धनिया में तेजी की संभावना- मुकेश भाटिया - Karobar Today

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Saturday, July 11, 2020

धनिया में तेजी की संभावना- मुकेश भाटिया

Coriander trend prediction by Mukesh Bhatia,Vyapar doot, Kota




कोटा। मैं हर वर्ष धनिया के साथ अन्य कमोडिटी की तेजी मंदी के संबंध में बाजार को अपना दृष्टिकोण बताता हूं। पूर्व में मेरा अंदाजा करीब 90 फीसदी सटीक बेठा है। हालांकि वर्ष 2016 में नोटबंदी के समय मेरे आंकलन में कुछ कमियां रही थी जिसका मेरे शुभचिंतकों को आज तक मलाल है।
     बाजार को दृष्टिकोण बताना मेरा पेशा है, आप उसे माने या ना माने, यह आप पर निर्भर करता है। इस वर्ष मैंने कलौंजी के ₹20000 बिकने की संभावना व्यक्त की थी जो सही साबित हुई। 
    पिछले पखवाड़े देशी-विदेशी मांग के चलते धनिया के भाव में ₹400 प्रति क्विंटल का इजाफा दर्ज किया गया। यह बढ़त जारी रह सकती है। गौरतलब है कि धनिए की मांग मुख्य रूप से मार्च से जून के बीच होती है और इस दौरान करीब 40 लाख बोरी (प्रति बोरी 40 किलो) धनिए की खपत हुई। शेष 8 महीनों में धनिए की खपत 65 से 70 लाख बोरी हो सकती है।
     कारोबारियों के अनुसार लॉकडाउन में भी राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश में धनिया का सामान्य कारोबार हुआ और इस वजह से धनिए की 40 लाख बोरी की खपत हुई। हर वर्ष की भांति मानसून में धनिए की मांग सुस्त पड़ जाती है। अंदाजा है कि शेष महीनों में प्रतिमाह 8 लाख बोरी धनिए की खपत होगी। इस प्रकार नई फसल आने से पहले धनिया की खपत 65 से 70 लाख बोरी रह सकती है।    कारोबारियों के अनुसार अच्छी मांग के चलते धनिया के भाव में ₹400 प्रति क्विंटल की तेजी आई है और आने वाले दिनों में धनिया के भाव में 200 से ₹300 प्रति क्विंटल की तेजी आ सकती है। 
     गौरतलब है कि धनिए की बड़ी खपत होटल और रेस्टोरेंट्स में होती है लेकिन लॉकडाउन के चलते यह बंद पड़े हैं। धनिए की सालाना खपत 120 लाख बोरी होती है और तथाकथित लोक डाउन के चलते इसमें 10 लाख बोरी की कमी आई है। फिर भी लॉकडाउन के चलते घरों में धनिए की खपत में इजाफा हुआ है जिसके चलते वर्ष भर धनिए की शॉर्टेज रहेगी। 

    दूसरी ओर जुलाई में रूस, यूक्रेन और बलगारिया से नया धनिया बाजार में आ जाएगा। इस वर्ष इन देशों में धनिए की फसल बेहतर बताई जा रही है। हालांकि पिछले दिनों रूस में हुई बारिश के चलते धनिए की क्वालिटी बिगड़ने की आशंका है लेकिन मसाला इंडस्ट्री में यह माल खप जाएगा। यद्यपि इन देशों में धनिया उत्पादन के आरंभिक आंकड़े नहीं आए हैं लेकिन कारोबारियों को मिली शुरुआती जानकारी के अनुसार यहां धनिए की फसल अच्छी है। वर्ष 2020 के सरकारी आंकड़ों के अनुसार इन 3 देशों में धनिया की बुवाई 74653 हेक्टेयर क्षेत्रफल में की गई है जोकि वर्ष 2019 में 41719 हेक्टेयर थी। इस तरह धनिया की बुवाई में 179 फीसदी का इजाफा देखा गया। वर्ष 2020 में इन देशों में 61925 टन धनिया का उत्पादन हुआ जोकि सूखे और बर्फबारी के चलते वर्ष 2019 में केवल 19587 टन था। 40 किलो की बोरी के हिसाब से यह उत्पादन वर्ष 2020 में 15.5 लाख बोरी रहा जोकि वर्ष 2019 में 4.9 लाख बोरी था। यहां वर्ष 2019 में धनिए की यील्ड प्रति हेक्टेयर 12 बोरी थी जो कि बढ़कर वर्ष 2020 में प्रति हेक्टेयर 20 बोरी हो गई। इन देशों का 15.5 लाख बोरी धनिया शामिल कर लिया जाए तो धनिए की कुल उपलब्धता 95 लाख बोरी हो जाती है। 
     भारत में इस वर्ष धनिया का उत्पादन 80 से 85 लाख बोरी होने का अनुमान है जो कि वर्ष 2018-19 में 75 लाख बोरी था। धनिया उत्पादक राज्यों में सबसे ज्यादा धनिया का रकबा गुजरात में बढ़ा
 है। यहां चालू रबी सीजन में धनिया की बुवाई 88405 हेक्टेयर क्षेत्रफल में हुई जोकि वर्ष 2018-19 में 29630 हेक्टेयर में थी। धनिया के दूसरे प्रमुख राज्य में शामिल राजस्थान में धनिया के सिंचित क्षेत्रों में इसकी बुवाई कम की गई, जिसके चलते मनमाफिक उतारा नहीं मिला। यहां धनिया की बुवाई 77900 हेक्टेयर क्षेत्रफल में हुई जोकि वर्ष 2018-19 में 68784 हेक्टेयर क्षेत्रफल में थी। जबकि मध्यप्रदेश में धनिया की बुवाई में कमी दर्ज की गई है। इसमें खाने के लिए हरी पत्ती का धनिया भी शामिल है। इस वर्ष पानी की पर्याप्त उपलब्धता के चलते धनिए की फसल अच्छी होने की संभावना है। 
   सीजन 2019-20 में धनिया का ओपनिंग स्टॉक 25 लाख बोरी रहने का अनुमान है और बाजार में धनिया की उपलब्धता 95 से 100 लाख बोरी रहेगी जबकि बाजार में धनिए की मांग 120 लाख बोरी रहने की संभावना है। 
     अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में रूस का धनिया $900 प्रति क्विंटल ऑफर किया जा रहा है जबकि भारत का धनिया 800 से $825 प्रति क्विंटल पर उपलब्ध है। भारत का धनिया सस्ता होने से इसकी मांग अच्छी है। मई 2020 में देश से धनिया निर्यात वर्ष 2019 के मुकाबले 46 फ़ीसदी बड़ा है। जबकि यह गत वर्ष के मुकाबले मार्च माह में 33 और अप्रैल माह में 10 फ़ीसदी घटा था। फरवरी से मई 2020 के दौरान देश से 14477 टन धनिया का निर्यात हुआ जोकि वर्ष 2019 में 14155 टन था। वर्ष 2020 के फरवरी में  2603 टन, मार्च में 2820 टन, अप्रैल में 3694 टन और मई में 5360 टन  धनिया का निर्यात हुआ। यह गत वर्ष के मुकाबले अधिक था। 
     मैंने कुछ दिनों पहले अपने आंकलन में बताया था कि धनिया ₹7000 बिकेगा लेकिन मुझे यह पता नहीं था कि यह इतनी जल्दी रफ्तार पकड़ लेगा। मेरा मानना है कि 15 अगस्त के बाद धनिया के भाव ₹7000 से ऊपर जा सकते हैं। 
       
   

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