जयपुर। हल्दी के जून वायदा को 5385 रुपए पर सपोर्ट मिल रहा है और आने वाले दिनों में भी इसमें तेजी बने रहने की संभावना है। हल्दी की औषधि में मांग बढ़ रही है और साथ ही निचले भाव में खरीद भी निकल रही है, इसके चलते आने वाले दिनों में हल्दी के भाव 5700 से 5800 रुपये हो सकते हैं। कोरोनावायरस के दौर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हर कंपनी ने अपने पोर्टफोलियो में हल्दी से बने उत्पाद जोड़ें हैं। लोगों के खानपान से जुड़ी आदतों में विस्तृत परिवर्तन हुआ है और लोग स्वास्थ्य के लिहाज से सही कमोडिटी को खाद्य पदार्थ के रूप में अपना रहे हैं और इसमें हल्दी प्रमुख है। देश की एक कॉफी चेन ने अपने पोर्टफोलियो में हल्दी से जुड़ा उत्पाद शामिल किया है वहीं दक्षिण भारत के एक दुग्ध उत्पादक संघ ने प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हल्दी का दूध लॉन्च किया है। इन तथ्यों को देखते हुए लगता है कि हल्दी की मांग और कीमतें आने वाले कुछ दिनों में बढ़ सकती है।
जीरा के जून वायदा की कीमतें 13800 से 14000 रुपये के मध्य साइडवेज कारोबार कर सकती है। कोरोनावायरस के कारण उपजी वित्तीय अव्यवस्थाओं और नकदी की कमी के चलते थोक व्यापारी आवश्यकता अनुसार ही माल खरीद रहे हैं इसलिए जीरा में नहीं खरीद नहीं आ रही।
इलायची वायदा की कीमतों को 1520 पर सपोर्ट मिल सकता है जबकि 1610 के आसपास इसे रेजिस्टेंस देखने को मिल सकता है। गौरतलब है कि करीब 80 दिन बाद बोडीनायकपुर इलायची की नीलामी शुरू हुई और पुट्टाडी में पिछली नीलामी के मुकाबले इलायची के भाव में₹50 प्रति किलो की बढ़त देखी गई। तमिलनाडु के डीलरों की बेहतर भागीदारी व भाव बढ़ने के साथ 7-8 मी.मी कैप्सूल क्वालिटी वाली इलायची की आवक हुई है। साथ ही निर्यातकों की पूछ परख भी बढ़ रही है जो कि इलायची के लिए सकारात्मक है। धनिया वायदा जून को 5925 रुपए पर रेजिस्टेंस मिलने की संभावना है और हाजिर बाजार में मसालों की आपूर्ति बढ़ने से भी धनिया वायदा में हल्की सी सुस्ती के संकेत मिल रहे हैं।
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