सोशल इमोशनल एथिकल (एसईई) लर्निंग पाठ्यक्रम को लागू करने के लिए
भारत भर के सरकारी स्कूलों में सोशल, इमोशनल एथिकल (एसईई) लर्निंग पाठ्यक्रम को लागू करने के लिए हेडमास्टर, शिक्षक और सरकारी अधिकारियों सहित शिक्षा प्रदात्ताओं में क्षमता निर्माण करना।
इस पाठ्यक्रम का पायलट 5,000 सरकारी स्कूलों में चलाया जाएगा, दो वर्षों में गुजरात, झारखंड, जम्मू और कश्मीर, महाराष्ट्र और राजस्थान के 5 लाख बच्चों तक पहुंचने का प्रयास
गुरुग्राम। पीरामल फाउंडेशन की एक शिक्षा पहल पीरामल फाउंडेशन फॉर एजुकेशन लीडरशिप (पीएफईएल) ने एमोरी यूनिवर्सिटी, यूएसए के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें हेडमास्टर्स, शिक्षकों और सरकारी अधिकारियों सहित एजुकेटर्स को भारत भर के सरकारी स्कूलो के लिए सोशल, इमोशनल एथिकल (एसईई) पाठ्यक्रम को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की क्षमता का निर्माण किया जाएगा। यह एक शिक्षण पाठ्यक्रम है।
5,000 सरकारी स्कूलों में एसईई लर्निंग कैरिकुलम का प्रबंधन पीएफईएल की ओर से किया जाएगा, इसके तहत 2 साल में गुजरात, झारखंड, जम्मू और कश्मीर, महाराष्ट्र और राजस्थान के 5 लाख बच्चों को इसका लाभ दिया जाएगा।
इस एमओयूयू पर 17 -20 जून, 2019 के बीच एमोरी यूनिवर्सिटी की ओर से पीएफईएल के लिए आयोजित 4 दिवसीय कार्यशाला के दौरान हस्ताक्षर किए गए। इस कार्यशाला के दौरान, एमोरी यूनिवर्सिटी अगले 6-8 महीनों में पीएफईएल के 1500 से अधिक कर्मचारियों में से 70 लर्निंग सर्टिफाइड फैसिलिटेटर्स को प्रशिक्षित और विकसित करेगा जो एसईई लर्निंग पाठ्यक्रम को लागू करने के लिए हेडमास्टर्स, शिक्षकों और सरकारी अधिकारियों को प्रशिक्षित करेंगे।
समारोह की शोभा बढ़ाने वालों में परम पावन दलाई लामा के देश प्रतिनिधि मिस्टर टेम्पा सेरिंग सहित एमोरी यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर कंटेम्परेटिव साइंस एंड कम्पैशन-बेस्ड एथिक्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. लोबसंग तेनजिंग , पीरामल फाउंडेशन फॉर एजुकेशन लीडरशिप के सीइओ आदित्य नटराज और मोनाल जयराम, डायरेक्टर, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, पीरामल फाउंडेशन फॉर एजुकेशन लीडरशिप शामिल थे।
साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए पीरामल फाउंडेशन फॉर एजुकेशन लीडरशिप के सीईओ आदित्य नटराज ने कहा, ‘एमोरी यूनिवर्सिटी के साथ पीएफईएल की साझेदारी दो अनूठे संगठनों को एक साथ ला रही है, जो भारत में शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने की क्षमता रखते हैं। सोशल इमोशनल एथिकल लर्निंग कैरिकुलम के कार्यान्वयन के माध्यम से, पीएफईएल का लक्ष्य है कि वह अपने 1500$ कर्मचारियों की क्षमता का निर्माण करके 2025 तक 50 लाख बच्चों की जिंदगी को छूने की ओर बढ़े।’
‘एसईई लर्निंग’ (ट्रेडमार्क ) की शुरुआत करने वाली एमोरी यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर कंटेम्परेटिव साइंस एंड कम्पैशन-बेस्ड एथिक्स के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. लोबसांग तेनजिन नेगी ने कहा, ‘एमोरी यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर कंटेम्परेटिव साइंस एंड कंपासियन-बेस्ड एथिक्स ने एसईई लर्निंग कार्यक्रम को विकसित किया, इसके विचार यह था कि शिक्षा को उन वास्तविक मूल्यों और दक्षताओं को बढ़ावा देने के लिए विस्तारित किया जाना चाहिए जो बड़े पैमाने पर व्यक्तियों और समाज दोनों के लिए अधिक खुशी का कारण बनते हैं। हमें खुशी है कि पीरामल फाउंडेशन फॉर एजुकेशन लीडरशिप ने भारत में इसका बीड़ा उठाया है, और 14 राज्यों की 15,000 से अधिक स्कूलों में उपस्थिति के साथ, इसमें शिक्षा को बड़े पैमाने पर बदलने की क्षमता है।’
‘कम्पैशन’ (करुणा) और ‘साइंस’ (विज्ञान) से समर्थित एसईई लर्निंग प्रोग्राम की विशिष्टता इसकी पहुंच और वैज्ञानिक दृष्टिकोण में निहित है, जो पूर्व अर्ली एलीमेंटरी, लेट एलीमेंटरी और मिडिल-स्कूल के लिए एक विकास-उपयुक्त पाठ्यक्रम पेश करता है। पाठ्यक्रम के महत्वपूर्ण तत्वों में ध्यान प्रशिक्षण, करुणा और नैतिक विवेक, प्रणाली सोच और लचीलापन और आघात से जुड़े अभ्यास शामिल हैं। पाठ्यक्रम कई विषयों से विशेषज्ञता का निर्माण करता है जैसे कि इमोशनल इंटेलीजेंस, न्यूरोसाइंस, डेवलपमेंट साइकोलॉजी, एजुकेशन और कंटेम्पेरी साइंस।
दलाई लामा ट्रस्ट, एमोरी यूनिवर्सिटी और वाना फाउंडेशन द्वारा नई दिल्ली, भारत में 4-6 अप्रैल, 2019 को आयोजित ग्लोबल सोशल, इमोशनल, और एथिकल लर्निंग (एसईई लर्निंग) के ग्लोबल लॉन्च के बाद जल्द ही इस एमओएमयू पर हस्ताक्षर किए गए। दलाई लामा, श्री अजय पीरामल, अध्यक्ष, पीरामल समूह और आदित्य नटराज, सीईओ, पीरामल फाउंडेशन फॉर एजुकेशन लीडरशिप सहित अन्य गणमान्य लोग इस अवसर के साक्षी बने।
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