नई दिल्ली। नोवा आईवीआई फर्टिलिटी के स्वप्नद्रष्टा, चिकित्सा निदेशक और विख्यात फर्टिलिटी विशेषज्ञ, डॉ. मनीष बैंकर को औषधि की विभिन्न शाखाओं में स्पेशियाल्टीज के विकास को प्रोत्साहन देने में सर्वोत्तम प्रतिभाओं को पहचानते हुए, प्रतिष्ठित डॉ. बिधान चंद्र रॉय नेशनल अवार्ड के लिए चयन किया गया है। डॉ. बी.सी. रॉय नेशनल अवार्ड, एक राष्ट्रीय सम्मान है, जो प्रख्यात चिकित्सकों को दिया जाता है और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा चिकित्सा क्षेत्र में दिये जाने वाले सर्वोच्च सम्मानों में से एक है। डॉ. बैंकर को यह पुरस्कार भारत में प्रजनन औषधि में शोध एवं विकास को बेहतर बनाने के उनके प्रयासों के लिए दिया जा रहा है। उन्होंने देश भर के संतानरहित हजारों युगलों के लिए विश्वस्तरीय इनफर्टिलिटी उपचार को अधिक सुलभ बनाने और इसे किफायती बनाने की दिशा में काम किया है
इस सम्मान को स्वीकार करते हुए, डॉ. मनीष बैंकर ने कहा, ''आईवीएफ उपचारों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने और इसे सभी भारतीयों के लिए सुलभ बनाने की दिशा में किये गये प्रयासों हेतु डॉ. बी. सी. रॉय नेशनल अवार्ड को प्राप्त करना मेरे लिए अत्यंत सम्मान की बात है। मेरा यह सपना है कि भारत वैश्विक स्वास्थ्य सेवा का गंतव्य-स्थल बने, जिसे प्रजनन स्वास्थ्य हेतु किफायती समाधान के साथ उच्च मानकों की दक्षता एवं इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए जाना जाये। नोवा आईवीआई फर्टिलिटी एवं देश भर के अन्य बड़े-बड़े स्वास्थ्य सेवा संस्थाओं द्वारा किये गये कार्य ने भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को एक ऐसा बल बना दिया है, जिसे आदर मिले। मैं डॉ. बी. सी. रॉय नेशनल अवार्ड फंड सोसाइटी और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की प्रबंधन समिति को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझे इस अवार्ड के लिए चुना, और उम्मीद करता हूं कि यह सम्मान दूसरों को भी उसी तरह से मानवीय कार्य करने हेतु प्रेरित करेगा, जैसा इसने मुझे किया है।''
डॉ. बी.सी. रॉय अवार्ड को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा बिधान चंद्र रॉय की स्मृति में वर्ष 1962 में शुरू किया गया था। यह हर वर्ष भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है। भारत में आईवीएफ उपचार में अग्रणी होने के चलते, डॉ. मनीष बैंकर को कई पुरस्कार व सम्मान प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें सबसे नया प्रतिष्ठित डॉ. बी. सी. रॉय नेशनल अवार्ड है। डॉ. बैंकर इंडियन सोसाइटी फॉर एसिस्टेड रिप्रोडक्शन (आईएसएआर) के प्रेसिडेंट और इनफर्टिलिटी कमिटी ऑफ फेडरेशन ऑफ ऑब्सटेट्रिक ऐंड गायन्कोलॉजिकल सोसायटीज ऑफ इंडिया (एफओजीएसआई) के चेयरमैन रहे हैं। वे आर्ट बिल ऑफ इंडिया, आई.सी.एम.आर. की प्रारूप समिति के सदस्य हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन से संबद्ध इंटरनेशनल कमिटी फॉर मॉनिटरिंग आर्ट (आईसीमार्ट) के क्षेत्रीय प्रतिनिधि हैं।
नोवा आईवीआई फर्टिलिटी के बारे में
नोवा आईवीआई फर्टिलिटी (एनआईएफ) प्रजनन क्षेत्र से जुड़े सबसे बड़े सेवा प्रदाताओं में से एक है। एनआईएफ का उद्देश्य आईवीआई स्पेन के सहयोग से भारत में उन्नत सहायक प्रजनन तकनीक (एआरटी) को पेश करना है। बेहतरीन सॉफ्टवेयर, प्रशिक्षण और गुणवत्ता प्रबंधन के साथ इस साझेदारी से नोवा की आईवीएफ सेवाओं और तकनीक काफी बेहतर हुई हैं। आईवीआई के अंतरराष्ट्रीय अनुभव के साथ एनआईएफ द्वारा भारत में उसी प्रक्रिया, प्रोटोकॉल और पॉलिसी की पेशकश की जा रही है।
आईयूआई, आईवीएफ और एंड्रोलॉजी जैसी मूलभूत सेवाओं के अलावा एनआईएफ द्वारा भ्रुण और अंडो के संरक्षण के लिए विट्रिफिकेशन, ट्रांसफर हेतु सबसे अच्छे भ्रुण के चयन के लिए एंब्रोस्कोप व भ्रुण स्वीकार करने की गर्भाशय की क्षमता का पता लगाने हेतु एरा जैसी कई अत्याधुनिक सेवाओं की पेशकश भी की जा रही है जिसके बाद आई वी एफ-आईसीएसआई करवाने से कई बार असफलता से गुजरने वाले मरीजों की गर्भावस्था की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं। एनआईएफ द्वारा फिलहाल भारत में 20 फर्टिलिटी सेंटर्स का संचालन किया जा रहा है (अहमदाबाद(2), बेंगलुरू (3), चेन्नई, कोयम्बतूर, हिसार, हैदराबाद, इंदौर, जालंधर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई (2), नई दिल्ली (2), पुणे, सूरत और विजयवाड़ा)।
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