नई दिल्ली, अग्रणी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हेलो ने अपने मौजूदा सुरक्षा फीचर्स और कंटेंट मॉडरेशन पॉलिसी को 14 भारतीय क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध करवाकर इसे और अधिक मजबूत बनाया है। यह अपने समुदाय के लिए एक सुरक्षित इन-एप अनुभव प्रदान करने के लिए उसकी प्रतिबद्धता का एक हिस्सा है। इसके अलावा हेलो ने गलत जानकारी और फेक न्यूज से निपटने के लिए हाल ही में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात फैक्ट चेकर के साथ भागीदारी की है।
इन सुरक्षा उपायों पर बोलते हुए हेलो के कंटेंट ऑपरेशन प्रमुख श्यामंगा बरुआ ने कहा, “एक सुरक्षित और सकारात्मक इन-एप पर्यावरण को बनाए रखना हमारे लिए उच्चतम प्राथमिकता है। इसलिए हम अपनी नीतियों, सुरक्षा टूल्स और ऑनलाइन संसाधनों को निरंतर समृद्ध और अपडेट करते रहते हैं। इस दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए, हम अपने प्लेटफॉर्म पर फेक न्यूज के प्रसार को कम करने के लिए एक स्वतंत्र, थर्ड पार्टी फैक्स चेकर के साथ भागीदारी कर काफी प्रसन्न हैं।”
हेलो ने ऑनलाइन समुदाय में गलत जानकारी और फेक न्यूज को कम करने के अपने प्रयासों को और तेत करते हुए जागरण ग्रुप जैसे थर्ड-पार्टी फैक्ट चेकर्स के साथ भागीदारी की है, जो इंटरनेशनल फैक्स चेक नेटवर्क और पोयंटर इंस्टीट्यूट द्वारा प्रमाणित है।
इसके अलावा, प्लेटफॉर्म ने 13 नए सुरक्षा फीचर्स के साथ अपने इन-एप सुरक्षा उपायों को और उन्नत बनाया है। इन नए फीचर्स में इन-एप रिपोर्टिंग, प्राइवेसी सेटिंग्स, रिसट्रिक्टेड मोड, पैरेंटल कंट्रोल और कमेंट फिल्टर सहित कई अन्य शामिल हैं। ‘इन-एप रिपोर्टिंग’ फीचर के साथ, यूजर्स का अपनी फीड पर अधिक नियंत्रण होगा और वो ऐसे कंटेंट या प्रोफाइल की रिपोर्ट कर पाने में सक्षम होगा, जो समुदाय की गाइडलाइंस का उल्लंघन करते हैं।
हेलो की समुदाय गाइडलाइंस अब 14 भारतीय भाषाओं – हिंदी, गुजराती, मराठी, बंगाली, पंजाबी, तेलगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, उडि़या आदि में उपलब्ध है। इन गाइडलाइंस का एक विस्तृत वर्जन बाहरी रूप से उपलब्ध है। हेलो ने एक सुरक्षित इन-एप वातावरण तैयार किया है जो संस्कृतियों और मान्यताओं के विविधतापूर्ण समाज में दृष्टिकोण और जानकारी को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
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