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Friday, November 16, 2018

पवन मुंजाल को नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी,कुरुक्षेत्र ने मानद उपाधि प्रदान की








उच्च शिक्षण संस्‍थानों से स्‍टूडेंट्स कोकैंपस से परे जिंदगी” के लिए तैयार करने का अनुरोध किया

कुरूक्षेत्र।  पवन मुंजाल,भारत के अग्रणी कॉर्पोरेट लीडर्स में से एक, को नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी (एनआइटी), कुरूक्षेत्र के 16वें दीक्षांत समारोह में मानद उपाधि से सम्‍मानित किया गया।

यह डिग्री दुनिया की सबसे बड़ी दुपहिया निर्माताहीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन, एमडी और सीईओ मुंजाल, को  जगदीश खट्टर, चेयरपर्सन, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स,एनआइटी, कुरुक्षेत्र और इसके निदेशक डॉ. सतीश कुमार द्वारा प्रदान की गई।

 मुंजाल एनआइटी, कुरुक्षेत्र के भूतपूर्व छात्र रह चुके हैं, उन्‍होंने 1976 में इस शिक्षण संस्‍थान से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री ली थी।

संस्‍थान में स्‍टूडेंट्स और अन्‍य सम्‍मानित अधिकारियों से बात करते हुये  मुंजाल ने कहा, “इस कैंपस के बाहर की असली दुनिया बहुत डिमांडिंग एवं चुनौतीपूर्ण होने वाली है। इसलिए आपको चुनौतियों का सामना करने और खुद की अलग जगह बनाने के लिए मानसिक एवं शारीरिक तौर पर तैयार रहने की जरूरत है। सिर्फ मैनेजर्स मत बनें और यथास्थिति को मैनेज करने एवं उसे बरकरार रखने की कोशिश भर नहीं करें बल्कि बदलाव और कुछ नया करने के एजेंट्स बनें।”

उन्‍होंने देश में उच्‍च शिक्षण संस्‍थानों से भी अनुरोध किया कि वे “स्‍टूडेंट्स को लाइव प्रोजेक्‍ट्स पर अधिक समय बिताने, तकनीक एवं नवाचारों में नये वैश्विक घटनाक्रमों और ट्रेंड्स के बारे में सीखने के लिए प्रोत्‍साहित करें जोकि आज की दुनिया को बदल रहे हैं। जब हमारे स्‍टूडेंट्स बुनियादी बातें सीखते हैं, तब उन्‍हें संसाधन मुहैया करायें ताकि वे जोखिमउठानेऔर ऐसे माहौल में परिचालन करने में सक्षम हो सकें जो उनकी असली क्षमता को सीमित नहीं करते हों।”

 मुंजाल दीक्षांत समारोह के मुख्‍य अतिथि भी थे और उन्‍होंने कैंपस एवं इसकी सुविधाओं का दौरा किया। उन्‍होंने बाद में स्‍टूडेंट्सके साथ अलग से बातचीत भी की।

हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड पिछले 17 सालों से दुनिया की सबसे बड़ी दुपहिया निर्माता है। 1984 में अपनी शुरुआत से ही, इसने 85 मिलियन दपुहिया वाहनों की संचयी बिक्री की है। कंपनी ने दुनिया भर के 37 देशों में अपनी वैश्विक उपस्थिति बढ़ाई है। यह विश्‍व में खेलों की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट प्रमोटर्स में से एक है।
1963 में स्‍थापित एनआइटी कुरुक्षेत्र को 2008 में “राष्‍ट्रीय महत्‍व के संस्‍थान” का दर्जा दिया गया था। यह भारत के 30 नेशनल इंस्‍टीट्यूट्स ऑफ टेक्‍नोलॉजी में से एक है जिसकी स्‍थापना एवं प्रबंधन भारत सरकार द्वारा किया जाता है।

वर्ष की शुरुआत में, श्री मुंजाल को श्री माता वैष्‍णो देवी यूनिवर्सिटी, कटरा द्वारा मानद “डॉक्‍टर ऑफ साइंस” से भी सम्‍मानित किया गया था। यह सम्‍मान उन्‍हें देश को किये गये उनके “अतुलनीय योगदान” और देश के सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में सशक्‍त प्रतिबद्धता के सम्‍मान में दिया गया था।

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