जीरा वायदा जुलाई को ₹13800 पर रजिस्टेंस मिल रहा है, इसके चलते जीरा वायदा की कीमतें नीचे में 13500 तक लुढ़क सकती है। जानकारों का मानना है कि इस सीजन में बंपर फसल होने के कारण किसानों के पास जीरे का विशाल भंडार है। लॉकडाउन के दौरान आवाजाही पर प्रतिबंध के चलते किसान अपना जीरा पर्याप्त मात्रा में नहीं बेच पाए हैं। वही मांग में कमी के चलते किसानों को जीरे की अच्छी कीमत भी नहीं मिल रही। निर्यात पूछताछ में कमी के कारण आगे भी यह स्थिति बने रहने की संभावना है। हाजिर बाजार में जीरा 11,000 से ₹12000 प्रति क्विंटल में बेचा जा रहा है। हालांकि हाजिर बाजार में गुणवत्ता के हिसाब से जीरा की कीमतें तय होती है। जैसलमेर जिले के किसान व आसपास के किसान खरीफ फसलों के लिए आवश्यक पूंजी जुटाने के चलते कम भाव पर भी जीरा की फसल बेच रहे हैं।
मंडियों में धनिया की आवक कम पड़ रही है जबकि घरेलू ग्राहकों की ओर से मांग में तेज इजाफा दर्ज किया जा रहा है। इसको देखते हुए लगता है कि धनिया जुलाई की कीमतें 6250 ₹ तक के स्तर को छू सकती है।
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