जयपुर। हल्दी वायदा जून की कीमतों को 5200 रुपये के आस पास समर्थन मिलने की संभावना है जबकि उपर में 5300 रुपये पर इसे रेजिस्टेंस मिलेगा। कोराना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन के कारण करीब 2 महीने बंद रहने के बाद तेलंगाना की निजामाबाद मंडी में कारोबार फिर से शुरू हुआ है। सरकार ने कोविड-19 महामारी के कारण 31 मई तक देश में तालाबंदी की है लेकिन तब से सरकार से कुछ छूट देना भी शुरू किया है। मसाला कारोबारियों की मांग आने से इरोड़ में हल्दी की हाजिर कीमतों में वृद्धि हुई है। वहीं हल्दी कारोबारी भी रूचि दिखा रहे हैं और मंडी में आने वाली 90 प्रतिशत आवक खरीद रहे हैं।
जीरा: जीरा वायदा जून की कीमतें 13700 से 13850 के दायरे में मजबूत रह सकती हैं। गौरतलब है कि मंडिया में करीब 40 से 50 हजार बोरियों प्रति बोरी 55 किलो की आवक से कीमतों में तेज बढ़त पर रोक लगी हुई है। ऊंझा में जीरा की कीमतें प्रति 100 13800 रुपये पर चल रही हैं। वर्तमान परिदृश्य में जीरा की निलामी वैकल्पिक दिनों में की जा रही है।
इलायची जून वायदा कीमतों को 1550 रुपये पर समर्थन हासिल है और यह 1640 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती है। 60 दिनों के अंतराल के बाद पुटाड़ी में इलायची की निलामी फिर से शुरू हो गई हैं। यहां पहली फसल होने के नाते ताजा किस्म-1-5050 1950 रुपये प्रति किलो के दायरे में बिक रही है। वहीं निर्यात के लिए 8 एमएम इलायची की मांग अधिक है। इस किस्म की इलायची की कीमतें 2400 रुपये प्रति किलो चल रही है। वर्तमान में इलायची की थोक में अच्छी मांग आ रही है। इस बीच प्रतिबंध हटने के बाद सऊदी अरब की ओर से 12 टन के पहले निर्यात को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और इससे आगे भी इलायची निर्यात की संभावनाएं बढ गई है। इसके चलते इलायची कीमतों को आगे समर्थन मिलने की संभावना है।
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