मुंबई। विश्वसनीय तालों का ब्रांड गोदरेज लॉक्स ने घर सुरक्षा दिन पर अपने फ्री होम सेफ्टी असेसमेंट प्रोग्राम की शुरूआत की है। इस प्रोग्राम में शामिल होकर लोग अपने घरों की सुरक्षा की मजबूती को नाप सकते हैं। बहुत ही महत्वपूर्ण और अनोखी पहल से अब लोग जान सकेंगे कि उनके घर कितने सुरक्षित हैं और घरों की सुरक्षा में अगर कुछ कमियां पायी गयी तो उन्हें दूर करने के लिए उपाय कर सकेंगे। नागरिकों को घरों की सुरक्षा के बारे में जागरूक और जिम्मेदार बनाने के लिए गोदरेज लॉक्स द्वारा शुरू किए गए #HarGharSurakshit अभियान का एक साल पूरा हो रहा है। यह भारत का आज तक का सबसे बड़ा जनजागृति अभियान है। #HarGharSurakshit को पहले वर्ष में मिली भारी सफलता के बाद अब गोदरेज लॉक्स द्वारा इसी अभियान के तहत फ्री होम सेफ्टी असेसमेंट प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है।
भारत में घरों की सुरक्षा काफी खतरे में है और समस्या की गंभीरता बढ़ती जा रही है। लोगों को इस समस्या के बारे में जागरूक और सक्रीय होना बहुत जरुरी है। नेशनल क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार 2017 में निवासी इलाकों में डकैती, चोरियों और इस प्रकार के अन्य गुनाहों की 2,44,119 केसेस हुई। 2016 की अपेक्षा 2017 में हुई चोरी और डकैती जैसी घटनाएं 10.53% से ज्यादा थी, यह बात यक़ीनन चिंता का विषय है। गोदरेज लॉक्स के हर घर सुरक्षित रिपोर्ट के अनुसार 64% भारतीय अपने घरों की सुरक्षा से जुड़े खतरों को दूर रखने में सक्षम नहीं हैं। #HarGharSurakshit का एक साल पूरा होने पर गोदरेज लॉक्स ने लोगों के घरों की सुरक्षा से जुडी आदतों और आचरण में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए #AgentOfSafety यह संकल्पना निश्चित की है। फ्री होम सेफ्टी असेसमेंट प्रोग्राम यह इस दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। भारत में कही पर भी इस सेवा का मुफ्त लाभ लिया जा सकता है। इस सेवा के लिए शुरू की गयी नयी वेबसाइट www.hargharsurakshit.com पर इसके बारे में ब्योरेवार जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
#HarGharSurakshit और नयी पहल के बारे में जानकारी देते हुए गोदरेज लॉक्स के एग्जीक्यूटिव वीपी और बिज़नेस हेड श्याम मोटवानी ने बताया, "भारत में हर तीन मिनटों में घरों पर डकैती, चोरी की घटनाएं होती रहती हैं। समस्या की गंभीरता को समझते हुए उसपर जल्द से जल्द उपाय करना आवश्यक है। भारत का तालों का सबसे विश्वसनीय ब्रांड होने के नाते गोदरेज लॉक्स ने #HarGharSurakshit की शुरूआत की। घरों की सुरक्षा को गंभीरता लेना कितना आवश्यक है यह लोगों को समझाना हमारा उद्देश्य है। हमारे इस अभियान का एक साल पूरा हो रहा है, लोगों की आदतों और आचरण में सकारात्मक परिवर्तन लाने और लोगों को ही उनके घरों के सेफ्टी एजेंट्स बनाने के लिए हम और एक पहल की शुरूआत कर रहे हैं। इस अभियान के लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने और उसके उद्देश्यों को सफल बनाने के लिए हम 44 करोड़ रुपयों के निवेश कर चुके हैं। अगले तीन सालों में यह कुल निवेश 100 करोड़ रुपयों के होंगे। लोगों को उनके घर, उनकी मौल्यवान चीजों को सुरक्षित रख पाने में सक्षम करने के लिए हम लक्षणीय निवेश करते रहेंगे। घरों की सुरक्षा से जुडी लोगों की आदतों में सकारात्मक बदलाव हो यह हमारा लक्ष्य है।"
#HarGharSurakshit अभियान का पहला साल सफलतापूर्वक पूरा होने पर गोदरेज लॉक्स ने #HarGharSurakshit की इस साल की संकल्पना के अनुसार ऐक्टर्स करणवीर बोहरा और तीजय सिधु, जेएएमएम नेटवर्क की फाउंडर रितु गोराई और रेडियो सिटी 91.1 एफएम का आरजे करण को सेफ्टी एजेंट्स के रूप में इस अभियान में शामिल किया है। 'घरों पर डकैती, चोरियों के बढ़ते वारदातों को मद्देनजर रखते हुए सुरक्षा का महत्त्व' इस विषय पर आयोजित चर्चा में इन गणमान्यों ने हिस्सा लिया।
