जयपुर। किसी भी इवेंट के चलते कमोडिटी में होने बड़े उतार-चढ़ाव से निवेशकों के हित की सुरक्षा करने के लिए एनसीडीएक्स का सर्विलांस एंड इन्वेस्टिगेशन विभाग काम करता है। एनसीडीएक्स के सर्कुलर के अनुसार किसी निर्धारित कमोडिटी में निर्धारित उतार-चढ़ाव होने पर निश्चित अवधि के लिए इवेंट बेस्ड एडिशनल सर्विलांस मार्जिन लगाया जाता है। इसका फार्मूला हाई - लो/लो* 100 होता है। कैस्टर सीड व ग्वार गम वायदा में 20 अप्रैल को 3 दिन में 7% से ज्यादा मूवमेंट होने पर ई-एएसएम मार्जिन ट्रिगर हो गया। इन दोनों कमोडिटी पर 5% ई-एएसएम मार्जिन पुनः ट्रिगर हो गया और यह अब इन कमोडिटी के वर्तमान वायदा और आगामी वायदा पर 12 मई तक लागू रहेगा। अगर इस दौरान मूवमेंट बढ़ती है तो मार्जिन भी बढ़ेगा।
इससे स्पष्ट हो रहा है की मार्केट में बड़ी तेजी मंदी के सौदे हो सकते हैं। गौरतलब है कि नोटबंदी के समय भी बाजार में नकदी की तरलता में कमी के कारण कमोडिटी वायदा में बड़ा उतार-चढ़ाव देखा गया था। इसलिए कारोबारियों को सोच समझकर कमोडिटी वायदा में कारोबार करना चाहिए और बड़ी पोजीशन खड़ी करने से बचना चाहिए। क्रूड आयल वायदा में दर्ज बड़ी गिरावट कारोबारियों को संयम बरतने की ओर इशारा कर रही है।
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