मणिपाल, मणिपाल ऐकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन के भाग और भारत के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थान, मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी ने शिक्षा सत्र 2020-21 के लिए एक बेहतर पाठ्यक्रम की घोषणा की है। यह कॉलेज भारत में पहली बार डाटा साइंस और इंजीनियरिंग में बी-टेक प्रोग्राम की पेशकश करेगा। दिलचस्पी और योग्यता के आधार पर पाठ्यक्रम को पर्सनलाइज करने में अग्रणी संस्थान के रूप में इसका उद्देश्य सीखने का समग्र अनुभव कराना है।
पाठ्यक्रम की मुख्य खासियत डाटा साइंस, कंप्यूटेशनल मैथमेटिक्स और स्टैटिस्टिक्स में अहम सक्षमता; फाइनेंस, बिजनेस, हेल्थ केयर और मल्टी कैम्पस मॉडल में मामूली सुविज्ञता होगी तथा यह एक सेमेस्टर में छात्र की आवश्यक मोबिलिटी, पढ़ाने-सीखने की प्रक्रिया के लिए उद्योग से गठजोड़, विदेश में एक सेमेस्टर का विकल्प तथा विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ एकीकृत मास्टर्स प्रोग्राम का विकल्प है।
इस मौके पर अपने विचार रखते हुए मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी, एमएएचई के डायरेक्टर, डॉ. डी श्रीकांत राव ने कहा, “आज डाटा का ज्यादा महत्व है और सच तो यह है कि डाटा साइंटिस्ट की भारी वैश्विक मांग है। इसीलिए मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी डाटा साइंस और इंजीनिरिग में बीटेक कोर्स की शुरुआत कर रही है और यह कोर्स समूह के सभी कैम्पस में शुरू होगा। ये कैम्पस, मणिपाल, जयपुर और सिक्किम में हैं। डाटा साइंस के लिए आवश्यक कौशल सेट के अनूठेपन का ख्याल रखते हुए एमआईटी ने अपने किस्म के अनूठे पाठ्यक्रम डिजाइन किए हैं। यह डाटा साइंस के विशेषज्ञों, सूचना तकनालॉजी उद्योग और इन पांच विविधतापूर्ण क्षेत्रों से लिए गए लोगों के साथ मिलकर डिजाइन किया गया है।”
उन्होंने आगे कहा, “प्रस्तावित बीटेक प्रोग्राम में उद्योग के परिप्रेक्ष्य में डाटा साइंस और डाटा इंजीनियरिंग पर ज्यादा जोर रहेगा और यही इसे कंप्यूटर साइंस तथा आईटी प्रोग्राम से अलग बनाता है। छात्र पहले वर्ष में बुनियादी विज्ञान और इंजीनियरिंग के सामान्य विषय पढ़ेंगे। दूसरे और तीसरे साल में वे डाटा विज्ञान से संबद्ध विषयों में सुविज्ञता हासिल करेंगे और इसके साथ आवश्यक कंप्यूटेशनल गणित तथासांख्सिकीय कौशल हासिल करेंगे। पढ़ाए जाने वाले अहम विषयों में डाटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग, बिग डाटा और डीप लर्निंग शामिल है। उद्योग 4.0 स्मार्ट सिस्टम की मांग करता है जो बेहतर मनुष्य मशीन इंटरफेस के लिए बुद्धिमत्ता से एकीकृत हो। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और गहराई तक सीखने वाले विषय इस तरह से डिजाइन किए गए हैं जो अपने किस्म के अनूठे कॉगनिटिव मॉडलिंग और ब्रेन मशीन कनवर्जेंस पर केंद्रित हैं।”
यह कोर्स भारत के पहले मल्टी कैम्पस मॉडल्स में से एक होगा और मणिपाल, जयपुर तथा सिक्किम कैम्पस में एक सेमेस्टर स्टूडेंट मोबिलिटी को बढ़ावा देगा तथा चौथे, पांचवें और छठे सेमेस्टर में कम से कम एक सेमेस्टर के लिए दूसरे कैम्पस में जाएगा। संस्थान का प्लेसमेंट सेल, उद्योग से गठजोड़ करने वाले और एल्युमिनाई नेटवर्क प्लेसमेंट और इंटर्नशिप की व्यवस्था करेंगे। यह अहम कंपनियों में डाटा साइंटिस्ट, डाटा एनालिस्ट और डाटा इंजीनियर के रूप में होगा। इसके अलावा, वित्त, बिजनेस, अर्थशास्त्र और हेल्थकेयर जैसे भिन्न क्षेत्रों में भी यह व्यवस्था होगी।
अहम सक्षमताओं के साथ छात्र खासतौर से डिजाइन किए प्रोग्राम का भी चुनाव कर सकते हैं। यह चुनाव डाटा इंजीनियरिंग, क्वांटम कंप्यूटिंग, डाटा फोरेनसिक, डाटा प्रायवेसी और सुरक्षा जैसे विषयों में भी किया जा सकेगा। यह पाठ्यक्रम डोमेन के लिए विशेष तीन सुविज्ञताओं की भी पेशकश करता है और सातवें सेमेस्टर में इसके चार प्रोग्राम इलेक्टिव हैं। छात्र वित्त व सुरक्षा एनालिटिक्स, बिजनेस एनालिटिक्स और हेल्थकेयर एनालिटिक्स जैसे काम में सुविज्ञता हासिल कर सकते हैं।
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