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Saturday, August 17, 2019

क्यूआईपी के माध्यम से येस बैंक ने जुटाए 1,930 करोड़ रुपए


YES BANK raises Rs. 1,930 crores through Qualified Institutions Placement (QIP) route

मुंबई, । 15 अगस्त, 2019 को अपने इक्विटी शेयरों का आवंटन कर येस बैंक ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशंस प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के माध्यम से 1930 करोड़ रुपए जुटाए हैं। क्यूआईपी 08 अगस्त, 2019 को खुला और 14 अगस्त, 2019 को बंद हुआ।
बैंक ने 2 रुपये के अंकित मूल्य के 23.1 करोड़ इक्विटी शेयर प्रति शेयर 83.55 रुपये के मूल्य पर प्रत्येक योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) को आवंटित किए। इनका आवंटन सिक्यूरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया के विनियमन 176 (1) के तहत प्रदान किए गए मूल्य निर्धारण फार्मूले (पूंजी और प्रकटीकरण आवश्यकताओं का मुद्दा) विनियम, 2018 के अनुसार आवंटित किए गए।
क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशंस प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के बाद बैंक का कुल पूँजी पर्याप्तता अनुपात बढ़कर 16.2 प्रतिशत’, टियर वन रेशियो 11.3 प्रतिशत’ और कोर इक्विटी टियर वन रेशियो 8.6 प्रतिशत’ पर पहुंच गया। इससे यह सुनिश्चित होता है कि बैंक नियामक सीमाओं से ऊपर अच्छी तरह से पूँजीकृत रहता है।
’30 जून 2019 तक क्यूआईपी जारी करने की स्थिति पर विचार करते हुए (वित्त वर्ष 20 की पहली तिमाही के लाभ सहित)
इस इश्यू को विदेशी के साथ-साथ घरेलू क्यूआईबी की तरफ से भी अच्छा रेस्पॉन्स मिला। विदेशी संस्थागत निवेशकों को समग्र आवंटन संयुक्त राज्य अमेरिका/यूरोप से लगभग 34 प्रतिशत, एशिया से 40 प्रतिशत और शेष घरेलू बीमा कंपनियों और म्युचुअल फंडों के जरिये आवंटित किया गया और इस तरह एक अच्छी तरह से विविधतायुक्त प्रतिनिधित्व और दुनिया भर से मांग को उजागर करता है। क्यूआईपी येस बैंक के शेयरधारक आधार के एक और विविधीकरण को भी सक्षम बनाता है।
सीएलएसए इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, मोतीलाल ओसवाल इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड, प्राइम सिक्योरिटीज लिमिटेड और येस सिक्योरिटीज (इंडिया) लिमिटेड क्यूआईपी इश्यू के लिए ग्लोबल कोऑर्डिनेटर और बुक रनिंग लीड मैनेजर्स थे। लेन-देन के कानूनी सलाहकार थे- एजेडबी एंड पार्टनर्स, लिंकलेटर्स सिंगापुर पीटीई लिमिटेड और एल एंड एल पार्टनर्स (पहले लूथरा और लूथरा लॉ ऑफिस के रूप में जाना जाता था)। वैधानिक लेखा परीक्षक बीएसआर एंड कंपनी एलएलपी थे।
इक्विटी अलॉटमेंट के सफल समापन पर येस बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ रवनीत गिल ने कहा, ‘‘हम इस बात से खुश हैं कि हमारे फंड को वैश्विक और घरेलू निवेशकों द्वारा बेहतर समर्थन दिया गया है। हमने अपने शेयरधारकों द्वारा वर्तमान में स्वीकृत 10 प्रतिशत डाइल्यूशन लिमिट तक के इश्यू साइज को अधिकतम कर दिया है। क्यूआईपी की सफलता, मजबूत वैश्विक और घरेलू हेडविंड और चुनौतियों के साथ एक क्रेडिट वातावरण को देखते हुए बेहद संतोषजनक है। हम इसे येस बैंक फ्रैंचाइजी की भावी शक्तियों और भविष्य की भावी संभावनाओं के प्रति निवेशक समुदाय द्वारा एक मजबूत समर्थन के रूप में देखते हैं।‘‘
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