धनिये में 1.20 लाख बोरी मांग के मुकाबले रह सकता है 1.05 लाख बोरी का उत्पादन , आवक सीजन में भाव 5500 से 6000 रुपये प्रति क्ंिवटल रहने के अनुमान: मुकेश भाटिया - Karobar Today

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Tuesday, March 9, 2021

धनिये में 1.20 लाख बोरी मांग के मुकाबले रह सकता है 1.05 लाख बोरी का उत्पादन , आवक सीजन में भाव 5500 से 6000 रुपये प्रति क्ंिवटल रहने के अनुमान: मुकेश भाटिया

 


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mukesh bhatiya ji


कोटा। कोटा के प्रमुख धनिया विश्लेषक और अनुभवी कारोबारी मुकेश भाटिया ने बिजनेस रेमेडीज की टीम को धनिया के उत्पादन, मांग और भावों के अनुमान के संबंध में बताया है। गौरतलब है कि धनिया की मांग दुनिया के अन्य देशों के साथ देश में नियमित रूप से बढ़ रही है लेकिन उत्पादन उस अनुपात में नहीं बढ़ रहा है। इसलिये धनिया को निवेश और उत्पादन के लिहाज से आने वाले समय में उत्तम कमोडिटीज में से एक माना जा रहा है। 

धनिया उत्पादन का अनुमान: कमोडिटी विशेषकर धनिया क्षेत्र में दीर्घ अनुभव रखने वाले विश्लेषक और कमोडिटी कारोबारी मुकेश भाटिया ने बताया कि इस वर्ष गुजरात में 40 लाख बोरी, मध्यप्रदेश में 25 लाख बोरी और राजस्थान में 12 लाख बोरी  धनिया  के उत्पादन का अनुमान है। वहीं देश के अन्य इलाकों में 5 से 7 लाख बोरी धनिये के उत्पादन का अनुमान है। 20 लाख बोरी का केरिफोवर्ड है जो कि भावों में बड़ी वृद्धि होने के बाद भी मार्केट में नहीं आता है। 

लूज मार्केट में 55 से 60 रुपये की खरीद पर मिलेगा अच्छा रिटर्न: मुकेश भाटिया ने बताया कि धनिया में लूज मंडी में 55 से 60 रुपये पर खरीद करने पर अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि देश में निर्यात सहित वार्षिक 135 लाख बोरी की मांग के मुकाबले वर्तमान वित्त वर्ष में महज 80 से 85 लाख बोरी ही उत्पादन का अनुमान है। वहीं पूरे देश में धनिया की पाइप लाइन खाली होने के कारण धनिया के भाव प्रति किलो 85 रुपये होने के अनुमान है। 

पूरे देश में यह रहेगी धनिया की स्थिति: धनिया की मार्केट में वर्तमान मांग 100 ट्रक की है। पूरे देश में पाइप लाइन खाली होने के कारण महज 50 ट्रक ही आपूर्ति हो पा रही है। वहीं नेपाल, बांग्लादेश जैसे देशों से धनिया की मांग नियमित रूप से सामने आ रही है। मध्यप्रदेश के नीमच-मंदसौर लाइन में धनिया की बुवाई चालू वर्ष में कम होने से इस बेल्ट में धनिया की फसल कम आयेगी। फिलहाल नीमच में 1700 बोरी, मंदसौर में 400 बोरी और शामगढ़ में 800 बोरी धनिया की आवक हो रही है। राजस्थान के रामगंज मंडी में तीन-चार दिन पूर्व तक नई धनिया की 12000 बोरी आवक थी, लेकिन अब घटकर 8 से 9 हजार ेबोरी ही आवक हो रही है। कोटा और बारां में मंडियों में 500 से 800 बोरी ही नये धनिये की आवक हो रही है। कोरोना महामारी के दौरान इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में हर मसाले विशेषकर धनिया का इस्तेमाल बढ़ रहा है, जिसके चलते धनिया की खपत नियमित रूप से बढऩे वाली है। 

निर्यात की स्थिति: भाटिया ने बताया कि धनिया का निर्यात देश से सामान्य परिस्थिति में हर वर्ष ७ से 8 लाख बोरी होता है। चालू वर्ष में रूस, यूक्रेन, बुल्गारिया, रोमानिया में धनिया की फसल कम होने से इंटरनेशनल मार्केट में भारतीय धनिया की मांग अनुमान से ज्यादा रहने का अनुमान है। यदि धनिया का भाव प्रति 70 से 72 रुपये  प्रति किलो लूज के दायरे में रहेगा तो वर्ष 2021 में देश से धनिया का निर्यात 10 से 12 लाख बोरी हो सकता है। 

85 रुपये के लक्ष्य के साथ खरीद : धनिया में लूज मंडी के भावक आवक बढऩे के साथ घटकर 55 से 60 रुपये प्रति किलो तक आ सकते हैं। ऐसे में निवेशकों को वहां पर खरीदकर धनिया को 85 रुपये प्रति किलो लूज का लक्ष्य रखना चाहिये। 



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