जयपुर। सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि मूंग, उड़द एवं सोयाबीन की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद250 केेन्द्रों पर शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि 15 अक्टूबर से राज्य के किसानों द्वारा उपज बेचान के लिए पंजीयन किया जा रहा है और 30 अक्टूबर तक मूंग, उड़द, सोयाबीन एवं मूंगफली के लिए 2.09 लाख किसानों ने पंजीयन करा लिया है।
आंजना ने बताया कि केन्द्र सरकार ने चारों जिन्सों के लिए 9.63 लाख मीट्रिक टन खरीद की अनुमति दी है। उन्होंने बताया कि 2 लाख 28 हजार 350 मीट्रिक टन मूंग, 73 हजार 800 मीट्रिक टन उड़द, 3 लाख 6 हजार 875 मीट्रिक टन मूंगफली एवं 3 लाख 54 हजार 100 मीट्रिक टन सोयाबीन की खरीद किसानों से की जाएगी। उन्होंने बताया कि मूंगफली की खरीद 7 नवम्बर से की जाएगी इसके लिए 72 खरीद केन्द्र स्थापित किये गए है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार किसानों के हित में पूरी तरह संकल्पबद्ध है, यदि आवश्यकता हुई तो अतिरिक्त खरीद केन्द्र स्थापित करने की भी व्यवस्था की जायेगी। आंजना ने बताया कि किसानों में ऑनलाइन पंजीयन के प्रति भारी उत्साह है। ऑनलाइन पंजीयन की पारदर्शी प्रक्रिया से किसान बिना किसी परेशानी के निर्धारित दिवस को अपनी उपज को बेच सकेंगे तथा उसका भुगतान स्वयं उनके खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर हो जायेगा।
प्रमुख शासन सचिव, सहकारिता नरेश पाल गंगवार ने बताया कि मूंग के लिए, उड़द के लिए, सोयाबीन के लिए एवं मूंगफली के लिए किसानों ने पंजीयन 30 अक्टूबर तक मूंग के लिए 1 लाख 19 हजार 867, मूंगफली के लिए 87 हजार 120, उड़द के लिए 1 हजार 778 एवं सोयाबीन के लिए 339 पंजीयन हुए है। उन्होंने कहा कि पंजीयन अभी भी जारी है।
रजिस्ट्रार, सहकारिता डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि खरीद के लिए 322 केन्द्र स्थापित किए गए है। जिसमे ंसे मूंग के लिए 150, मूंगफली के 72, उड़द के 61 एवं सोयाबीन के 39 केन्द्र है। उन्होंने बताया कि किसानों से 7050 रूपये प्रति क्विटंल मूंग, 5090 प्रति क्विटंल मूंगफली, 5700 रुपये प्रति क्विटंल उड़द एवं 3710 रुपये प्रति क्विटंल सोयाबीन की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जाएंगी।
डॉ. पवन ने बताया कि उपज की गुणवता सुनिश्चित करने हेतु खरीद केन्द्रों पर कमेटी का गठन कर दिया गया है। इस कमेटी में संबंधित क्रय-विक्रय सहकारी समिति के व्यवस्थापक या केन्द्र प्रभारी,निरीक्षक संबंधित कृषि उपज मंडी समिति के सचिव, संबंधित क्षेत्र का कृषि पर्यवेक्षक सम्मिलित होंगे। उक्त कमेटी गुणवता संबंधी विवादों का मौके पर ही निस्तारण करेंगी।
राजफैड की प्रबंध निदेशक, सुषमा अरोड़ा ने बताया कि खरीद को लेकर राजफैड़ द्वारा किसानों को एसएमएस द्वारा सूचित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बारदाने पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है तथा भंडारण की व्यवस्था के लिए वेयर हाउसिंग से समन्वय कर गोदामों की व्यवस्था कर ली गई है।
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