मुंबई। ऊर्जा से लेकर तकनीक तक काम करने वाली 10 बिलियन यूएस डाॅलर की कम्पनियों के समूह एस्सार ने अब निवेश आधारित विकास योजना के नए चरण पर काम करने के संकेत दिए हैं। प्रमोटर रूइया परिवार का कहना है कि यह काम तुलनात्मक रूप से काफी हल्की बैलेंस शीट की ताकत पर किया जाएगा, क्योंकि पिछले तीन वर्ष में 1.4 लाख करोड के लोन का रीपेमेंट किया गया है।
दिवालिया प्रक्रिया में एस्सार स्टील को खोने के बावजूद नकदी का प्रवाह मजबूत है। मौजूदा व्यापार से 1,00,000 करोड़ रुपए का रेवेन्यू आ रहा है।
समूह ने आक्रामक आउटरीच कार्यक्रमों के साथ अपनी 50वीं वर्षगांठ के आयोजन शुरू कर दिए हैं।
केन्द्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों को भेजे गए अपने संदेश में एस्सार समूह ने कहा है कि यह विकास की नई यात्रा शुरू कर रहा है और अपने मौजूदा पोर्टफोलियो को आगे बढ़ा रहा है।
एस्सार ने यह नहीं बताया कि विकास के नए क्षेत्र क्या होंगे, लेकिन कहा है कि यह एक हल्की बैलेंस शीट के साथ होगा। कम्पनी ने सामने आ रहे नए घरेलू और आर्थिक परिदृष्य को देखते हुए अपने कर्ज भार को कम करने का निर्णय किया है।
इस पत्र पर रवि रूइया और प्रशांत रूइया के संयुक्त हस्ताक्षर हैं।
प्रमोटर रवि रूइया परिवार ने अपने पत्र मे कहा है, ‘‘भारत के कारपोरेट इतिहास में कर्ज कम करने की सबसे बड़ी कवायद के तहत हमने पिछले तीन वर्ष में 1 लाख 40 हजार करोड़ रूपए (20 बिलियन अमेरिकी डाॅलर) का कर्ज बैंकों को चुकाया है।
अपने पत्र में उन्होंने अतीत को भूलने के स्पष्ट संकेत देते हुए कहा है, ‘‘हमारी कम्पनियों का पोर्टफोलियो बहुत मजबूत है और यह लगातार मजबूत कमाई दे रहा है जो कुल मिला कर करीब 1,00,000 करोड़ रुपए (14 बिलियन अमेरिकी डाॅलर) है।
समूह ने दावा किया है कि विश्वस्तरीय व्यापार की इसकी महत्वाकांक्षा मुख्य धारा के स्टील और ऊर्जा व्यापार तथा इसकी नियामक चुनौतियों से कम नहीं हुई है।
प्रमोटर्स का कहना है कि एस्सार ने देश के विकास में अहम योगदान दिया है। कम्पनी ने पोर्ट, स्टील प्लांट, आॅयल रिफाइनिंग और फयूल रिटेल, आॅयल और गैस खोज व उत्पादन, बिजली निर्माण और वितरण, खनन, शिपिंग व टेलीकाॅम जैसे अहम क्षेत्रों में 2 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश किया है।
उन्होंने लिखा, ‘‘हमने इन सेक्टर्स में कुछ शानदार सम्पत्तियों का निर्माण किया है, हजारों रोजगार दिए हैं और कर व राॅयल्टी के रूप में सरकार के खजाने में हजारों करोड़ का योगदान दिया है। कुछ वर्ष पहले हमने हमारा कर्जभार करने का सुविचारित निर्णय किया, क्योंकि वैश्विक और घरेलू स्तर पर अर्थव्यवस्था का नया परिदृश्य विकसित हो रहा है।‘‘
रूइया परिवार ने कम्पनी की 50 वर्ष की यात्रा का जिक्र करते हुए लिखा है कि इस दौरान हमें हमारे फ्लैगशिप स्टील और ऊर्जा के व्यापार में व्यापार और नियमन की कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसका प्रभाव भी हम पर पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘‘एस्सार स्टील काॅम्प्लेक्स की गैस आपूर्ति, अनुबंध के बावजूद 2012 में बंद कर दी गई और पावर प्लांट के लिए आवंटित कोयला खदानें 2014 में रद्द कर दी गई। इससे हमारी कुछ प्रमुख सम्पत्तियों पर काम बंद हो गया। हमने इन चुनौतियों का पूरी क्षमता के साथ मुकाबला किया और यह तय किया कि ऐसे हालात में कर्ज भार कम करना बेहतर रहेगा।‘‘
इन चुनौतियों के बावजूद एस्सार विश्वस्तरीय सम्पत्तियों के निर्माण से पीछे नहीं हटा। एस्सार द्वारा निर्मित ग्रीनफील्ड सम्पत्तियों को 40 बिलियन अमेरिकी डाॅलर का अच्छा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश मिला। यह हमारी विश्वस्तरीय सम्पत्तियों की गुणवत्ता का प्रमाण है।
एस्सार आॅयल को रूस के रोसनेफट को बेचने मात्र की डील से ही 86 हजार करोड़ रुपए (13 बिलियन डाॅलर) का विदेशी निवेश आया, और यह राशि देश में अब तक की सर्वाधिक है।
अब आगे बढ़ते हुए एस्सार ने कहा है कि हम अपनी उद्यमिता क्षमता का पूरा उपयोग करते रहेंगे। विशाल मानव संसाधन और ताजा अवसरों को भुनाने के दशकों पुराने अनुभव व नवाचार के जरिए हम सम्बद्ध पक्षों के लिए वेल्यू सृजित करते रहेंगे।
एस्सार के पास अभी एनर्जी, मेटल्स और खनन, इन्फ्रास्ट्रक्चर, सर्विसेज और टेक्नोलाॅजी क्षेत्रों में व्यापार है।
एनर्जी सेक्टर में एस्सार भारत, वियतनाम और नाइजीरिया में आॅयल, गैस और कोल बेड मीथेन खोज व उत्पादन में व्यवसायिक तौर पर काम कर रहा है। यूके में आॅयल रिफाइनरिंग व रिटेलिंग मे काम कर रहा है और भारत व कनाडा में पावर जनरेशन का काम कर रहा है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में एस्सार भारत, यूके और अफ्रीका में पोर्ट व टर्मिनल्स चलाता है और भारत व मिडिल ईस्ट में बडी परियेाजनाओं का व्यवसायिक निर्माण कर रहा है। मेटल्स और माइनिंग सेक्टर में एस्सार समूह अमेरिका और इंडोनेशिया में आयरन ओर माइंिनंग और पैलेटाइजेशन तथा कोल माइनिंग का काम कर रहा हैै।
नए जमाने की सेवाओं में एस्सार भारत, यूरोप और अमेरिका में डिजिटल साॅल्यूशन्स और कस्टमर एक्सपीरियंस प्लेटफार्म पर काम कर रहा है।
अपने पत्र में कम्पनी ने कहा, ‘‘हमने कारपोरेट सामजिक उत्तरदायित्व के तहत जीविका, उद्यमिता, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण और इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्रों में समाज को फोकस में रखते हुए काम किया है। इससे देश के 8 राज्यों के 500 गांवों के 5,00,000 लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है।
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