जीरा के जुलाई कॉन्ट्रैक्ट की कीमतें 13600 से ₹13800 के बीच स्थिर रहने की संभावना है। गौरतलब है कि एलएसी पर भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ने से निर्यात प्रभावित हुआ है। बंदरगाहों पर सतर्कता बढ़ गई है और सीमा पर शिपमेंट के लिए मंजूरी में देरी हो रही है। ऐसी खबरें हैं कि भारतीय सीमा शुल्क के अधिकारियों ने सभी पड़ोसी देशों से आने वाली खेपों का निरीक्षण शुरू कर दिया है। भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले तीन महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है इसके चलते भी जीरे में मंदी के सेंटीमेंट को बल मिल रहा है। ऐसा होने से भारतीय जीरा अपने प्रतिद्वंदी जीरे के मुकाबले महंगा पड़ रहा है। पिछले सप्ताह धनिया वायदा में तेजी देखी गई लेकिन इस सप्ताह तेजी पर रोक लगने की संभावना है। और धनिया वायदा की कीमतें ₹6080 से लेकर 6200₹ प्रति क्विंटल के बीच रहने की अधिक संभावना है। इसके अलावा उच्च कीमतों का लाभ उठाने के लिए हाजिर बाजारों में धनिया की आवक बढ़ने लगी है। रामगंज मंडी में औसतन 6000 बोरी की आवक हो रही है। इलायची वायदा की कीमतें 1200 से 1250 रुपए तक गिरने की आशंका है। क्योंकि निर्यात मांग की संभावना धूमिल हो चुकी है और कोविड-19 महामारी के कारण स्थिति खराब हो रही है।
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Wednesday, July 8, 2020

किस और रहेगा हल्दी, जीरा, धनिया और इलायची का रुझान
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