप के राजस्थान रीजनल डायरेक्टर आशु माथुर व लवलीन माथुर, जी.एस. फाउंडेशन ट्रस्ट के सेक्रेट्री आनंद सोनी, जोन पैलेस बाय द पार्क के ओनर अजय कोटावाला व जीएम संतोष सिंह शेखावत, एसजीएम आउटडोर के डायरेक्टर जे.डी. माहेश्वरी, सोशल एंटरप्रेन्योर अमिताभ जैन और दीपक शर्मा, होटल सोवेनियर पिपरमिंट के डायरेक्टर डॉ. आशीष गौड़ व अलका गौड़ ने रूहानी-ए-नूर के पोस्टर का विमोचन किया।
कार्यक्रम संयोजक दीपक गुप्ता, लवलीन माथुर व अमिताभ जैन ने बताया कि स्तन कैंसर की रोकथाम के प्रति आमजन को जागरूक करने के साथ ही राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में स्तन कैंसर के रोगियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम की रचना की गई है, जिससे एकत्रित होने वाली धनराशि जी.एस. फाउंडेशन ट्रस्ट को भेंट की जाएगी। कार्यक्रम में एंट्री डोनर पास से होगी। रूहानी-ए-नूर में पिंक रिबन एसथेटिक्स इंटरनेशनल की ब्रांड एम्बेसडर एवं एलीट सिग्नापॉलिटन वर्ल्डवाइड की विनर प्रीति शर्मा सेलिब्रिटी गेस्ट रहेंगी। डोनर पास के लिए मोबाइल नंबर 9414070039, 9119140888 और 9928923000 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि निज़ामी ब्रदर्स की म्यूजिकल टीम में प्रमुख कव्वाल चांद निज़ामी, शादाब फरीदी व सोहराब फरीदी निज़ामी हैं, जो कि दिल्ली स्थित सूफी संत निज़ामुद्दीन औलिया दरगाह के दरबारी गायकों में शामिल हैं। अमीर खुसरो की लिखी रचनाओं की पुरकशिश पेशकश और सूफी व अस्ताना गायकी के लिए उन्हें देश-विदेश में पहचाना जाता है। उनकी गाई मशहूर नज्मों में "छाप तिलक", "मेरा बना हरियाला है", "दमा दम मस्त कलंदर", "प्यार इबादत है" आदि शामिल हैं। निज़ामी ब्रदर्स भारत के ऐसे पहले कव्वाल हैं, जिन्होंने लंदन के रॉयल अल्बर्ट हॉल में प्रस्तुति दी है। रूहानी-ए-नूर में शहर के संगीतप्रेमी सूफी शैली के गायन का लुत्फ उठाएंगे।
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