मुंबई। येस बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी येस एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) लिमिटेड (‘‘येस एसेट मैनेजमेंट‘‘) ने जुलाई 2018 में परिचालन शुरू करने के बाद से तीन म्यूचुअल फंड योजनाओं की शुरुआत की है- येस लिक्विड स्कीम, एक ओपन-एंडेड लिक्विड स्कीम, येस अल्ट्रा शॉर्ट-टर्म स्कीम, एक ओपन एंडेड अल्ट्रा-शॉर्ट टर्म डेट स्कीम जिसमें डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट में निवेश किया जाता है, जिनकी पोर्टफोलियो अवधि‘ 3 से 6 महीने के बीच होती है, और येस ओवरनाइट स्कीम, ओवरनाइट सिक्यूरिटीज में निवेश करने वाली एक ओपन-एंडेड डेट स्कीम।
ये योजनाएं व्यापक कॉर्पोरेट और ट्रेजरी निवेश समाधान प्रदान करती हैं, जो निवेशकों के वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करती हैं। इन योजनाओं का पोर्टफोलियो उच्च-गुणवत्ता वाले ऋण और मुद्रा-बाजार के साधनों में निवेश करते हुए तैयार होता है, ताकि कम जोखिम और उच्च तरलता के साथ निवेशकों को इष्टतम रिटर्न हासिल करने में सक्षम बनाया जा सके। यह निवेशकों को विविधतापूर्ण वित्तीय उत्पादों का पूरा सूट प्रदान करने और म्यूचुअल फंड उद्योग में अपनी पहुंच का विस्तार करने के लिए कंपनी की रणनीति का एक हिस्सा है।
येस एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) लिमिटेड के सीईओ कंवर विवेक कहते हैं, ‘‘फिक्स्ड इनकम स्पेस में हमारी निवेश संबंधी नीति इष्टतम रिटर्न उत्पन्न करने की है, जो पोर्टफोलियो की परिपक्वता प्रोफाइल के साथ-साथ मूल क्रेडिट ताकत और इन-हाउस क्रेडिट और लिक्विडिटी मॉडल का उपयोग करके जारीकर्ताओं की माध्यमिक बाजार तरलता का विश्लेषण करती है, ताकि एक उच्च-क्रेडिट गुणवत्ता पोर्टफोलियो बनाए रखा जा सके।‘‘
अगस्त 2019 तक, येस एसेट मैनेजमेंट ने पूरे भारत में 1,200 से अधिक वितरकों को अपने साथ शामिल कर लिया है और उन्हें अपने सरल और सुविधाजनक वेब-आधारित ऑनलाइन एम्पैनलमेंट प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने साथ काम पर लगाने की योजना बना रहा है।
कंवर विवेक आगे कहते हैं, ‘‘हमारा दृष्टिकोण निवेशकों पर केंद्रित है और हम सुनिश्चित करेंगे कि ज्ञान-आधारित निवेश परंपराओं को लागू किया जाए। हमने अपनी सभी प्रोडक्ट ऑफरिंग्स के माध्यम से निवेशकों को निर्बाध निवेश अनुभव प्रदान करने के लिए तेजी से बढ़ते एसेट मैनेजमेंट कारोबार में कदम रखा है, जिसे बैंक के मजबूत वितरण नेटवर्क का सहयोग हासिल है।‘‘
येस एसेट मैनेजमेंट पंजीकृत निवेश सलाहकार (आरआईए) और एग्रीगेटर के साथ अपने सहयोग के माध्यम से निवेशकों तक पहुंचने के लिए अपने डिजिटल टूल्स और विशेषज्ञता का उपयोग कर रहा है।
येस एसेट मैनेजमेंट के हैड - सेल्स एंड मार्केटिंग सुरेन कोचर के अनुसार, ‘‘हमारा निरंतर यही प्रयास है कि अपने सभी ग्राहकों, निवेशकों और वितरण भागीदारों को एक बेहतर और अनूठा अनुभव प्रदान किया जा सके। हम अपने निवेशकों के लिए सुखद अनुभव सुनिश्चित करने के लिए अपनी डिजिटल क्षमताओं का लाभ उठाते रहेंगे।‘‘
2008 के बाद से, भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग में तेजी से वृद्धि देखी गई है। जहां तक एवरेज एसेट अंडर मैनेजमेंट (एएयूएम) की बात है, अगस्त, 2019 में म्यूचुअल फंड उद्योग के पास 25,63,934.80 करोड़ रुपये की राशि थी (डेटा स्रोतः एएमएफआई)। येस एसेट मैनेजमेंट की योजना हर अवसर को भुनाने और उद्योग के अनुरूप आगे बढ़ने की है।
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