जयपुर। पेट्र्रोलियम पदार्थों के संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रविवार को भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड एवं पेट्र्रोलियम कन्जर्वेशन एण्ड रिसर्च एसोसिएशन (पीसीआरए) की ओर से तथा आईओसीएल, एचपीसीएल तथा गेल के सहयोग से विद्याधर नगर में सक्षम पैडल साइक्लोथॉन का आयोजन किया गया। सप्ताह में एक दिन पेट्रोल और डीजल का उपयोग न करने की प्रधानमंत्री की अपील को साकार करने की दिशा में आयोजित इस पैडल साइक्लोथॉन के माध्यम से आमजन को साइकिल का उपयोग अधिक से अधिक करने के लिए प्रेरित किया गया। सुबह 7 बजे विद्याधर नगर स्टेडियम से प्रारम्भ हुई यह रैली सेन्ट्र्रल स्पाइन, मल्होत्रा नगर, सेक्टर 2, 5, 6, 8, पुराना विद्याधर नगर सहित नजदीकी रिहायशी इलाकों से होते हुए 5 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर वापस विद्याधर नगर स्टेडियम पहुंचकर सम्पन्न हुई। सक्षम पैडल साइक्लोथॉन को जयपुर के महापौर मनोज भारद्वाज ने झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर भारत पेट्रोलियम के राज्य प्रमुख संजय चौबे, प्रादेशिक प्रबंधक राजविंदर सिंह, उप-महाप्रबंधक शिशिर कुमार, राज्य समन्वयक प्रमोद कुमार, पीसीआरए के दिल्ली से आये डायरेक्टर ताराचंद, राज्य समन्वयक कैप्टेन दीपक गुप्ता, एचपीसीएल के मुख्य प्रबंधक (रिटेल) राजू गर्ग, आईओसीएल के डीजीएम विनोद दुआ, गेल के जनरल मैनेजर पी.एस. खींची सहित तेल उद्योग राजस्थान के कई वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। इस अवसर पर स्वयं महापौर मनोज भारद्वाज ने साइकिल चलाकर नागरिकों को तेल बचत का संदेश दिया। रैली में करीब 3000 महिला, पुरुष, युवा एवं बच्चों ने भाग लिया। तेल-गैस बचत के स्लोगन लिखी तख्तियों एवं नारों की गूंज के बीच यह रैली लोगों के आकर्षण का केंद्र रही।
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के राज्य प्रमुख संजय चौबे ने कहा कि आमजन के स्वास्थ्य सुधार के साथ ही देश के नागरिकों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति सामाजिक जागरूकता फैलाने और ईंधन के आयात पर खर्च की जाने वाली विदेशी मुद्रा के विनिमय को कम करने के बहुआयामी उद्देश्य को पूरा करने के लिए देशवासियों को एकजुट करने के उद्देश्य से देशभर में संरक्षण क्षमता महोत्सव आयोजित किया जा रहा है, जिसकी कड़ी में यह पैडल जागरूकता रैली निकाली गई है। हमारी सभी देशवासियों से अपील है कि प्रकृति के दिए गए बहुमूल्य पेट्रोलियम पदार्थों जैसे कि पेट्रोल, डीजल एवं एलपीजी के संरक्षण के लिए हम ऐसे सरल उपाय और तकनीकों को अपनाएं जिससे कि इन बहुमूल्य पदार्थो का कुशल उपयोग सुनिश्चित हो सके। इससे एक ओर धन की बचत होगी, वहीं वायु एवं जल प्रदूषण, ग्लोबल वॉर्मिंग जैसी पर्यावरण समस्याओं के साथ-साथ तेल उत्पादन के लिए एवं आपूर्ति के लिए विदेशी आयात पर निर्भरता जैसी सामाजिक और आर्थिक समस्याओं का भी समाधान मिल सकेगा। साथ ही आमजन के स्वास्थ्य में सुधार को भी बढ़ावा मिलेगा। हमारा सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे पेट्रोलियम पदार्थों का संरक्षित उपयोग कर प्रदूषण मुक्त, साफ-सुथरा एवं हरा-भरा पर्यावरण रखकर राष्ट्र निर्माण में भरपूर सहयोग करें।
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