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Wednesday, December 18, 2019

अगले पांच वर्षों में रिटेल लोन दोगुना होकर 96 ट्रिलियन रुपए तक पहुंच जाएगा


 Retail loans to double to Rs. 96 trillion in 5 years, says an ICICI Bank - CRISIL report




मुंबई। भारत में फाइनेंसरों की रिटेल लोन बुक दोगुनी हो जाएगी। सीआरआईएसआईएल पॉवर्ड आईसीआईसीआई बैंक रिपोर्ट के अनुसार मार्च, 2019 के 48 ट्रिलियन रुपए की तुलना में रिटेल लोन मार्च 2024 तक 96 ट्रिलियन रुपए तक पहुंच जाएंगे। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि यह तीव्र वृद्धि अगले पांच वर्षों में निजी उपभोग (यानी घर, कार, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, क्रेडिट कार्ड आदि)की बढ़ती मांग, ऋण लेने के लिए उपभोक्ताओं की इच्छा, विभिन्न कंज्यूमर डेटा की उपलब्धता में वृद्धि, डेटा एनालिटिक्स का बेहतर उपयोग और विनियामक पहल के चलेत कम लागत वाले आवास ऋण और एमएसएमई (माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज) लोन में वृद्धि आदि के चलते आएगी।
’माइनिंग द गोल्डन अपॉच्युनिटी इन रिटेल लोंस’ नामक रिपोर्ट प्रत्येक रिटेल एसेट्स क्लास के विकास चालकों पर गहराई से नजर डालते हुए प्रमुख आर्थिक, विनियामक और तकनीकी हस्तक्षेपों की रूपरेखा भी तैयार करती है जो रिटेल लोन मार्केट को विस्तार दे सकते हैं।
रिपोर्ट की मुख्य झलकियों के अनुसार, जिसे 17 दिसंबर को बैंक के मुख्यालय में मुंबई में लॉन्च किया गया था, इस वृद्धि में योगदान देने वाले मुख्य सेगमेंट इस प्रकार हैंः
मोर्गज लोन मार्केट - सामान्य और कम लागत वाले आवास और संपत्ति के खिलाफ ऋण वित्त वर्ष 24 में 46.1 ट्रिलियन रुपए के साथ दोगुना होने की उम्मीद है।
असुरक्षित ऋण - व्यक्तिगत ऋण और क्रेडिट कार्ड - वित्त वर्ष 24 में 13.8 ट्रिलियन रुपए के साथ दोगुने से अधिक हो सकते हैं।
एमएसएमई को ऋण 13.2 ट्रिलियन के साथ दोगुने से अधिक होने की संभावना है।
वाहन - वाणिज्यिक वाहन, चौपहिया और दोपहिया वाहन  ऋण 17.5 ट्रिलियन रुपए के साथ लगभग दोगुने से अधिक हो सकता है
आईसीआईसीआई बैंक के कार्यकारी निदेशक अनूप बागची ने कहा, ’पर्चेजिंग पावर पैरिटी (पीपीपी) के मामले में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी अब 7762 अमरीकी डालर है। हमारा विश्लेषण भविष्यवाणी करता है कि यह जंक्शन देश के लिए एक विभक्ति बिंदु साबित होगा, क्योंकि यह कुछ साल पहले एक और बड़ी अर्थव्यवस्था के बराबर था। हम उम्मीद करते हैं कि अगले पांच वर्षों में, घरेलू खुदरा ऋण बाजार दोगुने 96 ट्रिलियन रुपए तक पहुंच जाएगा।’
’हमें लगता है कि बाजार के विस्तार के समर्थन में जाने वाले पांच स्तंभ हैंः (1) अधिक जानकारी की उपलब्धता से ऋण लेने के जोखिम का घटना (2) उत्तरोत्तर प्रतिस्पर्धा के चलते ग्राहक के लिए उधार की लागत में कमी आना। (3) विनियामक और सरकार की पहल (जैसे सार्वजनिक ऋण रजिस्ट्री, बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा ऋण की सह-उत्पत्ति, किफायती आवास को बढ़ावा देने और एमएसएमई को उधार देने के लिए किए गए सुधार)। (4) डिजिटल उधार में 15 ट्रिलियन रुपए की पांच गुना वृद्धि , जिसमें ऋणों को डिजिटल रूप से स्वीकृत किया जाता है, लागत में कमी आती है। प्रौद्योगिकी और डेटा विश्लेषण के अधिक उपयोग के कारण परिचालन लागत में कमी आई है, जो बदले में, लाभप्रदता को बढ़ावा देगी।’
सीआरआईएसआईएल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर और प्रेसिडेंट अमिश मेहता कहते हैं, ’शीर्ष 50 शहरों के बाहर छोटे शहरों में विकास अधिक होने की उम्मीद है। हम रिटेल लोन में आगे रहने के लिए मजबूत फंडिंग फ्रेंचाइजी, डिस्ट्रीब्यूशन हेफ्ट, बेहतर अंडरराइटिंग स्किल्स, टेक्नोलॉजी पर मजबूत फोकस और सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन के संतुलित मिश्रण की उम्मीद करते हैं। सभी एसेट्स क्लास में शीर्ष पांच कंपनियों के बाजार में अपने प्रभुत्व को जारी रखने की उम्मीद है। उदाहरण के लिए, हाउसिंग लोन में, बाजार में 100 से अधिक खिलाड़ी होने के बावजूद, अकेले शीर्ष पांच कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी 50 फीसदी से अधिक है।’
सीआरआईएसआईएल पॉवर्ड आईसीआईसीआई बैंक रिपोर्ट अन्य विकास चालकों पर भी विस्तृत रूप से प्रकाश डालती है जो बाजार और विकास की क्रमबद्ध चाल को दर्शाते हैं, इनमें हैं:
भूमि अभिलेखों के स्वामित्व के डिजिटलीकरण पर ध्यान केंद्रित करना और आवश्यक सहमति के साथ वित्तीय संस्थानों के लिए उपयोग प्रदान करना,
डिजिटल भुगतान पर जोर,
इनोवेशन हब और इकोसिस्टम, डेटा सुरक्षा, ग्राहक गोपनीयता, उपभोक्ता संरक्षण और ऋण मूल्य निर्धारण जैसे प्रमुख पहलुओं पर उद्योग-व्यापी मानक विकसित करना
रिपोर्ट में कहा गया है कि इन सब के साथ-साथ असुरक्षित ऋण देने की दिशा में सकारात्मक बदलाव को देखते हुए प्रणालीगत लाभप्रदता स्थिर रहने की उम्मीद है।
इसके अलावा, नए निजी बैंकों को भी अपने सार्वजनिक क्षेत्र के साथियों से बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, नए प्रकार के खिलाडिय़ों के प्रवेश से बाजार में विशिष्ट क्षेत्रों को लक्षित करने की संभावना है, रिपोर्ट के अनुसार यह वैश्विक रुझानों के अनुरूप है।
सीआरआईएसआईएल संचालित आईसीआईसीआई बैंक की रिपोर्ट रिटेल लोन मार्केट के 200 विशेषज्ञों के साक्षात्कार, सीआरआईएसआईएल के स्वामित्व वाले आर्थिक प्रक्षेपण मॉडल, आईसीआईसीआई बैंक की उपभोक्ता वित्त श्रेणी की गहरी समझ, सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कंपनी के विवरण, वार्षिक रिपोर्ट, आरबीआई, एसएलबीसी और एसआईएसएम के उद्योग डेटा और अन्य अर्थव्यवस्थाओं पर वैश्विक रिपोर्ट पर आधारित र्है।

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