जयपुर। कॉटन वायदा (जुलाई) की कीमतों के 13000-13200 रु. के दायरे में साइडवेज कारोबार करने की संभावना है। कॉटन कॉरपोरेशन आफ इंडिया ने बांग्लादेश, वियतनाम को कपास निर्यात को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है और बांग्लोदश को 1.5-2 मिलियन बेल (170 किलोग्राम प्रत्येक) कपास निर्यात करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर काम किया जा रहा है, जबकि कपास निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सीसीआई वियतनाम में अपना गोदाम भी स्थापित करेगी। संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे बड़े कपास उत्पादक क्षेत्र टेक्सास में तूफान हैना द्वारा लाए गए अत्यधिक बारिश के कारण फसल नुकसान होने से आईसीई कॉटन वायदा की कीमतों मे बढ़त दर्ज की गई। चना वायदा (अगस्त) की कीमतों के 4070-4100 रु. के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और राजस्था के कुछ हिस्सों में जमकर खरीदारी और कम बारिश ने इंदौर की मंडियों में दलहन बीज की कीमतों को बढ़ा दिया है। इन क्षेत्रों में फसलों को नुकसान होने की खबर है, जिससे दलहनी फसलों की कीमतों में तेजी दिख जा सकती हैं। अंत में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) के 30 नवंबर तक विस्तार के लिए चना दाल की भारी आवश्यकता है। इसको देखते हुए चने में हल्की तेजी का माहौल दिख सकता है।
मेंथा ऑयल वायदा (अगस्त) की कीमतें अगल 3 साल के निचले स्तर पर कारोबार कर रही है और कीमतों के 940 के स्तर पर रेजिस्टेंस के साथ 900 के स्तर तक निचे जाने की उम्मीद है। गुटखा और तंबाकू उत्पादों की ब्रिकी पर प्रतिबंध के बाद मेंथा की मांग पिछले काफी कम हो गई है। इसके अलावा, एक्सेंचज वेयरहाउस में भंडार सप्ताह-दर-सप्ताह बढ़ रहा है और इस सीजन में उत्पादन उच्च स्तर पर है।
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