करोड़ लोग दिव्यांग हैं। टाटा पॉवर को 2019 में प्रदान किया गया 'कैटेलिस्ट ऑफ़ चेंज' पुरस्कार - Karobar Today

Breaking News

Home Top Ad

Post Top Ad

Friday, December 20, 2019

करोड़ लोग दिव्यांग हैं। टाटा पॉवर को 2019 में प्रदान किया गया 'कैटेलिस्ट ऑफ़ चेंज' पुरस्कार



 Tata Power’s Powerlinks Transmission wins ‘Catalyst of Change’ award at National Conference on Disability 2019

मुंबई। 2011 की जनगणना के मुताबिक, भारत में करीब 2.7 करोड़ लोग दिव्यांग हैं।  विकलांगता को कई बार अक्षमता और नकारात्मक रूढ़ियों से जोड़ा जाता है। ऐसी गलत सोच के खिलाफ अथक लड़ाई में पॉवरलिंक्स ट्रांसमिशन द्वारा कई समावेशकता उपक्रमों को चलाया जा रहा है। पॉवरलिंक्स ट्रांसमिशन यह टाटा पॉवर और पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया का संयुक्त उद्यम है। उनके इन प्रयासों का सम्मान करते हुए नेशनल एबिलिम्पिक्स असोसिएशन ऑफ़ इंडिया (एनएएआई) ने कंपनी को छठें नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन डिसेबिलिटी में लगातार दूसरी बार 'कैटेलिस्ट ऑफ़ चेंज' पुरस्कार प्रदान किया है।
दिव्यांग युवाओं की वित्तीय स्वयंपूर्णता को सुनिश्चित करने के लिए अपने दक्ष कार्यक्रम के तहत पॉवरलिंक्स ट्रांसमिशन ने 2016 में सार्थक एज्युकेशन ट्रस्ट के सहयोग से एक व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम बनाया। तीन महीने के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अलग-अलग प्रकार के मॉड्यूल्स हैं जो इन युवाओं को रिटेल, सूचना प्रौद्योगिकी, हॉस्पिटैलिटी, बैंकिंग, ई-कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में रोजगारों के अवसरों के लिए तैयार करते हैं। पिछले तीन सालों में कंपनी ने 750  छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान करके फ्लिपकार्ट, अमेज़ॉन इंडिया, क्रोमा, रिलायंस फ्रेश, हॉलिडे इन, हिल्टॉन होटल और केएफसी जैसी कंपनियों में नौकरियों के अवसर भी दिलाए हैं।
पॉवरलिंक्स ट्रांसमिशन लिमिटेड के सीईओ और ईडी योगेश लूथरा ने कहा, “दिव्यांग व्यक्तियों के गुणों और कुशलताओं को विकसित करने के लिए हमने हमेशा प्रयास करते आ रहे हैं। उन्हें व्यावसायिक कुशलताएं प्राप्त करने के अवसर प्रदान करके हमने उन्हें वित्तीय स्वयंपूर्णता प्राप्त करने में मदद की है।  दिव्यांगों को सबल और सक्षम करने के हमारे इन प्रयासों का सम्मान एनएएआई ने किया है यह हमारे लिए बहुत ही ख़ुशी और गर्व की बात है। दिव्यांगों के लिए समावेशी वातावरण के निर्माण में हमारी मदद करने के लिए हम सार्थक एज्युकेशन ट्रस्ट के बहुत आभारी है।" 
पुरस्कार वितरण समारोह में एनएएआई के सेक्रेटरी जनरल डॉ. जीतेन्द्र अगरवाल, पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित डॉ. एम्. बी. अथ्रेय और यूएसए दूतावास के डेप्युटी चीफ ऑफ़ मिशन एड्गर्ड डी कगन उपस्थित थे।
"वॉइस, चॉइस एंड कंट्रोल - पाथवे टू डिसेबिलिटी इन्क्लूसिव डिवेलपमेंट" इस संकल्पना पर आधारित तीन दिनों के कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य दिव्यांगों के लिए सहायक वातावरण का निर्माण करके संभावनाओं और स्ट्रैटेजीज खोजना है। 

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad