नई दिल्ली।नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने भारतीय नागरिकों से सामाजिक संपर्क को कम करने और नोवल कोरोनवायरस के फैलने की आशंका को कम करने के लिए डिजिटल भुगतान का उपयोग करने का आग्रह किया है। एनपीसीआई ने कहा है कि वह एक मजबूत डिजिटल भुगतान बुनियादी ढांचे के माध्यम से बैंकों और डिजिटल पेमेंट्स ईको सिस्टम के भागीदारों के साथ हर नागरिक की मदद के लिए पूरी तरह तैयार और प्रतिबद्ध है।
एनपीसीआई के एमडी और सीईओ दिलीप अस्बे ने कहा, ‘‘लॉक-डाउन की वर्तमान स्थिति में, हम नागरिकों से घर पर रहने का अनुरोध करते हैं। हम सभी आवश्यक सेवा प्रदाताओं और उपभोक्ताओं से आग्रह करते हैं कि वे सुरक्षित रहने के लिए डिजिटल भुगतान विधियों को अपनाएं।‘‘
अस्बे ने आगे कहा, ‘‘हमारा बिजनेस कंटीन्यूटी प्लान लचीला है और हमने कोविड- 19 से उपजी चुनौतियों को देखते हुए इसमें सभी भुगतान प्रणालियों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए काम किया है। विशेष रूप से, हमारा बुनियादी ढांचा यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) प्लेटफॉर्म पर पड़ने वाले अतिरिक्त भार और चुनौतियों को सपोर्ट करेगा, क्योंकि अधिक से अधिक उपयोगकर्ता डिजिटल लेनदेन की आसानी और इसकी सुरक्षा को देखते हुए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।‘‘
एनपीसीआई और राज्य सरकारें यह सुनिश्चित कर रही हैं कि आवश्यक सेवाओं के अधिक से अधिक विक्रेता डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हों।
अस्बे ने कहा, ‘‘विक्रेताओं और व्यापारियों के लिए, हमने इसे पूरी तरह से संपर्क रहित और पूरी तरह से ऑनलाइन बनाने के लिए यूपीआई या यूपीआई-क्यूआर पर ऑनबोर्डिंग सिस्टम को ट्रैक किया है। इस आवश्यक कार्य को पूरा करने के लिए विक्रेताओं को सेल्फ आइसोलेशन के दिशानिर्देशों से समझौता नहीं करना पड़ता है। विक्रेता और व्यापारी सुरक्षित हो सकते हैं क्योंकि वे समाज की सेवा करते हैं और आवश्यक सेवाएं प्रदान करते हैं। उपभोक्ता आवश्यक सेवाओं से संबंधित भुगतान के लिए यूपीआई का उपयोग कर सकते हैं और एक-दूसरे के संपर्क में आने पर उपजने वाले जोखिम के बिना डिजिटल रूप से धन हस्तांतरित कर सकते हैं।‘‘
सरकार और नियामकों के साथ मिलकर एनपीसीआई वर्तमान गंभीर परिदृश्य में सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए जनता के बीच डिजिटल भुगतान को अपनाने का समर्थन कर रहा है।
एनपीसीआई का प्रमुख उत्पाद यूपीआई उपयोगकर्ताओं को वास्तविक समय के आधार पर कई बैंक खातों में धनराशि स्थानांतरित करने की अनुमति देता है, जिसमें एक बैंक के खाते के विवरण को दूसरे पक्ष को बताने की जरूरत भी नहीं पड़ती। सरल, सुरक्षित, लागत प्रभावी मोबाइल-आधारित भुगतान प्रणाली यूपीआई डिजिटल भुगतान के सबसे प्रमुख फाॅर्मेट्स में से एक बन गई है।
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