गोदरेज लॉक्स के #HarGharSurakshit की इस साल की संकल्पना के अनुसार सेफ्टी एजेंट्स के रूप में इस अभियान में शामिल होते हुए ऐक्टर्स करणवीर बोहरा और तीजय सिधु ने बताया, "घर का मतलब सिर्फ ईटें और दीवारें यही नहीं होता। हम हमारे बच्चों, परिवारों के साथ रहते हैं वह जगह होती है घर। घर हमारी भौतिक और मानसिक सुरक्षा का बहुत अहम् हिस्सा होता है। #HarGharSurakshit अभियान में शामिल होते हुए हमें बहुत ख़ुशी हो रही है। हमें सेफ्टी एजेंट्स बनाने के लिए हम गोदरेज लॉक्स के आभारी हैं। घरों की सुरक्षा से जुडी लोगों की आदतों में बदलाव हो इसलिए हम प्रयास करेंगे। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि इस फ्री होम सेफ्टी असेसमेंट प्रोग्राम के लिए रजिस्टर करके अपने घर को सुरक्षित रखने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम उठाए।"
इस अवसर पर गोदरेज लॉक्स द्वारा वाईस मीडिया इंडिया की मदद से बनायीं गयी एक विशेष डॉक्यूमेंटरी का भी प्रकाशन किया गया। अपनी बीती जिंदगी में जो लोग डकैती या चोरी के काम करते थे, पुलिस, जिनके घरों में चोरियां हुई ऐसे लोग, अपराध विज्ञान विशेषज्ञ आदि लोगों के इंटरव्यूज के जरिए बनायीं गयी इस डॉक्यूमेंटरी में हमें घरों की सुरक्षा से जुड़े खतरों और उनके उपायों के बारे में पूरी जानकारी मिलती है।
2018 में घर सुरक्षा दिन पर गोदरेज लॉक्स ने #HarGharSurakshit की शुरूआत की और अगले तीन सालों में इस अभियान को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए और उन्हें लाभ मुहैया करवाने के लिए 100 करोड़ रुपयों के निवेश की घोषणा की। पिछले एक साल में गोदरेज लॉक्स ने ज्येष्ठ नागरिक, महिला और युवाओं को घरों की सुरक्षा के बारे में जागरूक किया। देश के 8 शहरों में 1000 से ज्यादा ज्येष्ठ नागरिकों को घर की सुरक्षा के उपायों की जानकारी देने के लिए गोदरेज लॉक्स ने सुरक्षा चर्चा फोरम की शुरूआत की। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिन और बाल सुरक्षा सप्ताह में भी महिलाएं और बच्चों को इस विषय पर जानकारी दी गयी।
गोदरेज लॉक्स
गोदरेज लॉक्स 122 सालों से नवीनतापूर्ण तालों का निर्माण करते हुए इस क्षेत्र की अग्रणी कंपनी बनी हुई है। 1897 में माननीय अर्देशिर गोदरेज द्वारा इसकी स्थापना से ही 'गोदरेज' यह नाम विश्वास, सुरक्षा और ईमानदारी का प्रतीक बना हुआ है। 1897 में बनाए गए पहले एंकर ब्रांड ताले से लेकर 1907 में बनाए गए पहले स्प्रिंग लेस ताले, 1954 में बनाए गए आदर्श नवताल और आधुनिक दौर में बनाए जाने वाले बायोमेट्रिक तालों तक गोदरेज ने तालों के निर्माण उद्यम में कई मानदंड स्थापित किए हैं। इस दीर्घावधि में गोदरेज लॉक्स का ढाँचा, कार्य और उपयोग के क्षेत्र में कई परिवर्तन हुए हैं। लेकिन अटूट विश्वास और ईमानदारी कायम है। गोदरेज लॉक्स में वैश्विक गुणवत्ता नियमों का पालन किया जाता है और उन्हें आईएसओ 9001, आईएसओ 14001 और ओएचएसएएस 18001 सर्टीफिकेशन्स प्रदान किए गए हैं।
गोदरेज के तालें आज दुनिया भर में कई देशों में इस्तेमाल किए जाते हैं। इस ब्रांड ने वैश्विक स्तर के स्मार्ट लॉकिंग सोल्यूशन्स बना कर तालों को दरवाजे से आते-जाते हुए काम में लाने की एक वस्तु से भी अधिक दरवाजे पर रुक कर अभिमानपूर्वक निहारने योग्य बनाया है। यह गोदरेज लॉक्स की दीर्घ, गौरवपूर्ण यात्रा को दर्शाता है।
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