मुम्बई। देश में निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े बैंक एक्सिस बैंक ने अपना नया ब्रांड कैम्पेन “ओपन“ शुरू किया है। इस कैम्पेन में सेवा के स्तर को बढ़ाते हुए खुले दिमाग के मानवीय संवाद को बढ़ाने पर जोर रहेगा, ताकि बैकिंग सेवाओं की सामान्य और स्वचालित दुनिया में कुछ बदलाव नजर आए।
जबरदस्त तकनीकी प्रगति ने हर इंडस्ट्री को प्रभावित किया है और पूरी दुनिया में बैंक भी इससे अछूते नहीं हैं। हालांकि डिजिटल बैंकिंग के बावजूद जब निजी निवेश की बात आती है, तो ग्राहक आज भी खुद बात करना चाहते हैं और संवाद की जरूरत महसूस करते हैं। हमारा नया कैम्पेन ‘ओपन‘ इसी विचार पर आधारित है और जो एक्सिस बैंक के लिए हमेशा से एक गाइडिंग प्रिंसीपल रहा है। जहां एक तरफ बैंक ने तकनीकी नवाचार में हमेशा पहल की है, वहीं ग्राहकों के साथ संवाद और रिश्ता कायम करने में भी आगे रहा है। एक्सिस बैंक का मोबाइल ऐप सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला और सबसे ज्यादा रेटिंग प्राप्त ऐप है। इसी के साथ बैंक ने पिछले दो वर्ष में 1000 से ज्यादा शाखाएं खोली हैं, ताकि ग्राहकों से सीधा संवाद हो सके। अध्ययन बताते हैं कि एक्सिस बैंक अपने ग्राहकों की सबसे ज्यादा देखभाल करने वाला जमीन से जुड़ा बैंक माना जाता है।
यह सही है कि मशीनें काफी आधुनिक हो गई हैं और तेजी से काम भी करती हैं, लेकिन फिर भी कुछ कमी रहती है। एक्सिस बैंक के लिए यह सच्चाई न सिर्फ एक ताकत है बल्कि इसे दूसरो से अलग भी बनाती है।
लोव लिंटास द्वारा तैयार किया गया विज्ञापन कैम्पेन ऐसी कई कहानियां बताता है जो बैंक के ग्राहक केेन्द्रित व्यवहार को रेखांकित करती है। इस विचार को भारत-न्यूजीलैंड क्रिकेट सीरीज, बजट और दिल्ली चुनाव के टीवी प्रसारणों के दौरान विज्ञापन के जरिए प्रचारित किया जाएगा।
‘ओपन‘ की लॉन्चिंग के मौके पर एक्सिस बैंक की ग्रुप चीफ मार्केटिंग ऑफिसर आशा खरगा ने कहा, ‘‘एक मार्केटियर होने के नाते किसी संस्थान की ऐसी फिलोसफी पर काम करने का मौका कम ही मिलता है जो सेवाओं में बदलाव पर आधारित हो। हमने ओपन को लॉंन्च करने से पहले प्रोसेस क्वालिटी पर काफी काम किया ताकि सेवाएं देने वाले सही जगह पर नजर आए। इनमें से कुछ नवाचारों का नतीजा यह निकला कि एक्सिस बैंक में शिकायतों का अनुपात 1000 ग्राहकों पर पर मात्र 0.29 रह गया। यह इंडस्ट्री के बैंचमार्क 0.40 के मुकाबले बहुत कम है। बैंकिंग का मुख्य काम सेवा प्रदान करना है। हालाकि आज सफलता के लिए तकनीक जरूरी है, लेकिन इसके साथ मानवीय स्पर्श भी हो तो ही डिजिटल मार्केट में आपको बढ़त मिल पाती है।‘‘
ओपन के जरिए बैंक में प्रोसेस ट्रांसफोर्मेशन किया जा रहा है। इससे बैंक में एक बड़ा बदलाव नजर आएगा। प्रक्रिया में बदलाव के तहत ग्राहकों की तत्काल जरूरतों में टीएटी को कम करने पर फोकस किया जा रहा है। एक नया फ्रंट एंड सॉल्यूशन सक्षम विकसित किया गया है। इसके जरिए बैंक के कर्मचारी एक ही व्यू के जरिये ग्राहक से संबंधित न सिर्फ पूरी जानकारी देख पाएंगे, बल्कि इसके जरिए बैंक के किसी भी उत्पाद या सेवा के बारे में ग्राहकों की मांग तुरंत पूरी की जा सकेगी। कई प्रक्रियाआंे को पूरी तरह इस प्रकार बदला गया है कि इससे ग्राहकों को सीधा फायदा होगा। अपग्रेडेड इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ ओपन के बारे में बैंक के पूरे देश के सभी 60 हजार कर्मचारियों को कार्यशालाओं और प्रशिक्षण के माध्यम से जानकारी दी गई है। इस पूरी कवायद को बैंक की रोजमर्रा की वेल्यू एडेड सर्विसेज से जोड़ा गया ताकि ग्राहकों को बैंक का ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके।
लोव लिंटास के चीफ क्रिएटिव ऑफिसर प्रतीक भारद्वाज ने कहा, ‘‘ओपन एक विज्ञापन कैम्पेन से कहीं बढ़ कर है। यह बैंक के लिए एक तरह का सांस्कृतिक बदलाव है। एक्सिस के साथ इस पर काम करते हुए हमने छोटे लेकिन सरल उपाय तैयार किए हैं जिन्हें कर्मचारी आसानी से कर सकते हैं। इनमें से कुछ को दिल को छूने वाले वीडियो कंटेंट में बदला गया है जो मुख्य धारा और डिजिटल प्लेटफार्म पर नजर आएंगे। इसके अलावा भी बहुत कुछ है, जो यह बताएगा कि बैंक अपने ग्राहकों के लिए किस हद तक खुल गया है।‘‘
सुश्री खरगा ने कहा, ‘‘ओपन एक बहुत खुली दुनिया है जो कई सम्भावनाएं खोलती है। आज के समय में हाईटेक जरूरतों को हाईटच के साथ संतुलित करना पड़ता है। हमारे लिए ग्राहक हमेशा से केन्द्र में रहा है। यह कैम्पेन बताएगा कि उनके लिए हमारे बैंक के दरवाजे कैसे हर तरह से खुले हैं।‘‘
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