नई दिल्ली, भारत में खिड़कियों और दरवाज़ों के अग्रणी ब्राण्ड फेनेस्टा ने अपने नए अभियान शट द शोर की शुरूआत की है। शोर प्रदूषण के बारे में जागरुकता बढ़ाना तथा डिजिटल एवं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए इस समस्या का समाधान खोजना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।
फेनेस्टा, जो डीसीएम श्रीराम ग्रुप का एक भाग है, इसे उत्कृष्ट गुणवत्ता के खिड़कियों और दरवाज़ों के लिए जाना जाता है। फेनेस्टा के ये दरवाज़े और खिड़कियां शोर प्रतिरोधी, मौसम के लिए प्रतिरोधी होते हैं, ये जहां एक और उर्जा की बचत करते हैं, वहीं दूसरी औेर धूल-मिट्टी से भी घर को बचाते हैं।
शोर प्रदूषण आज एक बड़ी समस्या का रूप ले चुका है, खासतौर पर नई दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे महानगरों में रहने वाले लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ता है। यह कई समस्याओं का कारण है जैसे सिरदर्द और रात में नींद न आना। आपके घर के पास से गुज़रने वाले वाहनों के हॉर्न, तेज़ आवाज़ में बजता संगीत और आपके पड़ौसी की तेज़ आवाज़- ये सभी कारक शोर पैदा करते हैं और आपके तंत्रिका तंत्र पर बुरा असर डालते हैं, ये तनाव, चिंता और स्वास्थ्य संबंधी अन्य बीमारियों का कारण बन जाते हैं
इस अभियान के बारे में बात करते हुए साकेत जैन, बिज़नेस हैड, फेनेस्टा ने कहा, ‘‘शोर प्रदूषण आज भयावह रूप ले चुका है। अनुसंधानों से साफ हो गया है कि लगातार शोर के संपर्क के रहने से आपके शारीरिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए ‘मन की शांति’ को महत्व देते हुए हम इस समस्या के समाधान के लिए कुछ करना चाहते हैं। हमें गर्व है कि हमने शोर प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह अभियान नागरिकों को आगे आने और बढ़ते शोर प्रदूषण के खिलाफ़ आवाज़ उठाने के लिए प्रेरित करता है।’’
शहरों में बढ़ते शोर प्रदूषण को देखते हुए फेनेस्टा अपना अभियान अभियान रुशट द शोर ;रुैीनजज्ीमैीवतद्ध लेकर आए हैं, जो हमारे जीवन में शांति बढ़ाने और अनचाहा शोर दूर करने में मदद करेगा।
अभियान की शुरूआत रेडियो मिर्ची 98.3 पर हुई, जिसे विभिन्न डिजिटल एवं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का समर्थन प्राप्त है। अभियान के पहले चरण में और नावेद ने उन बच्चों के साथ ‘शोर से रहित दीवाली’ मनाई जो सुनने की समस्याओं से पीड़ित हैं। सोशल मीडिया पर इस पार्टी का वीडियो बड़े पैमाने पर शेयर किया गया।
रेडियो पर रेडियो मिर्ची के प्रख्यात आरजे अपने अलग तरीकों से आम जनता तक इस अभियान का संदेश पहुंचाएंगे। इस अभियान को महत्व देते हुए एक फिल्म का लॉन्च भी सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर किया गया। यह फिल्म दर्शाती है कि किस तरह हम छोटे-छोटे बहाने बनाकर शोर बढ़ाने में योगदान देते हैं। इसे सोशल मीडिया पर कई पहलों का समर्थन प्राप्त है, इसके लिए साल भर गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। वीडियो जारी होने के बाद एक कॉन्टेस्ट का लॉन्च भी किया गया, जिसमें दर्शकों से सेल्फी लेने और उसे कमेन्ट सेक्शन में पोस्ट करने तथा शोर के खिलाफ़ आवाज़ उठाने के लिए कहा गया है।
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