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Tuesday, February 5, 2019

लावा ने घाना, नाइजीरिया और केन्या में कार्य संचालन शुरू किया

Lava kicks off aggressive business expansion in international markets; starts operations in Ghana, Nigeria & Kenya


नई दिल्ली। लावा इंटरनेशनल लिमिटेड ने अपनी अंतरराष्ट्रीय विस्तार योजना के तहत घाना, नाइजीरिया और केन्या के बाजारों में उतरने का एलान किया है। घाना में 24 जनवरी को लावा का लॉन्च इवेंट आयोजित किया गया और 28 जनवरी को नाइजीरिया के बाजारों में लावा की जेड सीरीज और आइरिस सीरीज के स्मार्टफोन और चैंपियन सीरीज के फीचर फोन का अनावरण हुआ। लावा की जेड सीरीज में बेहतरीन तरीके से इंजीनियर्ड 4 जी पोर्टफोलियो है, जबकि आइरिस श्रृंखला के स्मार्टफोन ऐसे ग्राहकों के लिए हैं, जिन्हें अधिक वैल्यू की तलाश रहती है। दूसरी तरफ, लावा के फीचर फोन पोर्टफोलियो में खूबसूरत डिजाइन वाले बेहद किफायती फोन उपलब्ध हैं। केन्या में आज मीडिया इवेंट का आयोजन किया जाएगा। कंपनी की योजना 2019 की अगली तिमाही में जेड सीरीज और आइरिस श्रृंखला दोनों में नए अतिरिक्त मॉडल पेश करने की है।
लावा ने 2017 में मिस्र में प्रवेश के साथ अफ्रीका में अपना परिचालन शुरू किया और लॉन्च के एक साल के भीतर यह 100 डॉलर के सेगमेंट में 15 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी हासिल करने वाला सबसे तेज ब्रांड बन गया। 2019 की दूसरी तिमाही में लावा ने 6 और अफ्रीकी देशों- युगांडा, तंजानिया, आइवरी कोस्ट, इथियोपिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका में अपने परिचालन का विस्तार करने की योजना बनाई है।
अफ्रीका महाद्वीप में बिक्री और सेवा संबंधी इन्फ्रास्ट्रक्चर की स्थापना के साथ, लावा मिस्र और इथियोपिया में अपनी विनिर्माण क्षमताओं को शुरू करने की तैयारी भी कर रहा है। लक्ष्य 2020 तक 20 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा करना है।
लावा को अपनी विनिर्माण इकाई स्थापित करने के लिए उजबेकिस्तान सरकार से भी निमंत्रण मिला है। उजबेकिस्तान 35 मिलियन की आबादी वाला एक तेजी से बढ़ता बाजार है जो रूस सहित पड़ोसी बाजारों में व्यापार के अवसरों के लिए एक मजबूत बाजार हो सकता है।
वो बातें जो लावा को अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी बनाती हैं
प्रोडक्ट के लाइफ साइकल पर एंड-टू-एंड नियंत्रण
चीन से अगर तुलना की जाए, तो वहां कार्यरत कारखानों की तुलना में हमारी उत्पादकता 30 प्रतिशत अधिक है, जबकि लागत एक-तिहाई और यहां तक कि एक-चौथाई है, और विफलता दर में 50 प्रतिशत का सुधार हुआ है।
हम लगातार भारत से अपनी विक्रेता और आपूर्ति श्रृंखला आधार को बढ़ा रहे हैं और इस प्रकार भारतीय लागत की क्षमता और लाभ का फायदा उठा रहे हैं। आज हमारे लो एंड फोनों के लगभग 25 प्रतिशत पार्ट्स भारत में खरीदे जाते हैं।
लावा का प्रोडक्ट वैल्यू चैन पर पूरी तरह एंड-टू-एंड नियंत्रण है। साथ ही, कंपनी की उत्पाद डिजाइन, आपूर्ति श्रृंखला और विनिर्माण की इन-हाउस क्षमता है और यह ऐसी क्षमताओं में निवेश करने वाली एकमात्र भारतीय कंपनी है।
विनिर्माण क्षमताएं
लावा एकमात्र भारतीय कंपनी है जिसके पास अपना पहला एसएमटी (सरफेस माउंट टेक्नोलॉजी) संयंत्र है जो पीसीबीए (प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली) इकाइयों के स्थानीय विनिर्माण के लिए समर्पित है। पीसीबीए एक स्मार्टफोन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और स्मार्टफोन का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा इससे ही बनता है।
एसएमटी संयंत्र का उद्देश्य भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल की दिशा में और अधिक योगदान देना है, लावा फोन ज्यादातर पार्ट्स भारत में ही निर्मित होते हैं।
अपनी अनुसंधान और विकास क्षमताओं का लाभ उठाते हुए, हम अपने सभी उत्पादों को इन-हाउस डिजाइन और विकसित करने में सक्षम हैं और 2.5 महीने के चक्रों में नए उत्पादों की अवधारणा, डिजाइन और विकास करने की क्षमता रखते हैं, और इस तरह हमारा मानना है कि हम भारत में अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में काफी तेज हैं।

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